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पटना DM के दावों की खुली पोल! IGIMS और NMCH का त्राहीमाम संदेश-ऑक्सीजन का इंतजाम करिए नही तो …

IGIMS और NMCH की चिट्ठियों ने खोले ऑक्सीजन के इंतजाम के दावों की पोल, दोनों सरकारी अस्पतालों ने त्राहीमाम पत्रकार लिखकर पटना के DM के व्यवस्था के दावों की खोली पोल कर रख दी है।

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पटना Live डेस्क। बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है।राजधानी पटना की स्थिति तो और भी भयावह हो गई है। कोरोना संक्रमित मरीज इलाज कराने के लिए भटक रहे हैं लेकिन अस्पताल में बेड फुल हैं।बिना इलाज व ऑक्सीजन के ही लोग मर रहे हैं। एनएमसीएच में कोरोना मरीजों का भर्ती बंद कर दिया गया है। IGIMS व पीएमसीएच व एम्स की भी वही स्थिति है। लोग परेशान हैं ,उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि क्या किया जाये। इसी बीच ऑक्सीजन की आपूर्ति के तमाम दावे के उलट न तो सरकारी ना तो राजधानी के प्राइवेट अस्पताल तो ड्राई हो ही गए हैं। सरकारी अस्पतालों को भी समय से और जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। इधर, पटना के DM के ऑक्सीजन की उलब्धता के तमाम दावों की दोनों अस्पतालों के पत्र ने पोल खोलकर रख दिया है।

हालात की भयावहता को लेकर अब पटना के IGIMS के डायरेक्टर और NMCH के अधीक्षक के द्वारा DM को भेजे गए त्राहिमाम संदेश से इसका खुलासा हो गया है की महज जिला प्रशासन के दावे सिर्फ दावे भर है हक़ीक़त में IGIMS को हर दिन 600 सिलिंडर ऑक्सीजन चाहिए, लेकिन इसके लिए भी अस्पताल के कर्मियों को गैस एजेंसी तक लगातार दौड़ना पड़ रहा है।IGIMS में अभी 108 कोविड मरीज भर्ती हैं। अन्य विभागों में भी मरीज हैं, जो ऑक्सीजन पर हैं। शनिवार 24 अप्रैल की रात अस्पताल में 3-4 घंटे का ही ऑक्सीजन बचा था। तत्काल पटना DDC को इसकी सूचना दी गई थी। इसके बाद देर रात 2 बजे के करीब अस्पताल के अधिकारी उषा एयर प्रोडक्ट्स के रिफिलिंग प्लांट पहुंचे। वहां काफी मान-मनौअल के बाद 105 सिलिंडर उपलब्ध कराया गया, जो सुबह 4 बजे अस्पताल पहुंचा। अब अस्पताल को फिर शाम तक ऑक्सीजन की जरूरत पड़ने वाली है। तत्काल ऑक्सीजन नहीं मिली तो कोविड मरीजों के साथ अन्य की भी जान जा सकती है।

वहीं दूसरी तरफ NMCH के अधीक्षक ने भी प्रतिदन 1000 सिलेंडर की मांग की है। अधीक्षक ने अपने पत्र में कहा कि उनके यहां जितने मरीज भर्ती है उसके लिये 1000 सिलेंडर की जरूरत है। पटना के जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि निर्बाध आपूर्ति किये जाने पर ही सही तरीके से इलाज संभव है।

IGIMS डायरेक्टर ने DM को कहा है कि अस्पताल को हर दिन 600 सिलिंडर ऑक्सीजन चाहिए। इसमें सुबह 250, दोपहर को 100 और शाम को 250 सिलिंडर की आवश्यकता है। अभी यहां वेंटिलेटर वाले 50 बेड की व्यवस्था हो रही है। तब ऑक्सीजन की डिमांड और बढ़ जाएगी।

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