बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG News – और सदा के लिए मौन हो गई पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सह प्रखर यशस्वी वक्ता सुषमा स्वराज

243

पटना Live डेस्क। पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज को हार्ट अटैक के बाद दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में इलाज के दौरान निधन हो गया है। देशवासियों और दुनियाभर में भारतीय डायस्पोरा के बीच बेहद लोकप्रिय रहीं सुषमा ने बेहद शानदार राजनीतिक पारी खेलकर इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

लेकिन जाते जाते भी सुषमा ने जो आखरी ट्वीट किया अब लोग उसके निहितार्थ में कह रहे है कि जो शब्द उन्होंने लिखे शायद उन्हें आभास हो गया हो कि वह इस दुनिया को छोड़कर जा रही हैं। सुषमा ने ट्वीट किया था, ‘प्रधानमंत्री जी-आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।’ अब इसे पढ़कर हर कोई गमगीन है। सोशल मीडिया पर लोग अपने शब्दों में उन्हें याद कर रहे हैं।

दिल्ली की पूर्व सीएम से लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुकीं सुषमा का सोमवार देर रात एम्स में निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन विदिशा जो कि उनका लोकसभा क्षेत्र रहा है, वहां से बीजेपी उम्मीदवार का प्रचार करने पहुंची थीं। अस्वस्थ्य होने के कारण भी वह सरकार के फैसले पर नजर रखती थीं और हौसला अफजाई करती रहती थीं।

पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा ने देश से बाहर रह रहे इंडियन डायस्पोरा के मन में विशेष स्थान बनाया था क्योंकि वह बिना देरी किए उनकी समस्याओं को सुलझा देती थीं। हाल ही में पाक जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव के परिवार ने उनसे मुलाकात की थी। बता दें कि सुषमा के विदेश मंत्री रहते हुए भारत ने जाधव मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उठाया था।

केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, हर्षवर्धन समेत बीजेपी के वरिष्ठ नेता AIIMS पहुंचने लगे हैं। कुछ घंटे पहले ही उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने पर बधाई दी थी।

सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रही थीं। 16वीं लोकसभा में वह मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं। इस बार उन्होंने खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। विदेश मंत्री रहते हुए वह सोशल मीडिया पर शिकायतों को सुनने और उनके निपटारे के लिए काफी लोकप्रिय थीं। वह दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।

Comments are closed.