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Super Exclusive -(वीडियो) महज 5 घंटे में पुलिस-पब्लिक ने किया अपहृत 7 साल के मासूम को सकुशल बरामद, सीसीटीवी ने खोले राज

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पटना Live डेस्क। एक मासूम का अपहरण कर लाखो रुपये उसके परिजनों से वसूलने की अपराधियों के बेहद खौफ़नाक साज़िश को बिहार की सूर्यनगरी के तौर पर विख्यात औरंगाबाद के युवाओं और पुलिस ने न केवल ध्वस्त कर दिया बल्कि अपराधियों को मासूम को सकुशल छोड़कर कर अपनी जान बचाने ख़ातिर भागने पर मजबूर कर दिया। वो भी महज 5 घंटे में 7 साल के मासूम को ममता की छांव में पहुचा दिया। माँ की गोद मे पहुचकर तमाम गतिविधियों और खौफ़नाक साज़िश से अनजान मासूम आर्यन माँ की गोद मे आते ही सो गया और माँ की आंखों अपने जिगर के टुकड़े को एकटक निहारती रही।

कहते है कि खाकी अगर खुद पर आ जाये तो मंदिर से चप्पल तो बड़ी चीज है परिंदे भी दाना न चुग सके। खैर, लब्बोलुआब यह है कि बिहार के औरंगाबाद में लिबर्टी शो रूम के मालिक पिंटू सिंह के 7 वर्षीय मासूम बेटे को शनिवार की शाम साढ़े पांच बजे  उठा लिया गया। मासूम की घटना की जानकारी मिलते ही बेहद सक्रियता से सकुशल बरामदगी को लेकर की गयी पुलिसिया चौकसी और सुचना तंत्र के जबतदस्त प्रभवशाली होने का असर ये हुआ कि अपहरणकर्ताओं को मासूम आर्यन को छोड़ कर भागने को मजबूर हो जाना पड़ा और पुलिस ने उसे शहर के अम्बा चौक से सकुशल बरामद कर लिया गया।

एसपी डॉ सत्यप्रकाश का कुशल नेतृत्व

गुमशुदगी के मामले से अपहरण में तब्दील हो चुके मासूम आर्यन के अपहरणकर्ताओं का अहम सुराग सीसीटीवी फुटेज से मिलते ही पुलिस बेहद सक्रिय हो गई।शहर के युवा वर्ग की मेहनत एवं पुलिस के मुखबिर तंत्र की सक्रियता ने रंग दिखाया और अपहृत हुए व्यवसायी पुत्र आर्यन की शिनाख्त करने में लगभग कामयाबी हासिल कर ली।बच्चे के अपहरण के बाद से जिस प्रकार शहरवासी उसकी बरामदगी के लिए प्रयासरत दिखे और पुलिस ने भी लोगों का भरपूर सहयोग किया तथा पल पल की जानकारी से एसपी डॉ सत्यप्रकाश को अवगत कराते हुए उचित मार्गदर्शन प्राप्त करते रहे। शहर कर क्षत्रिय नगर से आर्यन के गायब होने के बाद जैसे ही इसकी सुचना पुलिस तक पहुंची वैसे ही थानाध्यक्ष ने मामले की जानकारी से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया। cctv फुटेज के मिलने और शामिल 3 युवकों और बाइक का सच भी अक्षरशः बताया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सर्व प्रथम सभी थानों को एलर्ट कर दिया गया। साथ ही आर्यन का हुलिया और ऑरेंज कलर की टीशर्ट का उल्लेख भी किया गया। जिले में प्रमुख सडकों पर गश्त तेज कर दी गई और शहर से बाहर निकलने के रास्तों पर विशेष चौकसी के तहत अम्बा,रफीगंज,मदनपुर,दाउदनगर,बारुन सहित कई प्रमुख मार्गों पर पुलिस ने वाहन जांच अभियान शुरू कर दिया।
औरंगाबाद पुलिस के जज्बे को देखकर ही ऐसा लगने लगा था कि बेहद जल्द अपहरणकर्ता कितना भी शातिर क्यों न हो वह गिरफ्त में आ ही जाएगा। वही पुलिस की दबिश और सक्रियता ने अपने चरम पर रही उधर शहर के छात्र राजनीति से जुड़े एक दल के छात्र इकाई के जिलाध्यक्ष ई० विवेक कुमार सिंह के नेतृत्व युवाओं की भूमिका भी काफी सराहनीय रही।

वही नगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार वर्णवाल ने अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाला और कई ठिकानों पर न सिर्फ छापेमारी की बल्कि अपने तमाम तन्त्र को सक्रिय करते हुए मासूम की सकुशल बरामदगी सुनिश्चित ख़ातिर भिड़े रहे।

पुलिस पब्लिक गठजोड़ का सुफल

आखिर शहर के लोगों की मेहनत एवं पुलिस की अति सक्रियता ने रंग दिखाया और अपहृत हुए व्यवसायी पुत्र आर्यन का मिला सुराग मिल ही गया। साथ ही तीनो अपहरणकर्ताओं की शिनाख्त करने में पुलिस को लगभग कामयाबी हासिल हो ही गई। साथ ही अहम जानकारी मिली कि मासूम हरिहरगंज में ही 3 अपहरणकर्ताओं के कब्जे में है। इस ख़बर ने पुलिस को बहुत राहत दी साथ ही अब ये सुनिश्चित हो गया कि आर्यन सकुशल है। इधर पुलिस ने अपने तन्त्र का दबाव अपराधियों पर बढ़ाना शुरू किया तो दूसरी तरफ पुलिस की दबिश का दायरा लगातार अपहरणकर्ताओं के आसपास तंग होने लगा और वो घिरने लगे।

इधर, शहर के लोगो का चौतरफा सामाजिक दबाव और दायर भी अपराधियों के अंदर खौफभरता गया। पुलिस पब्लिक गठजोड़ का जबरदस्त दबाव ने असर दिखाया तो अपहरणकर्ताओं की एक न चली और उन्होंने अम्बा के चौक पर बच्चे को छोड़कर फरार हो गए।

और फिर बजी मोबाइल की घंटी

पुलिस की दबिश और सक्रियता ने अहम असर दिखाया और फिर नगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार वर्णवाल के मोबाइल की घंटी बजी तो उन्होंने हेलो किया ही था कि उधर से यह सुचना आयी कि एक पिंक कलर के शर्ट में छोटा-सा बच्चा हरिहरगंज के चूड़ी बाजार में बेसुध ज़मीन पर में पड़ा मिला है।ख़बर बेहद सनसनीखेज और सुकून दायक थी। पर अनुभवी इंस्पेक्टर वर्णवाल ने चेहरे पर बिना कोई भाव लाये पुलिसबल को साथ लेकर हरिहरगंज की और रवाना हो गये। उनके साथ कुछ अन्य लोग भी चल पड़े। ताकि मिली जानकारी के तहत कन्फर्म किया जा सके कि वह बच्चा आर्यन है या नही ?

मासूम आर्यन ममता की छांव मे

नगर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस दल वाहन पर सवार हो बडी तेजी से हरिहरगंज के चूड़ी बाजार की ओर बढ़ चला इधर पीछे आम लोगो का काफिला भी था। सभी की धड़कने काफी तेजी से धड़क रही थी चेहरे पर गंभीरता अपने चरम पर थी। और फिर एक पिंक कलर के टीशर्ट में छोटा-सा बच्चा बेसुध ज़मीन पर में पड़ा मिलने की खबर वाला बच्चा आर्यन सामने दिखा। फिर तो सभी के चेहरे खुशियों से दमक उठे और पुलिस ने चैन की सांस ली। फिर मॉ के आँसू खुशी में तब्दील हुए  ईश्वर और पुलिस को धन्यवाद दिया।


आर्यन की सकुशल बरामदगी पर तमाम शहरवासियों ने पुलिस के इस कार्य की सराहना कि और टीम के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया है।महज पांच घंटे के अन्दर पुलिस अपहरणकर्ताओं के चंगुल से आर्यन को बरामद कर लिय। आर्यन के सकुशल बरामदगी के बाद भी पुलिस चैन से नही बैठी है। प्रयास जारी है ताकि अपहरणकर्ताओं को उनके अंजाम तक पहुचाया जा सके।

 

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