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बिहार चुनाव 2020-तेजस्वी यादव के ‘बाबू साहेब’ वाले बयान पर बवाल,भाजपा ने कहा-समाज को बांट रही है आरजेडी

बिहार चुनाव में जारी सियासी घमासान के बीच तेजस्वी यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लालू यादव का राज था तो गरीब सीना तान कर 'बाबू साहब' के सामने बैठता था।

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पटना Live डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार (Election Campaign) 26 अक्टूबर शाम खत्म हो गया है। सोमवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक पार्टियों के तमाम दिग्गजों ने मैदान में पसीना बहाया। साथ ही मतदाताओं के बीच अपने पार्टी व गठबंधन खातिर मतदान की अपील की।
सूबे की मुख्य विपक्षी दल राजद की तरफ़ से तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। रोहतास (Rohtas) में अपनी जनसभा में महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मतदान से महज एक दिन पहले लालू यादव के ज़माने को याद दिलाते हुए ग़रीब-वंचितों को अपने पाले में लाने की कयावद की।

तेजस्वी यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लालू यादव का राज था तो गरीब सीना तान कर ‘बाबू साहब’ के सामने बैठता था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो हम सब लोगों को साथ लेकर चलेंगे।इसके अलावा तेजस्वी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें एक मौका और क्यों दें, जिन्होंने न तो रोजगार दिया और न ही राज्य से गरीबी हटाई है।

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार लॉकडाउन में बाहर फंसे बिहारियों को राज्य वापस लाने में असफल रहे। उन्होंने उनसे कहा था कि जहां हैं वहीं रहें।कई लोग इस बात की आलोचना भी कर रहे हैं कि तेजस्वी यादव ने इशारों-इशारों में जाति कार्ड खेला है। उल्लेखनीय है की बिहार में राजपूत जाति के लोगों को बाबू साहब कहा जाता है।तेजस्वी के इस बयान को पिछड़ों को एकजुट करने की कवायद माना जा रहा है। इससे तेजस्वी के विरोधियों को उनपर हमला बोलने का मौका मिल गया। बीजेपी ने तेजस्वी पर चुनाव को जातियों के आधार पर बांटने का आरोप लगाया।

NDA और महागठबंधन में है सीधी टक्कर

बिहार के चुनावी दंगल में एनडीए (NDA) गठबंधन की महागठबंधन से सीधी टक्कर है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में जेडीयू,हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं। तो वही दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं। केंद्र में एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) बिहार में अलग होकर चुनाव लड़ रही है। इसके तहत एलजेपी ने जिन सीटों से जेडीयू चुनाव मैदान में हैं केवल वहां उसके खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। इसके तहत प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर, दूसरे चरण के लिए तीन नवंबर को 94 सीटों पर और तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान होगा। वहीं वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।

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