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BIG NEWS – मोदी का झोपड़ी में रहने वाला मंत्री, न अपना मकान और ना परिवार , “ओडिशा का मोदी” बना केंद्र सरकार का मंत्री

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पटना Live डेस्क। भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने लगातार दूसरी बार देश की बागडोर संभाल ली है। देश की राजधानी में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में गुरुवार शाम आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पीएम मोदी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। पीएम के बाद पिछली सरकार में गृह मंत्री रहे लखनऊ से बीजेपी के सांसद राजनाथ सिंह ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। सरकार में तीसरे नंबर पर अमित शाह ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। आपको बता दें कि पीएम के साथ कुल 24 कैबिनेट मंत्रियों, 9 राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है।

झोपड़ी में रहने वाला सांसद 

लेकिन इस पूरे शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान जो चेहरा सबकी उत्सुकता का कारण बना है उसको ओडिशा के मोदी के उपनाम से जाना जाता है। सिर्फ पैसों से चुनाव लड़ने के मिथक को गरीबी और ईमानदारी से ध्वस्त करने वाले प्रताप सारंगी ने उस दौर में जब पॉलिटिक्स धनकुबेरों का शगल बन गया है। करोड़ों खर्च कर अरबों कमाने का जरिया बन चुकी राजनीति में प्रताप सारंगी सादगी की नज़ीर बन गए है। ओडिशा की बालासोर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर आए प्रताप चंद्र सारंगी को नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री  बनाया गया है। इन्हें राज्यमंत्री का प्रभार मिला है। एकदम साधारण वेशभूषा और सामान्य जीवन जीने वाले प्रताप सारंगी चुनाव जीतने के बाद से ही काफी चर्चा बटोर रहे हैं। इस शख़्स के पास न अपना मकान है ना ही अपना परिवार समाज सेवा को जीवन का लक्ष्य बना चुके प्रताप चंद्र सारंगी जो बालासोर से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद है।इन्हें ‘ओडिशा का मोदी’ भी कहा जाता है। मोदी जब भी ओडिशा की यात्रा करते है तो सारंगी से तमाम व्यवस्तताओ के बावजूद मुलाकात  जरूर करते हैं।

झोपड़े में रहने वाला मंत्री

अपने लोकसभा क्षेत्र में इनके बेहद सरल व्यक्तिव और समाजसेवा में तन्मयता की चहुओर चर्चा है। इनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते है कि अरबपति प्रतिद्वंद्वी के धनबल और बाहुबल के बावजूद आमलोगो ने उसे नकार कर इनको विजेता बनाया दिया है। सारंगी ने बीजू जनता दल के अरबपति रविंद्र कुमार जेना को 12 हजार 956 वोट से हाराया है।

दो बार विधायक रह चुके हैं

 प्रतापचन्द्र सारंगी, आज भी झोपड़े में रहते है। जबकि  भाजपा का झंडा थामकर प्रताप सांरगी दो बार ओडिशा विधानसभा में बैठ चुके हैं। मगर न तो इनके पास अपना बड़ा सा मकान है। न गाड़ी न पुलिस की सुरक्षा गार्ड टूटे हुए मकान में अकेले रहने वाले प्रताप 542 सांसदों में सबसे गरीब आर्थिक रुप से कमजोर सांसद हैं। जिनके पास  मोबाइल नहीं है। झोपडी में निवास है।ग्राम पंचायत के हैंडपंप पर स्नान करते हैं। सारंगी ने अपना  पूरा प्रचार साइकिल से किया।

सारंगी कई सालों से समाजसेवा में लगे हैं। उन्होंने शादी भी नहीं की है। वो रामकृष्ण मठ में साधु बनना चाहते थे। इसके लिए वो कई बार मठ भी गए थे। लेकिन जब मठ वालों को पता लगा कि उनके पिता नहीं है और उनकी मां अकेली हैं, तो मठ वालों ने उन्हें मां की सेवा करने को कहा। पिछले साल उनकी मां का देहांत हुआ है। साधु बनने चले थे, वो तो परिस्थितियों ने नही बनने दिया पर सियासत की काली कोठारी में सादगी के साधक बनकर रह गए है।

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