बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

बड़ी खबर –  लालू यादव के घर बजेगी शहनाई, 18 अप्रैल को तेजप्रताप की ऐश्वर्या संग सगाई

443

पटना Live डेस्क। देश की सियासत में मोस्ट एलिजिबल बैचलर का तगमा लिए घूम रहे कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भले ही अबतक उनकी मनपसंद दुल्हनिया नहीं मिल पायी हो पर बिहार की सियासत में उनके प्रमुख सहयोगी लालू प्रसाद के बड़े बेटे महुआ विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को दुल्हनिया पसंद आ गयी है। राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद ने अपने बेटे की शादी अपने ही दल के पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बिटिया ऐश्वर्या राय के साथ होने की हामी भर दी है। राजद नेता चंद्रिका राय ने कहा कि लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप  उनके दामाद बनेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार तेजप्रताप यादव की शादी के लिए रिंग सेरेमनी 18 अप्रैल को होगी। मई में शादी हो सकती है।हालांकि लालू परिवार के करीबी राजद विधायक भोला यादव ने कहा कि विवाह की चर्चा चल रही है,अभी शादी तय नही हुई। चद्रिका राय, बिहार के पूर्व सीएम दरोगा राय के बेटे और सारण के परसा विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के विधायक हैं। दरोगा राय बिहार के 10वें मुख्यमंत्री थे। वे 16 फरवरी 1970 से लेकर 22 दिसंबर 1970 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे।           ऐश्वर्या राय के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सगाई की तिथि भी तय हो चुकी है। रिंग सेरोमनी अप्रैल माह के अंत में एक भव्य कार्यक्रम के आयोजन के साथ होगी। तेजप्रताप की शादी तय होने की खबर जैसे ही मीडिया में वायरल हुई तो राज्य के साथ- साथ लालू की कर्मभूमी सारण प्रमंडल के लोगों में भी शादी को लेकर उत्सुकता बढ़ गई। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस खबर को खूब पोस्ट किया।लोगों ने अपना कमेंट भी खूब किया। तेज प्रताप के प्रशसंकों कहना था कि मीडिया अब यह सवाल  नहीं पूछेगी कि लालू के दोनों बेटे की शादी कब होगी। अब सही जवाब मिल गया है। मीडिया हमेशा लालू व तेज प्रताप यादव से शादी को लेकर सवाल करते रही  है। अब सही जवाब भी मिल गया है। कुछ समय पहले ही तेज प्रताप यादव ने शादी के बारे में कहा था कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी ही उनके लिए लड़की ढूंढ़ कर लाएंगे। घरवालों को लड़की पसंद आने पर शादी कर लेंगे।उनके घरवालों ने अपने ही दल के एक राजनीतिक घराने में शादी तय कर दी। दरियापुर के बजहिया गांव के लोगों ने बताया कि जिस समय लालू प्रसाद अपने राजनीतिक चरम पर थे तो पूर्व सीएम दारोगा राय के घर रिश्तेदारी करना चाहते थे। पर नियति को यह मंजूर नहीं था। अब वे जब जेल में है तो उनका सपना यथार्थ का रूप ले रहा है।

 

Comments are closed.