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पटना Live के खुलासे पर लगी सच की मुहर मुन्ना बजरंगी का गुर्गा है मिर्जापुर जेल का बंदी रिंकू सिंह

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पटना Live डेस्क। 21 मार्च को धनबाद में अपने 3 साथियों समेत अंधंधुन्ध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिए गए धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्याकांड के बाबत पटना Live ने खुलासा करते हुए 26 मार्च को शीर्षक ” मेंशन -मुख़्तार, मिर्जापुर, मऊ, मुन्ना बजरंगी मौत का निर्मम खेल और पीलीभीत जेल …” बुधवार को मिर्जापुर जेल में बंद रिंकू सिंह से मिलने पहुचे कुख्यात शूटर अमन सिंह अपने रिश्तेदार अपराधी अभिनव सिंह के साथ यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। ये वही रिंकू सिंह है जिसने नीरज सिंह हत्याकाण्ड में शामिल होने के लिए अमन सिंह को पंकज सिंह के पास भेजा। मिर्जापुर जिला जेल का बंदी रिंकू सिंह पीलीभीत जिला कारागार में बंद मुन्ना बजरंगी का बेहद विश्वस्त और खास गुर्गा है।


वहीं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के लंभुआ थानाक्षेत्र के वृधापुर का रहने वाला पंकज सिंह भी कुख्यात शूटर प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी का करीबी है। वही एसटीएफ के अधिकारियों को पूछताछ में यह जानकारी अमन सिंह ने दी है। धनबाद के पूर्व उपमेयर हत्याकाण्ड में शामिल चारो शूटरों का वर्त्तमान में पीलीभीत जेल में कैद कुख्यात मुन्ना बजरंगी से तार जुड़ने के पुख्ता सबूत लगातार जांच टीम को मिल रहे है। सिंह मेंशन से जुड़े इस निर्मम हत्याकण्ड में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही झारखंड पुलिस मुन्ना बजरंगी से भी पूछताछ कर सकती है।


वही यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े सुपारी किलर अमन ने बताया कि उसके रुकने और ठहरने की व्यवस्था उसका रिश्तेदार सह वारदातों में शामिल रहने वाला साथी अभिनव सिंह करता था। अमन ने स्वीकार किया है कि ग़िरफ़्तार अभिनव के ही कहने पर वह इलाहाबाद और सिंगरौली में हत्या की दो वारदातों की सुपारी लेने के लिए रिंकू सिंह से मिलने मिर्जापुर कारागार पहुचा था।

नीरज सिंह हत्याकण्ड का सच

यूपी एसटीएफ की पूछताछ में अमन ने बताया कि 21 मार्च को धनबाद में पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या करने के बाद चारों शूटर ने घटनास्थल से ही थोड़ी दूर पर बाइक खड़ी कर दी थी। फिर बाद में सभी शूटर बस से वेस्ट बंगाल के आसनसोल पहुंचे। वहां पंकज सिंह उनसे मिला और उसने चारों शूटरों से हत्या में प्रयुक्त हथियार वापस ले लिया और बाद में मुलाकात करने को कह चलता बना। फिर चारो हत्यारे आसनसोल से ट्रेन से बिहार के बक्सर पहुंचे। बक्सर स्टेशन से बाहर निकल कर सभी जीप से यूपी के बलिया गए। इसके बाद चारों शूटर अलग-अलग हो गए।
अमन ने ये भी कबूला की नीरज सिंह हत्याकण्ड को अंजाम देने खातिर कुख्यात पंकज सिंह ने 50 लाख रुपये देने की बात कही थी। लेकिन काम होने के बाद उसने धोखा दे दिया और पैसे नही दिए।वही अमन ने एसटीएफ को बताया कि बनारस निवासी उसका एक दोस्त बृजेश सिंह वर्त्तमान में अयोध्या में उदासीन अखाड़ा में रहता है। बृजेश ने हाल ही में उसे अपने एक दुश्मन की हत्या करवाने के लिए अभिनव के ज़रिये से अयोध्या बुलवाया था। वह गया भी लेकिन जिसकी हत्या करनी थी उसके पास लाइसेंसी असलहा होने और अवसर न मिलने के कारण उसे बिना हत्या किए लौटना पड़ा।


उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अमन सिंह का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। अमन के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित अन्य आरोपों में आजमगढ़, अंबेडकर नगर, फैजाबाद और धनबाद में छह मुकदमे दर्ज हैं। वहीं अमन के संग गिरफ्तार बट्टू उर्फ अभिनव सिंह के खिलाफ डकैती सहित अन्य आरोपों में फैजाबाद में महज एक मुकदमा दर्ज है। यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तारी के बाद कई घंटों की पूछताछ के बाद अमन सिंह को मिर्जापुर के कटरा कोतवाली पुलिस के हवाले करने के बाद धनबाद पुलिस को इस बाबत जानकारी दे दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि आज धनबाद पुलिस मिर्जापुर पहुचकर अमन को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर धनबाद ले जायेगी।

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