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घूसखोर दारोगा चढ़ा निगरानी के हत्थे

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शकील अहमद/पश्चिम चंपारण

पटना Live डेस्क.  घूसखोर दारोगा चढ़ा निगरानी के हत्थे. बिहार की पीपुल्स फ्रेंडली पुलिस को आप पीपुल्स फेंडली मत कहिए. मौके की नजाकत देख ये आपके जेब से रुपए निकालने की पूरी कोशिश करेंगे और अगर आपने इनके मन मुताबिक रुपए नहीं दिए तो फिर लगाते रहिए थाने के चक्कर. जी हां. मामला है पश्चिम चंपारण जिले के लौरिया थाने का. जहां तैनात एक घूसखोर दारोगा बिना रुपया लिए कोई काम नहीं करता. अगर आपने घटना को अंजाम दिया तभी भी रुपए दीजिए और अगर आप पीड़ित हैं तभी भी इनकी जेब गर्म कीजिए. ये साहब जेब में रुपए की गर्मी पाकर ही कार्रवाई करते हैं. अगर आप पीड़ित हैं, लेकिन इन्हें रुपए नहीं दिए तो ये जनाब आपका वाजिब काम भी नहीं करेंगे. चाहे आप लाख जतन कर लें. लौरिया इलाके का एक परिवार दहेज हत्या में अपने परिजन को खोने के बाद इंसाफ की तलाश में दर-दर भटक रहा है. मामले को लेकर सारे कागजात परिवार ने पुलिस को मुहैया कराए लेकिन भला जहां रुपए खाकर काम करने की बात हो वहां भला कागज उपलब्ध कराने से ही क्या होता. बार-बार पीड़ित परिवार के थाने का चक्कर लगाने के बाद भी दारोगा साहब ने कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़ित परिवार ने कई बार उनसे आरजू की लेकिन वो भला कहां सुनने वाले थे. आखिरकार दारोगी की मनमानी से तंग आकर परिवार ने उन्हें सबक सिखाने की ठानी. और दस हजार में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर मामला तय किया. इस बीच पीड़ित परिवार ने इस बात की खबर निगरानी विभाग को दी. जांच के बाद निगरानी  मामले मामले को सही पाया और दारोगा को दस हजार रुपया घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

 

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