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विवादों के बीच फॉर्म से ‘वर्जिन’ शब्द हटाया IGIMS ने

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पटना Live डेस्क. विवादों के बाद पटना के आईआईजीएमएस अस्पताल के डिक्लेरेशन फॉर्म से आपत्तिजनक शब्द वर्जिन को हटा दिया गया है.  IGIMS के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने कहा कि विवाद के बाद वर्जिन शब्द को हटा दिया गया है. अस्पताल के निदेशक एन आर विश्वास ने इस संबंध में अधिकारियों की बैठक बुलाई और रिजोल्यूशन पास कर इसे हटा दिया गया.  उन्होंने कहा कि वैवाहिक घोषणा पत्र में उल्लेखित वर्जिन शब्द का अर्थ हिंदी में अविवाहित या कुँवारी कन्या है. यह शब्द आपत्तिजनक नहीं है लेकिन विवाद के बाद इसे हटा दिया गया है.

दरअसल, यह मामला चिकित्सकों और कर्मचारियों से उनके वैवाहिक जीवन से जुड़े ‘वैवाहिक घोषणा’ के कॉलम से सामने आया है, जिसमें शादीशुदा, विधुर या अविवाहित होने के साथ-साथ उनके वर्जिनिटी की जानकारी भी मांगी जा रही है.

उल्लेखनीय है यह सारा विवाद उस समय सामने आया जब आईजीआईएमएस ने नियुक्ति के लिए आए डॉक्टरों को एक फॉर्म दिया जिसमें नई नियुक्ति होने पर कर्मचारियों को वर्जिनिटी के लिए घोषणा पत्र देने की बात लिखी हुई थी. बुधवार को यह मामला मीडिया में आने पर कई लोगों ने घोषणा पत्र से शब्द को हटाने की मांग की. हालांकि संस्थान प्रबंधन का कहना है कि घोषणा पत्र में यह शब्द 1984 से है. इसमें किसी प्रकार की आपत्तिजनक बात नहीं है.

संस्थान में हाल ही में हुए साक्षात्कार के बाद चयनित संविदा के डॉक्टरों को घोषणा पत्र में वर्जिन के बारे में भी जानकारी देनी है. इसमें कई संविदा के डॉक्टरों ने इस शब्द पर आपत्ति की. उनका तर्क है कि जब अविवाहित और विवाहित का कॉलम है तो फिर वर्जिन शब्द का क्या मतलब है. चिकित्सा अधीक्षक डा मनीष मंडल का कहना है कि सेंट्रल सर्विस रूल के अनुसार संस्थान में नए कर्मचारियों को घोषणा पत्र भरना होता है.

संस्थान 1984 में स्थापित हुआ था तब से सेंट्रल सर्विस रूल का फॉलो किया जा रहा है. कोई भी नया फॉर्म नहीं जारी किया गया है. वर्जिन शब्द इसलिए घोषणा पत्र में शामिल किया गया है कि कर्मचारी की मौत होने के बाद उसके किस उत्तराधिकारी को मुआवजा दिया जाएगा. विवाहित या अविवाहित शब्द भी इसीलिए शामिल किया गया है. कभी-कभी ऐसे मामले आ जाते हैं जिसमें व्यक्ति दो शादियां किए रहता है. ऐसे में किस पत्नी को मुआवजा दिया जाए यह सब घोषणा पत्र में शामिल किया जाता है. उन्होंने बताया कि एम्स में भी सेंट्रल सर्विल रूल है वहां भी घोषणा पत्र में इन बातों का जिक्र करना होता है.

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