बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG News-संकट में सुपर कॉप IPS अमित लोढ़ा के खिलाफ Bihar सरकार ने दी जाँच की अनुमति,15 दिन में मांगा जवाब 

बिहार सरकार ने 2 IPS अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। ये दो अधिकारी है गया जिला एसएसपी रहे (SSP) आदित्य कुमार और तत्कालीन आईजी (IG) मगध रेंज अमित लोढ़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद वर्तमान में IG राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो में तैनात अमित लोढ़ा के खिलाफ तीन अलग-अलग जांच शुरू हो गई है।

651

पटना Live डेस्क। 1998 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी व वर्त्तमान में बिहार पुलिस मुख्यालय के राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो में आईजी के पद पर तैनात हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटने के बाद इनकी तैनाती बतौर आईजी मगध रेंज की गई थी। तैनाती के दौरान IG अमित लोढ़ा के खिलाफ गंभीर आरोप लगे थे। इस मामले में पुलिस मुख्यालय से जांच की अनुमति मिल गई है।इसके लिए उन्हें जवाब देने के लिए 15 दिनों की मोहलत दी गयी है। यदि उनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के आदेश के बाद आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ 3 अलग-अलग जांच-पड़ताल शुरू हो गई है। ऐसे में तीनों जांच ADG रैंक के अधिकारी करेंगे।

दरअसल, मगध रेंज के पूर्व आईजी अमित लोढ़ा पर गलत तरीके से पैसे कमाने का आरोप है। जहां उन्होंने आईजी होने के दौरान 6 से सात मामलों में गलत फैसले लेने की वजह से आरोपी को फायदा मिला था। उन्हें जवाब देने के लिए 15 दिनों की मोहलत दी गयी है। यदि उनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी।हालांकि अमित लोढ़ा के खिलाफ लगे कुछ अन्य आरोपों की अभी जांच-पड़ताल चल रही है।

गौरतलब है कि, बीते 2 फरवरी 2022 को नीतीश सरकार ने कार्रवाई करते हुए मगध क्षेत्र (गया) के IG अमित लोढ़ा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था। जहां पर उन्हें बिहार पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया था।

क्यो? कब? कहा? कैसे? 

दरअसल, मगध रेज़ के बतौर आईजी तैनाती के दौरान आईपीएस अधिकारी पर गलत तरीके से पैसे कमाने का आरोप है। बतौर मगध रेंज आईजी इनके स्तर से छह से सात मामलों में गलत निर्णय लेने की वजह से आरोपी को फायदा मिला। कुछ मामलों में इन्होंने गलत निर्णय लिया तथा गया के तत्कालीन एसपी आदित्य कुमार के स्तर से कुछ मामलों में आरोपियों को जितनी सजा दी गयी थी, उसे इन्होंने कम कर दिया था। इस तरह के आरोपों के मद्देनजर उनसे शोकॉज कर जवाब तलब किया गया है।

जवाब गलत या संतोषजनक नहीं पाये जाने पर इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जायेगी। उसी समय इसके लिए विभागीय जांच अधिकारी का चयन किया जायेगा। हालांकि इनके खिलाफ लगे कुछ अन्य आरोपों की अभी जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद इनसे फिर से शोकॉज किया जा सकता है।

इनके खिलाफ लगे शुरुआती आरोपों की जांच कर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी है। कुछ दिनों पहले सौंपी गयी इस रिपोर्ट के बाद ही इनसे शोकॉज किया गया है। ईओयू ने इनसे जुड़े विभागीय आरोपों और गलत तरीके से पैसे कमाने से जुड़े मामलों की जांच की है। इस रिपोर्ट आईजी रहने के दौरान ही पद का दुरुपयोग करने और कई गलत निर्णय लेने से संबंधित कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले थे।

3 ADG अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,जांच आर्थिक अपराध इकाई के ADG नैय्यर हसनैन खान करेंगे। वहीं दूसरी जांच एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह को दी गई है,साथ ही तीसरी जांच ADG (CID) जितेंद्र कुमार को सौंपी गयी है। दरअसल, IPS अमित लोढ़ा के खिलाफ जो शिकायतें सामने आई हैं उसकी जांच ADG लॉ एंड आर्डर करेंगे।

                 बता दें कि,अधिकारी जांच करेंगे कि अमित लोढ़ा पर जो कंपनी फिल्म बनाई जा रही है, उसमें किसका पैसा लगा हुआ है? ईओयू इसकी पूरी पड़ताल करेगी। बताया जा रहा है कि अब ईओयू जांच करेगी कि आखिर उस शख्स ने फिल्म बनाने के लिए उस कंपनी में पैसा क्यों लगाया। ऐसे में जांच एजेंसी पैसा लगाने वाले शख्स से भी पूछताछ करेगी। वहीं, आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अलग से चलेगी।

जानिए कौंन है IPS अधिकारी अमित लोढ़ा?

                 बता दें कि, बिहार कैडर के 1998 बैच के आईपीएस अफसर अमित लोढ़ा राजस्थान के रहने वाले हैं। जहां पर उन्होंने बहुत कम उम्र में पुलिस सेवा ज्वाइन की थी। साथ ही इसके अलावा वो अपनी पर्सनालिटी को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं। वर्तमान में आईपीएस अमित लोढ़ा पुलिस महानिरिक्षक के पद पर तैनात हैं। उन्हें मेधावी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा उन्होंने आंतरिक सुरक्षा पदक भी जीता है। वहीं, अमित लोढ़ा ने IIT परीक्षा को पास किया था, लेकिन उन्होंने बाद में प्रशासनिक सेवा में जाने का फैसला किया।

आईपीएस ऑफिसर अमित लोढ़ा इंडियन पुलिस सर्विस के वो अधिकारी हैं, जिन्होंने कई कुख्यात अपराधियों को एक शानदार स्ट्रैटजी के जरिए पकड़ा है। बिहार के ‘सुपर कॉप’ कहे जाने वाले अमित लोढ़ा ने जिला शेखपुरा के खतरनाक अपराधी विजय सम्राट को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा था। जिसके बाद उन्हें गैलंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। अमित लोढ़ा ना सिर्फ एक बेहतरीन पुलिस अफसर हैं बल्कि एक अच्छे लेखक भी हैं और अपनी इस कला को उन्होंने साबित किया था अपनी पहली किताब ‘बिहार डायरी’ से, जो मुख्यतौर पर विजय सम्राट की गिरफ्तारी पर ही आधारित थी।

Comments are closed.