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बड़ा खुलासा – चलती ट्रेन में कुख्यात रामजनम यादव हत्याकांड में नामजद मोकामा विधायक को मिल सकती है बड़ी राहत

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पटना Live डेस्क। 4 फरवरी को पटना से हटिया जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की जनरल बोगी में कुख्यात रामजन्म यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।मामले की गंभीरता को देखते ल एडीजी (रेल) आलोक राज के आदेश पर इस मामले की तफ्तीश रेल (पूर्वी) डीएसपी भगवान प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में 5 सदस्यों की एसआईटी कर रही है। लेकिन जांच के खुलासों से कुख्यात रामजन्म हत्याकांड में मोकामा विधायक को क्लीनचिट मिल सकती हैं। एफआईआर दर्ज कराने वाले मकतूल की पत्नी निक्की देवी और गवाह ललन कुमार के बयान और घटना के वक्त दोनो के मोबाइल का टावर लोकेशन आपस मे मेल नही खा रहे है। वही, दूसरी तरफ एसआइटी को अबतक रामजनम  हत्याकांड में कोई विशेष सफलता नही मिली है।लेकिन दावा किया जा रहा है कि एसआइटी की जांच ज्यो ज्यो आगे बढ़ रही कई बेहद चौकाने वाले बड़े खुलासे हो सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि 4 फरवरी को चलती ट्रेन में रामजनम यादव की हत्या के दूसरे दिन यानी सोमवार को मकतूल की मुखिया पत्नी ने बाढ़ जीआरपी थाने में दर्ज़ कराई गई FIR में दावा किया है कि घटना के वक्त वह अपने पति रामजनम यादव और देवर ललन कुमार के साथ पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन पर सवार होकर पटना से आ रही थी। दर्ज प्राथमिकी में रणबीर यादव को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। वहीं,अनंत सिंह पर हत्या कराये जाने की आशंका जताते हुए साजिश रचने की बात कही गयी है। अपनी प्राथमिकी में निक्की देवी ने कहा है कि कुछ ही दिन पूर्व मोकामा विधायक अनंत सिं ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा था कि एक आईजी ने एके 47 रामजन्म को देकर मेरी हत्या कराना चाहते हैं। इसी संदेह के आधार पर विधायक अनंत सिंह और कर्मवीर सिंह यादव ने साजिश रच कर मेरे पति की हत्या करायी है।
प्राथमिकी में निक्की देवी ने बताया है कि पटना जिले पंडारक थाने के लेमुआबाद निवासी रामजनम यादव चार फरवरी को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से अपने पति और देवर ललन कुमार के साथ अपने घर लेमुआबाद आ रही थी। अथमलगोला स्टेशन पर जब ट्रेन रूकी तो मेरे पति खैनी थूकने के लिए ट्रेन के दरवाजे पर गये।लेकिन जैसे ही रणबीर यादव को देखा कि अंदर आने लगे।इसी दौरान पटना जिले के बाढ़ थाने के गुलाबबाग गांव निवासी रणबीर यादव ने पिस्तौल से गोली चला दी।गोली लगने से वे गिर पड़े।इसके बाद वे सभी भाग निकले। निक्की देवी ने कुल 6 लोगो पर पत्नी की हत्या करने और साज़िश रचने का आरोप लगाया है। जिसमे 3 नामजद और 3 अज्ञात है।

दर्ज FIR पर जब एसआइटी द्वारा निक्की देवी और उनके देवर ललन कुमार के मोबाइल का टावर लोकेश निकाला गया तो बेहद चौकाने वाली जानकारी मिली है। मिली जानकारी के अनुसार गठित एसआईटी ने जब निक्की देवी एवं गवाह देवर ललन कुमार के मोबाइल टावर लोकेशन निकाला तो उनके द्वारा दर्ज प्राथमिकी में किये गए दावे सही साबित नहीं हो रहे है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार मृतक रामजन्म यादव की पत्नी और भाई पटना आएं थे और घटना के वक्त दोनो साथ ट्रेन में सफर कर रहें थे। लेक़िन रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी तीनों का उस दिन का कोई फुटेज अबतक नहीं मिला हैं। निक्की देवी की एफआईआर में कहीं गयी बातें और उनके मोबाइल टावर लोकेशन में भी भिन्नता हैं।घटना के वक्त से पहले और बाद में भी निक्की देवी एवं ललन कुमार का मोबाइल लोकेशन उनके लेमुआबाद स्थित घर के समीप का मिला हैं।

 

 

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