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BIG BREAKING- दूसरों के सजा दिलाने वाले इंडिया मोस्ट वांटेड फेम सुहैब इलियासी को अपनी पत्नी की हत्या खातिर मिली उम्र कैद

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पटना Live डेस्क।भारत के टीवी न्यूज  इतिहास की बेहद चर्चित क्राइम शो में शुमार रहे इंडियामोस्ट वांटेड फेम सुहैब इलियासी को अपनी बिहार की मूल निवासी पत्नी अंजू के कत्ल में दोषी पाते हुए कड़कडडुमा कोर्ट द्वारा उम्र कैद की सज़ा दी गई है।करीब दो दशक पहले टीवी चैनल पर इंडियाज मोस्ट वांटेंड नाम के शो आया और इस शो के साथ ही एक नाम ने छोटे पर्दे पर जमकर स्टारडम बटोरा था। यह नाम था सुहैब इलियासी का जिन्हें आज अपनी पत्नी के हत्या के दोष में सजा सुनाई जानी है। हैरानी की बात है देशभर के अपराध और अपराधियों के बारे में बताने वाला सुहैब अब खुद एक अपराधी सिद्ध हो चुका है और अब उम्र भर के लिए सलाखों के पीछे कैद रहने की सज़ा पा चुका है।
अपनी पत्नी अंजू की बेदर्दी से हत्या करने वाले सुहैब ने कभी समाज और परिवार के खिलाफ जाकर शादी की थी। लेकिन कौन जनता था कि जिस सुहैब को अंजू ने जिंदगी की डोर सौप कर सपने संजोए थे वही सुहैब उसका हत्यारा बन जाएगा।                                       सुहैब इलियासी और अंजू – कैसे हुई शादी सुहैब जमील इलियासी के बेटे हैं जो ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के हेड के साथ-साथ कस्तूरबा गांधी मार्ग पर स्थित मस्जिद के इमाम भी रह चुके हैं। सुहैब और अंजू की मुलाकात साल 1989 में जामिया मिलिया इस्लामिया में हुई थी जहां पर दोनों मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई कर रहे थे। अंजू के पिता जामिया में मेटलर्जी विभाग के हेड थे। दोनों के ही परिवारों ने उनके रिश्ते का विरोध किया था लेकिन दोनों ने लंदन में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत 1993 में शादी कर ली। दोनों का निकाह भी हुआ और अंजू ने नया नाम अफसान रख लिया। अंजू और सुहैब अक्टूबर 1994 तक लंदन में ही रहे थे। जब दोनों देश भारत आए थे। अंजू ने सुहैब के साथ रहने से इनकार कर दिया और छह माह बाद लंदन में अपने भाई के पास वापस चली गईं। अंजू के भाई की मानें तो वह सुहैब से तलाक चाहती थीं, लेकिन पति ने उन्हें ऐसा न करने के लिए कहा। अप्रैल 1994 में सुहैब लंदन गए और एक माह बाद दोनों साथ में भारत लौटें।अगले साल यानी 1995 में अंजू ने बेटी आलिया को जन्म दिया था।    पहले अंजू होने वाली थीं एंकरलंदन में रहने के दौरान ही सुहैब को इंडियाज मोस्ट वांटेंड का आइडिया आया जो कि ब्रिटिश शो क्राइम स्टॉपर्स से प्रेरित था। शुरुआत में कुछ पायलट एपिसोड्स में अंजू ने इस शो को एंकर किया लेकिन मार्च 1998 में जब शो ऑन एयर हुआ तो इलियासी इसके एंकर बने। अंजू फिर से इलियासी को छोड़कर अपनी बहन के पास कनाडा चली गईं। इलियासी अक्टूबर 1998 में कनाडा गए और उन्होंने अंजू से गुहार लगाई कि वह वापस आ जाएं। इलियासी ने अपनी सॉफ्टवेयर फर्म को बदलकर आलिया प्रोडक्शन कर लिया और इस प्राइवेट कंपनी में 25% शेयर अंजू के नाम पर रखे। अंजू फरवरी 1999 को वापस लौटीं और उन्होंने ईस्ट दिल्ली के मयूर विहार में एक फ्लैट खरीदा जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ थी। 10 माह तक अंजू ने इस घर को सजाया और फिर दिसंबर 1999 में अंजू और सुहैब इस फ्लैट में शिफ्ट हो गए। दोनों ने प्लान किया था कि नए फ्लैट में 16 जनवरी को अंजू का 30वां बर्थडे मनाया जाएगा और एक ग्रैंड पार्टी भी दी जाएगी।                                                                                                                                         और फिर एक दिन     

                                         इस सारे प्लान में 10 जनवरी 2000 को एक टिवस्ट आया जब अंजू को जख्मी हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।सुहैब ने पुलिस को बयान दिया था कि  दोनों के बीच हुई कहासुनी के बाद अंजू ने आत्महत्या करने के मकसद से खुद को कई बार चाकू मारकर घायल कर लिया। अस्पताल में इलाज के दौरान अंजू को बचाया नहीं जा सका। दो ओटॉप्सी रिपोर्ट्स,फरेंसिक जांच और अंजू के माता-पिता के बयान से सुहैब की बात सही साबित हुई और पुलिस आत्महत्या की थ्योरी पर ही आगे बढ़ रही थी।                            और फिर आय ट्वीस्ट 

                                       इसी बीच फरवरी में अंजू की बड़ी बहन रश्मि कनाडा से भारत आईं और इस केस ने फिर से नया मोड़ ले लिया। पेशे से टीचर रश्मि ही वह शख्स थीं जिनसे अंजू ने मौत से पहले आखिरी बार बात की थी। अंजू ने रश्मि को सुहैब की हरकतों के बारे में सबकुछ बताया था। रश्मि के बयान ने इस पूरे केस को पलटकर रख दिया। रश्मि ने पुलिस को एक डायरी भी दी। उसमें अंजू ने बहुत कुछ लिखा था। इसके बाद आत्महत्या की थ्योरी संदेह के घेरे में आई गई। अंजू के माता-पिता और पुलिस को भी यकीन हो गया कि सुहैब ने ही अंजू की हत्या की है। फिर अंजू को घरवालों ने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत और मामला कोर्ट में गया। 17 साल की अदालती लड़ाई के बाद आखिर कोर्ट ने मान लिया कि अंजू की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि, हत्या थी।

 

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