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BiG News-पटना में इलाजरत एक कैदी हुआ फरार, 6 पुलिसवालों निगरानी में थे तैनात

पुलिस के नाक के नीचे से फरार हुआ अपराधी, PMCH के टाटा वार्ड से कैदी फरार, निगरानी कर रहे थे 6 सिपाही

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पटना Live डेस्क। सूबे में बढ़ते अपराध के आगे लाचार बिहार पुलिस अब पूर्व से गिरफ्तार कैदियों को भी कैद रखने में लापरवाही बरतती नज़र आ रही है। दरअसल ये कहना हमारा नही बल्कि हकीकत इस ओर इशारा कर रहा ही। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह सिवान पुलिस की अभिरक्षा में पीएमसीएच में इलाजरत एक कैदी चकमा देकर फरार हो गया। इस मामले में ड्यूटी पर तैनात रहे 6 सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही सामने आयी है। मामले को लेकर पीरबहोर थाने में FIR दर्ज कर ली गई है।

सिवान पुलिस की निगरानी में था इलाजरत

6 पुलिस वालों को चकमा देकर फरार हुए कैदी की पहचान छपरा निवासी सुधांशु राय के तौर पर हुई है। सुधांशु राय को सिवान पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद सिवान जिले की एक नाबालिक के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया था। अगस्त महिने में गिरफ्तार सुधांशु राय को पेट मे दर्द के उपचार खातिर सिवान जेल प्रशासन द्वारा PMCH के Tata वार्ड में भर्ती कराया गया था। सुधांशु की निगरानी ख़ातिर सिवान जिला बल के 6 पुलिसवालों को डेप्यूट किया गया था।

लेकिन, सुधांशु राय ने बीते मंगलवार की सुबह पहरेदारी में तैनात पुलिसकर्मी को शौचालय जाने के बहाने कह कर टहलते हुए वार्ड से निकला और फरार हो गया। जब काफ़ी देर तक सुधांशु वापस नही लौटा तो पुलिसकर्मियों के होश फ़ाख्ता हो गए और अनहोनी के डर से सभी 6 सिपाहियों के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी पंछी कैद से आज़ाद हो चुका था।

20 सितंबर को किया गया था भर्ती

जानकारी के मुताबिक छपरा के रहने वाले सुधांशु राय पर नाबालिग के अपहरण का आरोप है। वह सीवान के जेल में बंद था। लगभग एक माह से सिवान जेल में बंद आरोपित को पेट में दर्द की शिकायत थी। इस पर जेल डॉक्टरों ने उसे पटना मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए रेफर किया था। बताया जा रहा है कि 6 पुलिसकर्मी की सुरक्षा में कैदी आरोपित को 20 सितंबर को PMCH के टाटा वार्ड में भर्ती कराया गया था। पेट में दर्द के कारण भर्ती आरोपित का इलाज चल रहा था।

थक हार कर आखिरकार पुलिस कर्मियों ने सिवान जेल प्रशासन को इस बात की सूचना दी। तदुपरांत स्थानिए थानापीरबहोर में जाकर सुधांशु के फरार होने की रपट लिखवाई। हैरानी की बात है की पेट में भीषण दर्द के बाद इलाज के लिये लिय उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। हैरत की बात है कि 6 पुलिसकर्मियों की निगरानी में इलाजरत कैदी फरार होंने में कामयाब रहा और 6 पुलिसकर्मियों को घंटों इस बात की जानकारी तक नही हुई।

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