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BiG News – सुशासन में बेटी बचेगी तब तो पढ़ेगी ? पटना में मनचले के आतंक और पुलिस की काहिलियत ने लड़की को पढ़ाई छोड़ लौट जाने पर किया मजबूर

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पटना Live डेस्क। बिहार में सुशासन है। सूबे के मुखिया लगातार नारी उत्थान और सशक्तिकरण को अमलीजामा पहनाने की बात करते नही अघाते है। वही, केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार भी बेटी बचाव बेटी पढ़ाव की वकालत करती है। पर शायद अब यह एक सियासी जुमले के अलावे कुछ नही रह गया है, तभी तो एक बेटी को मनचले की गुण्डई और खौफ़ की वजह से अपनी पढ़ाई छोड़कर वापस अपने घर लौटने पर मजबूर होंंना पड़ा। हद तो देखिए वो बिगड़ैल शोहदा अब भी उस लड़की को फ़ोन कर धमकाता है।

BiG Breaking ( Exclusive वीडियो) पटना में गुण्डई का चरम,FIR दर्ज होने के बाद भी “गुण्डों ने छात्र” को जमकर पीटा,अपनी पढ़ाई छोड़ खौफजदा युवक राजधानी से पलायन करने को मजबूर

हद तो ये की लगातार शोहदे की छेडख़ानी,बदकारी और धमकियों से आज़िज़ आकर लड़की ने परिजनो को हालात की गंभीरता के बाबत जानकारी दी। घबराये माँ बाप पटना पहुचे और बेटी की जुबानी उस मनचले की करतूत सुनकर भागे भागे एस के पूरी थाने पहुचे और FIR दर्ज कराया। श्रीकृष्णापुरी थाना कांड संख्या 259/2019 के तौर पर यह मामला दर्ज हुआ है। मामला दर्ज कर परिजन थाना पुलिस पर भरोसा कर समझे की बेटी सुरक्षित रहकर पढ़ाई कर सकेगी।

बेटी बचेगी तब तो पढ़ेगी

दरअसल, इस खौफ़जदा करने वाली कहानी में पीड़ित लड़की मूल रूप से गोपालगंज की रहने वाली है। जो राजधानी पटना में रहकर प्रतियोगिता परीक्षाओ की तैयारी करती थी। कोचिंग में एडमिशन कराकर अपने बेहतर भविष्य ख़ातिर मनोयोग से पढ़ाई में जुट गई। लेकिन एक दिन उसपर उसी के साथ उसके इंग्लिश क्लास में पढ़ने वाले राजधानी खातिर नासूर बन चुके बाइकर्स गैंग से जुड़े एक शोहदे की कुदृष्टि पड़ गई। फिर क्या था उस शोहदे ने उसका लगातार पीछा करना शुरू कर दिया। लगातार उसके आगे पीछे बाइक घूमता लड़की इग्नोर करती रही। धीरे धीरे शोहदे की हिम्मत बढ़ती गई और अब वो लड़की का कभी बैग पकड़ लेता तो कभी जबरिया अपना मोबाइल नंबर लिखकर पहले फेंकता रहा और बाद में जबरिया थमाने लगा। इससे भी जब लड़की ने शोहदे को तवज्जो नही दी तो बदमाशी पर उतर गया। अब वो यदाकदा जब भी मौका मिलता सड़क पर छात्रा का दुपट्टा खिंच लेता जब लड़की ने विरोध करना शुरू किया तो बाइक लड़की से सटाकर भागने लगा। लड़की लगातार मनचले का  विरोध करती रही है।

राजधानी की सड़क पर खुद के साथ लागतार उस शोहदे की करतूतों को लड़की सहती रही और अपनी पढ़ाई करती रही है। शोहदा अपनी करतूतों को अब सोशल मीडिया तक ले गया। लड़की की फेसबुक आईडी पता कर लड़के ने उस लड़की को बदनाम करने के लिये फेसबुक पर उल्टा पुल्टा लिखना शुरू कर दिया। रोज ब रोज़ वो किसी न किसी तरह लड़की को तंग करता।

लेकिन हद तो तब हो गई जब एक दिन एस के पूरी पार्क के समीप उस शोहदे ने सरेआम बीच सड़क जबरिया लड़की का हाथ पकड़ा और कहा कि या तो मेरे साथ मेरे बाइक पर चलो नही तुम्हारे चेहरे पर तेजाब फेंक कर तुम्हरा घमंड तोड़ दूंगा।

अचानक हुई इस वारदात से सन्न लड़की ने जैसे तैसे खुद को उसके चंगुल से छुड़ाया और लगभग दौड़ाते हुए हॉस्टल की ओर चल पड़ी। लड़के की करतूतों और धमकी से ख़ौफ़ज़दालड़की ने अब बिल्कुल डर चुकी थी।तमाम सूरते हाल से सिवान में अपने परिजनों को अवगत कराया। बेटी के साथ प्रताड़ना और गुण्डई की बात सुनकर पिता के होश उड़ गए वो भागे भागे पटना पहुचे और FIR दर्ज कराया।

खाकी ने ही कर दिया खौफ़जदा

पिता की लिखित शिकायत पर पटना के श्रीकृष्णापुरी थाना में कांड संख्या 259/2019 के तौर पर मामला दर्ज हुआ। लेकिन खाकी के रवैये ने तो उल्टा पीड़िता को ही खौफ़जदा करते हुए उसे अपनी पढ़ाई छोड़ कर वापस सिवान लौट लाने की स्क्रिप्ट लिख दी।

दरअसल,केस की आईओ (इन्वेस्टिगेटिव ऑफिसर) 2009 बैच की महिला दरोगा ने तो ग़ज़ब ढा दिया पीड़िता लड़की को कहा कि आरोपी लड़का माफी मांगने को तैयार है चलो बात खत्म करो केस लड़कर क्या फायदा ? पीड़िता खाकी के इस व्यवहार से स्तब्ध रह गई, पर खुद के साथ हुई प्रताड़ना का दंश वो भूलने को तैयार नही हुई।

फिर क्या था, महिला दरोगा जो केस की आईओ है ने एक अलग की रुख अख्तियार कर लिया। नामज़द आरोपी के बाबत तमाम डिटेल्स मुहैया कराने के बावजूद उसे कभी पकड़ने का कोई प्रयास तो नही ही किया और जब परिजनों ने दरयाफ़्त किया तो यहाँ तक कह दिया (बकौल परिजनों के) कि हम नही पकड़ेंगे आप पकड़ के लाइये। समय बीत रहा था केस आईओ की ओर से कोई मदद न होता देख परिजनों समेत लड़की ने तमाम बातों को बताते हुए बिहार पुलिस के मुखिया DGP और पटना की एसएसपी से केस आईओ को बदलने की गुहार लगाई पर नतीजा सिफर रहा।

उधर, समय बीतता रहा और पुलिस की काहिलियत का फलाफ़ल यह हुआ कि लड़के ने अपनी बेल ख़ातिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। लेकिन मामले की गभीरता को देखते हुए निचली अदालत ने युवक को बेल नही दिया तो वो हाइकोर्ट पहुचा पर वहाँ भी बेल रिजेक्ट हो गया।

इधर, तमाम कवायदों की जानकारी महिला आईओ को हुई तो उन्होंने बाकायदा जैसा कि पीड़ित पक्ष का कहना है धमकाते हुए केस वापस लेने की बात कहने लगी। वही जब कोर्ट से बेल रिजेक्ट होने की बात कही गई तो उनका स्पष्ट मत रहा कि हम नही पकड़ेंगे।

और बेटी पढ़ाई छोड़ गई

सुशासन सरकार की नाक के नीचे खुद पर हुए तसद्दुत और जुल्म से कराहती बिहार की बेटी आखिरकार  पढ़ाई के सहारे अपने खुद के सुनहरे भविष्य के सपनो को तिलांजलि देकर सिसकती हुई  डर के मारे पटना छोड़ के सिवान वापस चली गई और सुशासन ख़ातिर एक बेहद बड़ा सवाल छोड़ गई – बेटी बचेगी तब तो पढ़ेगी ?

लेकिन वो अब भी फोन पर देता है धमकी  

क्रमशः …. पढ़िए मय सुबूत खाकी की करतूत और मजबूर बेटी …

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