बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Super Exclusive-“लेगा पैसा दे हम तुमको पैसा,उठाएंगे और भेज देंगे हम शराब के साथ वही जेल में पैसा लेते रहना” बेउर थाने का एक और सनसनीखेज कारनामा

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  • पूर्व थानेदार प्रवेश भारती से जुड़ा है मामला
  • डेढ़ लाख लेकर 3 लुटेरों को छोड़े के आरोप में बेउर जेल में है तात्कालिक थानेदार और 5 सहकर्मी
  • पूर्व थानेदार के रिशेतदारों से वित्तीय लेनदेन से जुडा है मामला
  • वर्तमान में बेउर थाने तैनात एक दरोगा पर भी आरोप

पटना Live डेस्क। राजधानी से सटे नौबतपुर थाना क्षेत्र में इसी वर्ष 15 जुलाई की रात 18.41 लाख के सिक्का लूट काण्ड के बाद महज तीन घंटे बाद ही बेउर थाना पुलिस ने सिपारा में सिक्को से लदे वैन व 3 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था पर तत्कालिक बेउर थानेदार इंस्पेक्टर प्रवेश भारती ने डेढ़ लाख घूस लेकर न केवल तीनो लुटेरों को छोड़ दिया था बल्कि सिक्को से भरी वैन भी उनके सुपुर्द कर दिया था। लेकिन कहते है न पाप का घड़ा भरने के बाद फुट ही जाता है। पाप का घड़ा फूटा तो कोहराम ही मच गया और पटना पुलिस के दामन पर न मिटने वाला पैबंद बन गया। वर्त्तमान में अपनी करतूत के उजागर होने के बाद जनाब थानेदार साहब प्रवेश भारती अपने सहकर्मियों यानी बेउर थाने में ही तैनात रहे दारोगा सुनील चौधरी,जमादार विनोद राय, होमगार्ड के दो जवान विनोद शर्मा और कृष्ण मुरारी के साथ आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में निषिद्ध है। लेकिन कहते है न आपके बुरे कर्म आपका पीछा नही छोड़ते है। एक न एक दिन सच्चाई बाहर आ ही जानती है। ठीक ऐसा ही हुआ है।

दरअसल,बतौर थानेदार बेउर थाने में अपनी तैनाती के बाद 2009 बैच का यह सब इंस्पेक्टर जो तरक्की पाकर इंस्पेक्टर बना था,बिल्कुल निरंकुश और वर्दी के गुरुर में खुद को सर्वशक्तिमान मान बैठा था। तभी तो इस वर्दीवाले पर कई बार बिलावजह मारपीट और दबंगई के भी आरोप तो लगे ही बल्कि बाकायदा अब पटना Live को इसकी करतूत का एक ऐसा प्रमाण मिला है जो इसके दागदार दामन को न केवल उजागर कर रहा है बल्कि एक बार फिर जेल में रहने के बावजूद पुनः इसको कानूनी शिकंजे में जकड़े का वाहक बन सकता है।

दरअसल, यह मामला वर्दी की धौस में लाखों रूप लेकर पचा जाने की नीयत का खुल्लम खुल्ला मुजाहिरा है। कहानी की शुरुआत होती है कुछ इस तरह।

क्रमशः …खुलासा जारी है।

 

 

 

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