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बड़ी खबर – महज 16 दिन में भोजपुर में फिर गैंगवार, कुख्यात चौधरी गिरोह के शूटरों ने सरेआम बरसाई गोलिया, फर्नीचर व्यवसायी की हत्या से दहला उदवंतनगर

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पटना Live डेस्क। महज एक पखवाड़े के अंदर दूसरी बार अपराधियों ने हत्याकर भोजपुर पुलिस को खुला चैलेंज किया है। उल्लेखनीय है की 21 सितंबर को बेलाउर गांव के समीप जमुआव जाने वाले रास्ते पर अपराधियों ने गांव के ही एक युवक को 5 शूटर्स ने घेर कर ताबड़तोड़ 6 गोलियां मार दी थीं और फिर बाइक पर बैठकर भाग निकले थे। मरने वाले लड़के की शिनाख्त बेलाउर गांव के बालपर निवासी स्वर्गीय जितेन्द्र चौधरी के 20 वर्षीय पुत्र अमरजीत चौधरी के तौर पर हुई थी। मृतक अमरजीत चौधरी मंडल कारा में बंद बुटन चौधरी का करीबी था। महज़ 16 दिन के बाद फिर हुए इस गैंगवार ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। हत्याकांड के बाद से इलाके के लोग सहमे हुए हैं।
और एक बार फिर शनिवार की शाम जिलें के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के चकरदह गांव में गैंगवार में खुरेजी की घटना को अंजाम दिया गया। इस बार भी  अपराधियों ने एक फर्नीचर व्यवसायी को मौत की नींद सुला दिया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि उदवंतनगर थाना क्षेत्र के चकरदह गांव निवासी व फर्नीचर व्यवसाई मुन्ना मिश्रा अपने घर से बाइक पर सवार होकर पवना बाजार जा रहे थे। तभी चकरदह कबाडी दुकान के समीप पहले से घात लगाए दो की संख्या में हथियारबंद अपराधियों ने ताबड़तोड़ तीन गोली मारकर मुन्ना मिश्रा को गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया और फरार हो गए।


घटना की जानकारी जैसे ही उसके परिजनों व पुलिस को लगी वो मौके पर पहुंच जख्मी मुन्ना को आनन फानन में इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत रास्ते में ही हो गई।परिजनों ने बताया कि पहले से आपसी अदावत थी जिसके बाद नामजदों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई।

गैंगवार का सच – चौधरी गिरोहबाजों की जंग

भोजपुर में दो गुटों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। दोनों बेलाउर गाँव के ही निवासी है। पिछले साल 4-5 मार्च 2016 की दरमियानी रात पुलिस ने कुख्यात बुटन को एके 47 के साथ गिरफ्तार गाँव मे ही एक बारात से गिरफ्तार किया था।

तब से आरा की मंडलकारा में बंद कुख्यात बुटन चौधरी और इसी साल अगस्त महीने की 16 तारीख को औरंगाबाद से एसएसपी पटना मनु महाराज की टीम द्वारा 7 लाख की बरेटा पिस्टल के साथ दबोचे गए कुख्यात सुपारी किलर बेउर जेल में बंद कुख्यात रंजीत चौधरी के बीच अदावत तकरीबन 8 साल पुरानी है।

दोनों गैंग के बीच पहले भी कई बार खूनी संघर्ष होता रहा है। कुख्यात बुटन को रंजीत के शूटरों ने एक बार गोली मार दी थी। बदलने में पिछले साल रंजीत के बड़े भाई हेमंत चौधरी की हत्या कर दी गई थी। तब से दोनों के बीच की अदावत और तीखी हो चुकी है। इस जंग में अब तक दोनों ही पक्षों के कई लोगों नेअपनी जान गंवाई है।
वाहीक मुन्ना मिश्रा हत्याकांड के बाबत
भोजपुर एसपी अवकाश कुमार ने कहा कि ये हत्या आपसी वर्चस्व के विवाद में हुई है। जल्द ही इस मसले को सुलझा लिया जाएगा। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापेमारी की जा रही है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।

वही गैंगवार में महज़ 15 दिनों में 2 लोगो की हत्या से पूरा इलाका सकते कि हालात में है। वही दूसरी तरफ
दोनों गिरोहों के सरगनाओं के जेल में बंद होने के बाद भी इलाके में ताबड़तोड़ हुई हत्या से भय का माहौल पैदा हो गया है। वही सूत्रों का कहना है कि मारे गए अमरजीत चौधरी और मुन्ना मिश्रा की निकटता बुटन के साथ थी।

 

 

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