पटना Live डेस्क। बिहार के गया से एक बेहद दुखद खबर आ रही है। गया जिले के परैया थाने में तैनात एक दारोगा ने अपने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि परैया थाने के दारोगा गौरी शंकर ठाकुर पिछले कई दिनों से छुट्टी नहीं मिलने के कारण मानसिक तनाव में थे। वही दारोगा द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना से इलाके में जहां आश्चर्य जनक सनसनी फैल गई ,वही गया जिला पुलिस प्रशासन इस घटना के बाद सकते में आ गई है। मृतक दरोगा गौरी शंकर ठाकुर का शव पोस्टमार्टम के लिए गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा दिया गया है।वही मकतूल दारोगा के परिजनों को इस बाबत जानकारी दे दी गई है।
उल्लेखनीय है कि गौरीशंकर मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र स्थित हरिदासपुर के निवासी थे। 1986 में पुलिस सेवा में आए थे। उन्होंने गया जिले के अलीपुर थाना से नवंबर 2017 में परैया थाना में योगदान दिया था।
घटना सुबह करीब नौ बजे के आसपास की है। जब परैया थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने गौरी शंकर ठाकुर के मोबाइल पर कॉल किया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया। थानाध्यक्ष ने एएसआई शिवमंदिर सिंह को उनके कमरे में जाकर देखने को कहा। एएसआई ने वहां जाकर आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद दरवाजे को तोड़ा गया तो एसआई बेड पर मृत पाए गए। उनके दाहिने हाथ में सर्विस रिवॉल्वर था। दूसरा हाथ रिवाल्वर की नली पर था। दाहिनी आंख पर गोली लगने का निशान था।
घटना की सूचना तत्काल वरीय पदाधिकारी व उनके परिजन को दी गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि वे जिला मुख्यालय स्थित लोक शिकायत निवारण कार्यालय जा रहे थे, इसी बीच उन्हें इस घटना की सूचना मिली,बीच रास्ते से ही वापस थाना लौट आए। थानाध्यक्ष ने बताया कि गौरीशंकर सुबह साथियों के साथ भ्रमण कर लौटे थे। आने के बाद तैयार होने की बात कहकर नवनिर्मित भवन के पहले माले पर स्थित अपने कमरे में चले गए। चर्चा के अनुसार कई बार अवकाश के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाकर थक चुके थे। इसी क्रम में बुधवार को एसएसपी कार्यालय भी गए थे। पदाधिकारी के अवकाश में रहने के कारण निराश लौट आए। उनकी छह वर्षो की सेवा अभी बाकी थी। वे 2023 में सेवानिवृत्त होने वाले थे।
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