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बीच मंझधार में रह गए जीतन राम मांझी,आश्वासन के बाद भी नहीं बन पाए राज्यपाल,एनडीए में घटते महत्व से निराश

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पटना Live डेस्क. राज्यपाल बनने की हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के संस्थापक और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं…राष्ट्रपति ने बिहार सहित पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में राज्यपालों की नियुक्ति कर दी है…लेकिन राज्यपाल बनने की आस लगाए जीतन राम मांझी का नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं है..बताया जाता है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को नए राज्‍यपालों की नियुक्ति का इंतजार था.. उन्‍हें राज्‍यपाल बनाए जाने का आश्‍वासन भी मिला हुआ था.. लेकिन, दशहरा के दिन जब राष्‍ट्रपति ने राज्‍यपालों की नियुक्ति की तो उनका नाम लिस्‍ट में नहीं था.. हां, बिहार से भाजपा के गंगा प्रसाद लिस्‍ट में जरूर शामिल थे..
जीतन राम मांझी ने इस मसले पर फिलहाल मौन साध रखा है, लेकिन करीबी बताते हैं कि उन्‍हें निराशा हुई है.. बीते कुछ समय से एनडीए में अहमियम कम होते दिखने से वे परेशान बताए जा रहे हैं.. कई मौकों पर उन्‍हें रामविलास पासवान से कम महत्‍व मिलता दिखा है.. इसपर वे अपनी नाराजगी जाहिर भी करते रहे हैं..

दरअसल, मांझी को एनडीए में जगह उन दिनों मिली थी, जब मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भाजापा विरोध का झंडा थामे हुए थे.. लेकिन, करवट बदलती राजनीति में नीतीश अब एनडीए में हैं.. उधर, दलित राजनीति के दूसरे चेहरे रामविलास पासवान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं…

 

 

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