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SUPER Exclusive- CBI की जांच का पटना होगा केंद्र, एजेंसी की विशेष अदालत मे गिरफ्तारी, पूछताछ या अन्य कानूनी कवायद ख़ातिर होंगे फैसले 

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पटना Live डेस्क। आखिरकार अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत मामले की जांच सीबीआई ही करेगी।बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को बिहार पुलिस की एक जीत के रूप में देखा जा रहा है। इस फैसले के बाद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा, प्रोफेशनल तरीके से हुई हत्या, अब होगा खुलासा। तो वही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं। ये अन्याय के विरुद्ध न्याय की जीत है। यह 130 करोड़ लोगों की भावनाओं की जीत है। इस फैसले से सुप्रीम कोर्ट के लिए और भी सम्मान बढ़ेगा।

दरअसल, सुशांत सिंह मौत मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने के अपने फैसले में सप्रीम कोर्ट ने कई अहम टिप्पणियां की हैं। देश की शीर्ष अदालत ने बुधवार को कहा कि रिया चक्रवर्ती के लिए यह चाहा गया फैसला होगा क्योंकि उन्होंने अपनी अर्जी में इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। बता दें कि कोर्ट ने अपने एक अहम फैसले में अभिनेता सुशांत सिंह मौत मामले की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी। साथ ही मुंबई पुलिस को मामले के सभी साक्ष्यों एवं दस्तावेजों को केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने और उसका सहयोग करना का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला महाराष्ट्र सरकार के लिए एक झटका है क्योंकि उद्धव सरकार इस केस को सीबीआई को सौंपने का विरोध कर रही थी।

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, ‘इस मामले की परिस्थितियों एवं तथ्यों को देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पाया है कि इस केस की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से रिया चक्रवर्ती को मनचाहा न्याय मिलेगा क्योंकि उन्होंने सुशांत मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कोर्ट ने यह भी पाया है कि दो राज्यों ने एक दूसरे के खिलाफ राजनीतिक दखलंदाजी के आरोप लगाए हैं,ऐसे में इस केस को सीबीआई को सौंपा जाना न्याय के हित में होगा।’

सुशांत सिंह प्रतिभावान अभिनेता थे..

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘सुशांत सिंह राजपूत एक प्रतिभावान अभिनेता थे और यह प्रतिभा पूर्ण रूप से सामने आने से पहले उनकी मौत हो गई। लोग इस जांच की सच्चाई सामने आती देखना चाहते हैं ताकि अटकलों पर विराम लग सके। इसलिए एक निष्पक्ष, सक्षम एवं पारदर्शी जांच की जरूरत है।’ वहीं, सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा, ‘सुशांत सिंह रापजूत के परिवार के लिए यह एक बड़ा दिन है। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि महाराष्ट्र पुलिस बहुत ही सीमित दायरे में जांच कर रही थी।’

कोर्ट ने कहा पटना पुलिस ने मामले की एफआईआर दर्ज करके कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। शिकायतकर्ता द्वारा जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं वो विश्वासघात और गबन से जुड़े हैं ऐसे में बिहार पुलिस ने जो कार्रवाई की वो सही है। जांच के दौरान उनके लिए मुंबई पुलिस के पास मामले को स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं थी। बिहार सरकार के पास मामले की सीबीआई जांच की सहमति देने के पूरे अधिकार थे। ऐसे में सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच कानूनन सही है।

मुंबई पुलिस में दर्ज नहीं है एफआईआर

जबकि पटना पुलिस मामले की जांच करने के लिए सक्षम थी ऐसे में जो एफआईआर दर्ज की गई थी उसमें ये बताया गया था कि कथित घटनाएं और लेनदेन महाराष्ट्र सरकार के कार्यक्षत्र के अंदर हुई हैं। मुंबई पुलिस शिकायतकर्ता के पुत्र की अप्राकृतिक मौत की सीआरपीसी की धारा 174 के अंतर्गत जांच कर रही है। अभी तक जांच के दौरान मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

वही, SSR के परिवार के वकील विकास सिंह ने इसे जीत की तरफ पहला कदम बताते हुए अपनी ख़ुशी जाहिर की। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है की सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला किया है हम उसे मानेंगे और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। मनोज तिवारी और चिराग पासवान समेत कई राजनीतिज्ञों ने इस फैसले का स्वागत किया है।ख़ैर मामले को लेकर दोनो पक्षो की ओर से बयानबाजियों का दौर भी जारी है।

इसी बीच जो इस मामले की सबसे बड़ी अटेंशन वाली बात है उसपर पटना Live बाद खुलासा करने जा रहा है। SC के फैंसले में सबसे अहम बात है कि सीबीआई की जांच का केंद्र पटना स्थित एजेंसी की विशेष अदालत होगी। पटना की सीबीआई अदालत से ही किसी की गिरफ्तारी, पूछताछ या अन्य किसी भी कानूनी कवायद ख़ातिर फैसले व निर्णय लिए जायेंगे।

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