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BiG News – मोकामा से मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड की गवाह समेत लापता सात लड़कियों में से पुलिस ने छह को ढूंढ़ निकाला

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#मोकामा के शेल्टर होम से लापता 7 में से 6 लड़कियां मिलीं
#दरभंगा के एसएसपी ने की पुष्टि, एक गांव में मिलीं लड़कियां
#शनिवार तड़के खिड़की की ग्रिल काटकर भागी थीं लड़कियां
#तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिए नीतीश कुमार पर साधा निशाना

 पटना Live डेस्क। शुक्रवार की अहले सुबह मोकामा स्थित नाजरेथ शेल्टर होम से सात लड़कियों के भाग निकलने के बाद मचे हंगामे के बीच पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 16 घंटे बाद दरभंगा से छह लड़कियों को बरामद कर लिया। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने लापता हुई सात में छह लड़कियों को ढूंढ़ निकाला है। जबकि एक अन्य की तलाश जारी है।

दरअसल, मोकामा के नाजरेथ अस्पताल के एनजीओ द्वारा संचालित बालिका सुधार गृह से सात लड़कियां शुक्रवार की देर रात करीब 3 बजे फरार हो गईं थी। इन सात लड़कियों में चार मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की गवाह हैं। इन्हें पांच माह पहले यहां लाया गया था। अन्य तीन लड़कियां गाय घाट स्थित निशांत सुधार गृह से 15 दिन पहले यहां आई थीं। उनकी उम्र 16 से 22 साल के बीच है। ये लड़कियां भाग गईं या भगा दी गईं, यह तो जांच के बाद खुलासा होगा।               छह लड़कियां दरभंगा जिले में मिल गयी हैं। दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बाबू राम ने बताया, छह नाबालिग लड़कियां शनिवार शाम को गंगौली गांव में मिलीं. यह गांव सकतपुर पुलिस थाना अंतर्गत आता है।   उन्होंने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर पटना से पुलिस की टीम यहां लापता लड़कियों की तलाश में आयी थी। पूछताछ के दौरान पुलिस को लड़कियों के यहां होने का पता चला था।इनमें से एक लड़की गंगौली गांव की रहने वाली है। एसएसपी ने बताया कि उक्त लड़की पांच अन्य के साथ गांव में मिली और यहां आयी पुलिस टीम ने उन्हें पूछताछ के लिये हिरासत में ले लिया है। दरभंगा एसएसपी ने बताया कि छह लड़कियों को महिला थाने में रखा गया है। पटना पुलिस की टीम भी पहुंच चुकी है।                        

पास्को कोर्ट में देनी गवाही 

मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड में सीबीआई ने सभी 34 पीड़ित किशोरियों को मुख्य गवाह बनाया है। सभी का न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष 164 के तहत बयान दर्ज करा मेडिकल जांच भी कराई गई थी। गायब हुई किशोरियों का ट्रायल के दौरान विशेष पॉक्सो कोर्ट में गवाही होनी है। पीड़ित किशोरियों ने फोटो से ब्रजेश ठाकुर, तत्कालीन बाल संरक्षण अधिकारी रवि रौशन, तत्कालीन सहायक निदेशक रोजी रानी आदि की पहचान की थी। इसके बाद 21 आरोपियों पर किशोरियों के बयान के आधार पर चार्जशीट दायर हुई थी।

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