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BiG News – राजधानी में पैसे लेकर शराबियों को छोड़ना थानाध्यक्ष को पड़ा महंगा,ड्राइवर,चौकीदार समेत थानेदार निलंबित

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पटना Live डेस्क। बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है। लेकिन शराब हर जगह उपलब्ध है।दरअसल, शरबाबन्दी के बाद शराब अदृश्य है पर हर जगह उपलब्ध है बस आपकी जेब मे पैसे होनी चाहिए।शरबाबन्दी की हकीकत से हर आमो खास अवगत है। इसी क्रम में राजधानी पटना में पैसे लेकर शराबियों को छोड़ना धनरूआ थानाध्यक्ष सुमन कुमार को महंगा पड़ गया। एसएसपी ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। दरअसल थानाअध्यक्ष ने कुछ शराबियों को पकड़ा था । बाद में उससे पैसे लेकर थाने से छोड़ दिया । इसकी खबर जैसे ही एसएसपी को लगी, उन्होंने सिटी एसपी (पूर्व) से जांच कराई। जांच में मामला सही पाए जाने पर एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष के साथ ही इलाके के चौकीदार और ड्राइवर को भी निलंबित कर दिया है। ड्राइवर और थानेदार दोनों के भी संलिप्तता सामने आई है । सुमन कुमार 2009 बैच के दारोगा हैं। इनके खिलाफ डिपार्टमेंटल कार्रवाई भी होगी।

सिटी एसपी (पूर्व) ने आरोप सही पाया

एसआई सुमन कुमार ख़ातिर खतरे की शुरुआत बुधवार की रात को हुई। धनरूआ थाना की पुलिस ने शराब पीकर नशे में धुत कुछ लोगों को पकड़ा था। शराबियों के पास से शराब से भरी हुई बोतलें भी बरामद हुई थी। सभी को पुलिस पार्टी थाने में ले आई। फिर थाने में ही मैनेज करने का खेल हुआ, सभी शराबियों को छोड़ने को लेकर राशि तय कर दी गई। इसी बीच किसी तरह से इस करतूत की जानकारी एसएसपी को मिल गई। फिर क्या था, एसएसपी ने सिटी एसपी(पूर्व) जितेंद्र कुमार को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया।

आदेश मिलने के कुछ देर बाद ही सिटी एसपी ईस्ट और मसौढ़ी को एसडीपीओ वहां पहुंच गए। हालांकि तब तक पकड़े गए लोगों को छोड़ दिया गया था। लेकिन सिटी एसपी ने शिकंजा कसा तो एक-एक कर छोड़ दिए गए सभी लोगों को वापस थाना बुलाया गया। तदुरान्त सभी से पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में सभी ने थाने के ड्राइवर योगेंद्र की भूमिका को उल्लेखित किया और फिर लेन देन की जानकारी दी तो मामला पूरा मामला साफ हो गया और थानेदार सुमन कुमार, आरक्षी चालक योगेंद्र और स्थानिए चौकीदार की सलिप्तता का भेद खुला गया।

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