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Exclusive-हल्की बारिश से उद्घाटन के महज 7वें दिन ही खुल गई नवनिर्मित मरीन ड्राइव के निर्माण क्वालिटी की पोल देखिए

पूरे तामझाम के साथ विगत शुक्रवार को नीतीश कुमार ने लोगों को दी थी बड़ी सौगात,पटना में दीघा घाट से PMCH मरीन ड्राइव के फर्स्ट फेज यानी पटना के जेपी गंगा पथ का उद्घाटन किया,लेकिन महज 7वें दिन ही हल्की बारिश के बाद नवनिर्मित मरीन ड्राइव की हालत कुछ ऐसी हो गई की अब इसके निर्माण की क्वालिटी पर सवालिया निशान लग गया है।

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पटना Live डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विगत शुक्रवार 24 जून को जेपी गंगा पथ का लोकार्पण कर पटना के लोगों को बड़ी सौगात दी। गंगा पथ मुंबई के मरीन ड्राइव की तर्ज पर बनाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में तीन महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं- 3,831 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले जेपी गंगा पथ के (दीघा से पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल(PMCH) तक), 69.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अटल पथ फेज-2 एवं 23 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रेलवे ऊपरी पुल के मीठापुर छोर का लोकार्पण किया।

दरअसल के उद्घाटन के दौरान दावा किया गया कि जेपी गंगा पथ के बन जाने से पटना के साथ-साथ उत्तर बिहार के लोगों को भी बहुत फायदा होगा।जेपी सेतु के पास से ही जेपी गंगा पथ बनाई गई है। इसके अलावा अटल पथ जो आर ब्लॉक से दीघा घाट तक जाती है, उससे भी जोड़ा गया है। बिहार विधानसभा इलाके को भी इस रोड से कनेक्‍ट किया गया है। इससे पाटलिपुत्र कॉलोनी और बोरिंग रोड के लोगों को PMCH जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। पहले उन्‍हें अशोक राजपथ होते हुए जाने में डेढ़ से दो घंटे लग जाते थे,अब वे गंगा पथ महज 20 मिनट में पहुंच जाएंगे।

7वें दिन जेपी गंगा पथ का पाथवे ध्वस्त

जेपी गंगा पथ के चालू होते ही मुंबई के मरीन ड्राइव की अनुभूति पाने ख़ातिर लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा। गंगा नदी के किनारे बने होने की वजह से लोग यहां खींचे चले आ रहे हैं। राजधानी पटना को नया पिकनिक स्पॉट मिल गया है। इसकी शुरुआत के साथ ही राजधानी वासियों की यह सबसे पसंदीदा पिकनिक स्थल बन गया है। लेकिन इसी बीच मानसुम की पहली हल्की बारिश से ही नवनिर्मित जेपी गंगा पथ का पाथवे ध्वस्त हो गया। इसके ध्वस्त होने की तस्वीर ताबड़तोड़ सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है। साथ ही सवाल भी किया जा रहा है कि सात वे दिन ये हाल है तो आगे क्या होगा?

उल्लेखनीय है कि विगत दिनों बिहार के ही भागलपुर जिले में एक निर्माणधीन पुल टूटकर गिर गया। इसकी वजह तेज आंधी बताई जा गई। तब सुल्तानगंज क्षेत्र के नीतीश कुमार के विधायक ललित नारायण मंडल ने कहा था कि “ऐसा लगता है कि निर्माण के लिए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था।”उन्होंने कहा कि, वे मामले की जांच कराएंगे। साथ ही विधायक बोले कि, “मैं बता रहा हूं, यहां गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किया गया। अब मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। दोषी को बचने नहीं दिया जाएगा।”

लेकिन अब राजधानी पटना में हल्की बारिश के बाद नवनिर्मित मरीन ड्राइव की हालत कुछ ऐसी हो गई है जिसको देखकर लगता है कि पिछली घटना से सुशासन सरकार ने कोई सबक नही लिया है। महज 7वें दिन जेपी गंगा पथ का पाथवे ध्वस्त होने से अब इसके निर्माण की क्वालिटी पर सवाल उठने लगा है।

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