बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

6 महिने बाद आखिरकार आज 5 बजे तक जेल से बाहर आएगा निखिल प्रियदर्शी

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना की लव, सेक्स और धोखा की इस वर्ष 2017 की सबसे चर्चित कहानी का सुखद अंत कहे या जेल से बाहर आने की मजबूरी में किया गया समझौता कहे काफी लंबे चले इस जंग का सुखद अंत हो रहा है।शादी के समझौता पर आखिरकार कोर्ट ने भी मुहर लगा दिया। 6 महिने से जेल में बंद राजधानी के बेहद चर्चित ऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी आखिरकार जेल से आजाद हो जायेगा। अपने आशिक और होने वाले पति के दीदार के लिए सुरभी पलक पावड़े बिछाए इंतजार कर रहीं हैं।

                  राजधानी पटना की सड़कों पर पूरी हनक से बेशकीमती कार दौड़ाने वाला रिटायर्ड आईएएस केबीपी सिन्हा का पुत्र सह ऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी एक समय में शहर के युवावर्ग का तथाकथित तौर पर आईकोन था। शहर के नव धनाढ्य, रहीस और रसूखदार जमात का सिरमौर कहा जाता था। कई राजनीतिक घराने से जुड़े लोग निखिल को अपना करीबी दोस्त बताते थे।

लेकिन …..

बिंदास जीवन शैली और नशे की पिनक निखिल पॉर भारी पड़ गई और फिर एक दिन एक लड़की सुरभी प्रसाद है ,जो पूर्व मंत्री की बेटी हैं। दो जवां दिल,निखिल प्रियदर्शी और सुरभी प्रसाद एक दूसरे से प्यार कर बैठे ।दोनों ही के रिश्ते को परिवार स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। दोनों के बीच प्यार में मर्यादा कब की टूट चुकी थी।

सुरभि प्रसाद और साज़िश का सच

अपनी अकड़,दबंगई और रौबीले स्वभाव की वजह से अपने दोस्तों की नज़र में खटकने वाले ऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी समझ पाता की पहलू में समाये दोस्त कब के रक़ीब बन चुके थे, सुरभी भी विरोध में झंडा उठाकर उसके ख़िलाफ़ बातौर हथियार इस्तेमाल की जा चुकी थी। फिर तो निखिल प्रियदर्शी दिन ब दिन साजिश का शिकार होता चला गया।

सुरभि ने प्यार को हासिल करने को किया मुकदमा

सुरभी प्रसाद अपने प्यार को पाने के लिए बीते दिसंबर माह में निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुये कई को आरोपी बना डाली। यह खबर शहर में आग की तरह फैल गयी। निखिल के जो भी दुश्मन थे,वो सभी सुरभी के साथ खडे हो गये और निखिल के खिलाफ हेलियस ग्रुप के चेयरमैन संजय सिंह,मृणाल किशोर एवं चांद मियां ने गवाही दीं। पूर्व मंत्री की बेटी से जुड़ा,यह चर्चित मामला होने के कारण सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया। एसआईटी टीम ने मार्च माह में उत्तराखंड के ऋषिकेश से निखिल प्रियदर्शी को गिरफ्तार कर लिया और फिर पटना स्थित बेऊर जेल भेज दिया।यह मामला लगातार सुर्खियों में बना रहा।

 

मन मिजाज से जिद्दी सुरभी के दिल में प्यार पाने की आग लगी थीं ,और आखिरकार अपने प्रेमी निखिल प्रियदर्शी से मिलने जेल तक पहुंच गयी। दोनों का आंखें मिलते ही बुझा प्यार में हरियाली आ गयी। सुरभी और निखिल ने शादी करने का निर्णय लिया। तय कार्यक्रम के अनुसार दोनों ने सहमति से शादी के लिए समझौता पत्र दाखिल कर दिया। सेशन कोर्ट ने तो निखिल का जमानत नहीं दिया लेकिन समझौता के आधार पर कई शर्तों के बीच पटना हाईकोर्ट ने निखिल प्रियदर्शी को फिलहाल तीन माह के लिए औपबंधिक जमानत दे दिया। शनिवार को ही बेलबांड भरने की प्रक्रिया हो रही थी लेकिन तकनीकी कारणों से पुरी नहीं हो सकी। सोमवार को निखिल प्रियदर्शी के वकील ने बेलबांड भर दिया हैं। करीब पांच बजे शाम तक निखिल प्रियदर्शी देल से आजाद हो जाएगा। निखिल प्रियदर्शी को परिवार का साथ मिला तो समझौता के बाद सबसे अधिक तौर पर सक्रिय सुरभी प्रसाद रही जो प्रति डेट पर अपने प्रेमी निखिल से मिलने कोर्ट पहुंज जाती थी।बहस के दौरान हाईकोर्ट भी गयी और समझौता का हामी भरती रही।

कारण चाहें जो भी रहा हो ,जिस तरह से निखिल प्रियदर्शी ऑटोमोबाइल के कारोबार में आकर छा गया था,उसी तरह कारोबार डूबता भी गया। कुछ लोग कहते हैं निखिल ने अपने स्टाफ पर पुरा भरोसा किया था और स्टाफ ने धोखा दे दिया।

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