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नेपाल से बह कर आए सातवें गेंडे का किया गया रेस्क्यू,भारतीय वन अधिकारियों ने नेपाल को सौंपा

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शकील अहमद/बगहा

पटना Live डेस्क. पड़ोसी देश नेपाल से बाढ़ के पानी के साथ बहकर वाल्मिकिनगर वन क्षेत्र में आए सातवाँ गेंडे को भी वनकर्मियों ने पकड़ लिया. वाल्मिकीनगर के भेङीयारी कामपार्ट से वीटीआर और नेपाली वनकर्मियों ने संयुक्त कार्रवाई कर सातवां गेंडे को पकड़ा. इस गेंडे को पकड़ने के लिए तीन चार दिनों से टीम के अधिकारी और कर्मचारी वाल्मिकिनगर ,गोनौली,  के हरनाटांङ वन क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में लगातार अभियान चलाया जा रहा था. पकङा गया गेंडे ने बुधवार की शाम गोनौली वन क्षेत्र के बनकटवा वन जंगल के पास बचाव अभियान के तहत हाथी समेत मदनपुर वन क्षेत्र के वनरक्षी को बुरी तरह जख्मी कर दिया था. इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए रेस्क्यू कि मॉनीटरींग कर रहे वन प्रमंडल के डीएफओ अमित कुमार ने बताया कि यह गेंङा हरनाटांङ, गोनौली होते हुए भेंङीहारी कंपाट के पास डेरा डाला था और रेस्क्यू  टीम इसे पकड़ने में लगी थी. डीएफओ ने बताया कि इस टीम ने अब तक एक पखवाड़े के अन्दर वीटीआर से सातवें गेंडे को पकङकर नेपाल को सौंप दिया है. उन्होंने ने बताया कि वाल्मिकिनगर वन क्षेत्र के चुनभट्टा मे डेरा डाले गेंडा को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है. इस मौके पर वाल्मिकिनगर वन क्षेत्र के ऑफिसर रेंजर आर के सिन्हा, वनपाल वीके पाठक, वनरक्षी वीके मिश्रा के साथ साथ मदनपुर, वाल्मिकिनगर ,गोनौली,चिउटाहाँ, हरनाटाँङ, के टीटी, पीपी,वनकर्मी,होमगार्ड जवान,सैफ जवान तथा नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के वन अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे. पकड़े गये इस गेंडे को नेपाली वन प्रशासन को सौंप दिया गया है.

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