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बिहटा के सिनेमा हॉल मालिक हत्याकांड में पुलिस के खुलासे पर परिजनों ने उठाये सवाल, रंगदारी को बता रहे है असल वजह

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना के बिहटा में 15 सितंबर दिन शुक्रवार की शाम 5 बजे निर्भय को तब गोली मारी गई जब वे सिनेमा हॉल गेट के पास खड़े थे। तीन अपराधी पैदल पहुंचे और चार गोलियां उनके सिर व शरीर में दाग दीं। फिर पैदल निकले और पास में किरासन डिपो के पास लगी बाइक से भाग निकले। खून से लथपथ निर्भय को पारस अस्पताल ले जाया गया पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हत्या में महाकाल बाइकर्स गैंग का नाम आया।घटना के बाद से पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए सोमवार को हत्याकांड का पर्दाफ़ाश करते हुए उदय सिनेमा हॉल मालिक निर्भय सिंह की हत्या में शामिल साजिशकर्ता अक्षय कुमार उर्फ प्रिंस उर्फ गोलू व घटना को अंजाम देने वाले शूटर अमित सिंह के पिता पप्पू सिंह (बसौढ़ा, बिहटा) को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अमित सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस अमित के साथ ही पंकज व लालू को भी पुलिस खोज रही है।

गोलू ने ही निर्भय सिंह की हत्या के लिए अमित को दो लाख की सुपारी दी थी। गाेलू का निर्भय सिंह से जमीनी विवाद चल रहा था। निर्भय सिंह का छह लाख रुपया इन लोगों के पास बकाया था। निर्भय सिंह बराबर पैसे की मांग करता था। गोलू उसे रास्ते से हटाने की योजना बना रहा था। इसी बीच घटना के दो दिन पूर्व भी निर्भय सिंह उसके घर पर गया था और पैसे मांगे। गोलू की मानें, तो उस दिन निर्भय सिंह ने उसकी मां के साथ गाली-गलौज की। इसी कारण उसने निर्भय सिंह की हत्या करवाने की ठान ली।इसके बाद उसने अमित को दो लाख रुपये दिये और उसकी हत्या करवा दी। गोलू के पिता मुकेश की पिछले साल गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी।इस मामले में भी गोलू को शक था कि निर्भय सिंह ने ही उसके पिता की हत्या करवायी है। हालांकि इस बात की पुष्टि पुलिस की जांच में नहीं हुई थी।


एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि घटना को पांच अपराधियों ने अंजाम दिया था।इसके अलावा महाकाल गैंग में एक दर्जन से अधिक युवक शामिल हैं। पुलिस ने हत्या के मामले में साजिशकर्ता समेत दो को गिरफ्तार किया है और महाकाल बाइकर्स गैंग के सात सदस्यों को भी पकड़ा गया है। बाइकर्स गैंग के सात सदस्य भी हुए गिरफ्तार इस महाकाल गैंग के खिलाफ पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी। खिलाफ पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी। साथ ही पुलिस ने महाकाल बाइकर गैंग के सरगना और मुख़्य संरक्षक कमलेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस इसके पीछे लगी थी।दौलतपुर पंचायत स्थित यह अपने घर में शराब पी रहा था। इसी दौरान पुलिस ने इसे धर दबोचा।इसके पास से नाइन एमएम का पिस्टल भी बरामद किया गया है।पुलिस गिरफ्त में आने के बाद इस शातिर ने बचने की भरपूर कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहा।

सिनेमाघर मालिक हत्या की गुत्थी भले ही पटना पुलिस सुलझा लेने का दावा कर रही है,लेकिन
मकतूल निर्भय सिंह के परिजन अभी भी संतुष्ट नही दिख रहे है।परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा मामले की लीपा पोती की जा रही है। परिजनों के मुताबिक निर्भय सिंह के हत्या के पीछे का कारण सिर्फ और सिर्फ़ रंगदारी है। पैसे और जमीन की लेन देन की कोई बात ही नही है। परिजनों का कहना है कि किसी तरह का पैसा गोलू के मां के पास बकाया ही नही था, तो फिर तगादा और दुर्व्यवहार की बात ही बेमानी है। उल्लेखनीय है कि निर्भय सिंह की सुपारी देकर हत्या कराने की बात कुबूल ने वाले गोलू और मकतूल निर्भय सिंह के घर एक ही मोहल्ले में है साथ ही उनके घर महज 3-4 मकान की दूरी पर है। वही, ज़मीनी विवाद और पैसे के कारण ये जो बात उठाया जा रहा है ये सरासर झूठ है। साथ ही बचे सभी अपराधियों की गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द करने की माँग कर रहे है।

                 बक़ौल गोलू के हत्या में कुल पांच अपराधी शामिल थे। हत्याकांड कांड में शामिल सभी अपराधियों को पकड़ना पटना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। आखिर किस गिरोह ने हत्या का अंजाम दिया?तमाम अटकलों के बीच एसएसपी मनु महाराज ने घटना में शामिल अपराधियों की शिनाख्त कर दो अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के लिए यह गिरफ्तारी बहुत हद तक सफल साबित हुई और हत्याकांड का खुलासा हो गया है। दरअसल, गिरफ्तार अपराधी पप्पू सिंह और गोलू बताया जाता है गोलू ने कुबूल किया कि निर्भय सिंह की ताने से ऊबकर मैंने उनकी हत्या किया। हत्या के पीछे और कोई वजह नहीं है।
दरअसल निर्भय सिंह के द्वारा गोलू के पिता जिनकी पिछले वर्ष हत्या हो गई थी को कुछ रकम बातौर कर्ज़ दिया गया था। जिसका तगादा करने मेरे घर आये और मेरी मां घर मे थी तो निर्भय सिंह अपमानित औऱ गालीगलौज कर दिये जो मेरे लिए बर्दाश्त के बाहर हो गया। इस बेइज्जती से मैं खुद को बेहद अपमानीत महसूस करने लगा। मैने फिर ये तमाम घटना क्रम को अपने दोस्त अमित गोलू और निशांत को बताया तो दोनों ने लकुछ दिनों तक इंतजार करने को बोला। फिर एक दिन साजिश रचकर पटना से शूटर शंकर चौधरी, सौरभ विशाल उर्फ रीकी,तनवीर और मुकेश को बसौढ़ा बुला कर हथियार और बाइक मुहैया कराया गया। हथियार और बाइक लेकर पांचों हत्या करने ख़ातिर रावना गए और शाम को निर्भय सिंह की हत्या को अंजाम दिया। वहीं एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि बहुत जल्द सभी अपराधी जेल में होंगे पुलिस अपना काम कर रही है।

 

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