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BIG News – PM मोदी की हत्या की साज़िश का मुंगेर कनेक्शन,गिरफ्तार नक्सली ने किए NIA के सामने बेहद अहम खुलासे

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पटना Live डेस्क।बीते 21जून को NIA की टीम ने मुंगेर से राजेन्द्र जी उर्फ अभिमन्यु यादव उर्फ उमेश यादव को गिरफ्तार किया था। यह खबर सबसे पटना Live ने ब्रेक करते हुए अपने पाठकों को इस शीर्षक के तहत साझा किया था।

BIG BREAKING – NIA ने मुंगेर में दी दबिश,नक्सल संगठन के एरिया कमांडर को गिरफ्तार कर ले गई अपने साथ

BIG BREAKING – NIA ने मुंगेर में दी दबिश,नक्सल संगठन के एरिया कमांडर को गिरफ्तार कर ले गई अपने साथ

दरअसल एनआईए को आईबी से एक खुफिया रिपोर्ट मिली थी। यह इनपुट महाराष्ट्र के पुणे पुलिस को मिली एक चिट्ठी जिससे प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साज़िश का पर्दाफाश हुआ था,से जुड़ा था। चिट्ठी के मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों से तालमेल कर पुणे पुलिस ने नागपुर, दिल्ली और नागपुर में ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए 5 लोगों को धर दबोचा था। गिरफ्तार पांचों से पूछताछ में एक बिहारी नक्सली के बाबत कुछ जानकारी मिली थी। मिले इनपुट पर NIA की एक टीम Dysp एस के मालवीय के नेतृत्व में 15 दिनों तक मुंगेर में डेरा डाल कर जमालपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर से राजेन्द्र जी उर्फ अभिमन्यु उर्फ उमेश कुमार यादव को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार नक्सल कमाण्डर को NIA की टीम ने गुरुवार 23 जून को पटना स्थित NIA स्पेशल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया।                  
एनआईए के डीएसपी मालवीय और इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने जब पटना स्थित NIA कैम्प ऑफिस में बिहार-यूपी के एरिया कमांडर अभिमन्यु रिमांड के दौरान शुरू में तो”मोदी की हत्या की साज़िश” से खुद को अनजान और जानकारी न होने के राग अलापता रहा पर धीरे धीरे उसने सारे राज़ उगलने शुरू किए तो एक बार को तो सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों के भी सर चकरा गए। पूछताछ में गिरफ्तार नक्सली ने कई अहम खुलासे तो किये ही है साथ ही साथ कुछ ऐसे भी कुछ तथ्य उगले है, जिससे यह स्पष्ट पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश में इसकी भी न केवल अहम भूमिका थी बल्कि शामिल था। वही पूछताछ के दौरान उन सम्पर्क सूत्रों के बाबत भी अहम जानकारी मिली है जो इस षडयंत्र में कारगर भूमिका निभा रहे थे। इस खुलासे के बाद संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती है।                  
उल्लेखनीय है जमालपुर थान क्षेत्र के बड़ी दौलतपुर से नक्सली कमाण्डर अभिमन्यु यादव उर्फ राजेंद्र जी को गिरफ्तार करने के बाद जब उसके घर की तलाशी ली गई थी तो नक्सली साहित्य के अलावा कई अन्य संदिग्ध सामान बरामद किए गये थे।                                       5 लोगों को किया था गिरफ्तार                         पीएम मोदी की हत्या की साजिश के आरोप में पुणे पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि पांचों का संबंध प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी संगठन से है। गिरफ्तार किए गए पांचों लोगों के नाम दलित एक्टिविस्ट सुधीर ढावले,वकील सुरेंद्र गडलिंग, एक्टिविस्ट महेश राउत,शोमा सेन और रोना जैकब विल्सन हैं। पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा है कि ये ‘अरबन माओइस्ट’ के शीर्ष नेता हैं। वही इनके गिरफ्तारी के बाबत पुणे पुलिस ने बताया था कि  ढावले को मुम्बई से, तो गडलिंग,राउत और सेन को नागपुर से तो जैकब विल्सन को नई दिल्ली के उनके मुनिरका स्थित फ्लैट से। साथ पुलिस ने बताया था कि विल्सन के मुनिरका स्थित फ्लैट से ही “चिट्ठी” मिली थी।

रमेश जी उर्फ अभिमन्यु उर्फ उमेश कुमार यादव          वर्ष 2017 के सितंबर महीने में जेल से रिहा होने के बाद से रमेश जी उर्फ अभिमन्यु उर्फ उमेश कुमार यादव मुंगेर के जमालपुर थाना क्षेत्र के बड़ी दौलतपुर के पशुपालन गली में रह रहा था।अभिमन्यु के बाबत मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले के अयोध्यागंज के कुर्सेला थानाक्षेत्र के दक्षिणी मुरादपुर पंचायत के खेरिया गाँव का मूल निवासी है। बताया जाता है कि अभिमन्यु के मृत पिता नारायण यादव अपने पंचायत के सरपंच हुआ करते थे। उमेश ने पिछले 20 सालों से परिवार के साथ-साथ गांव से भी किनारा कर रखा है। गांववाले बताते हैं कि 17 साल की उम्र में अभिमन्यु ने घर छोड़कर लापता हो गया था। फिर अचानक कई वर्षों बाद लौटा था। लगभग 3 दशकों से नक्सली गतिविधियों में शामिल है। अपने नक्सली गतिविधियों के दौरान अभिमन्यु ने एक से बढ़कर दुःसाहसिक वारदातों को अंजाम दिया है।

इस दौरान वर्ष 2011 में अभिमन्यु 6 हार्डकोर शीर्षस्थ माओवादी नेताओं के साथ पकड़ा गया। इनमें दो करोड़ रुपये के इनामी नक्सली नेता आंध्रप्रदेश के वाराणसी सुब्रमण्यम,बंगाल के झंटू दा उर्फ पूर्णेंदु मुखर्जी तथा गया जिले के विजय आर्या उर्फ यशपाल भी शामिल थे।बाद में वर्ष 2014 में जेल से बाहर निकला। बाहर आने के बाद अभिमन्यु को नॉर्थ बिहार के खगड़िया,भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, वैशाली, छपरा का विशेष एरिया सचिव बनाया गया था।
फिर एक बार अभिमन्यु को वर्ष 2017 के फरवरी महीने में बिहार STF ने जमालपुर से गिरफ्तार किया था। उस वक्त भी मुंगेर के जमालपुर में अपने छद्म नाम मनोज बनकर अपनी पत्नी उमा देवी के साथ रह रहा था।
जानकार बताते हैं कि अभिमन्यु ने जून 2005 को मधुबनी में मंत्री सीताराम सिंह के आवास पर हमला कर दिया था। फिर 26 मार्च, 2016 की रात तुर्की रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन दोहरीकरण करनेवाली निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला कर 14 वाहन को जला डाला था। जबकि मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में मड़वा पाकड़ गांव स्थित सुंदरम ईंट भट्ठे की चिमनी को विस्फोट कर उड़ा दिया था,जंदाहा में बैंक लूट समेत दर्जनों कांड को अंजाम दिया है।

  NIA के कांडों में थी खोज

एनआइए ने मुजफ्फरपुर बिहार में नक्सल गतिविधि में शामिल रहने, हथियार और गोला बारूद और धन की वसूली को लेकर केस नंबर आरसी /14/2018/एनएलए/डीएलआइ में विभिन धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज है।

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