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Super Exclusive –(Pics) पटना में “शौचालय घोटाले” के सबसे बड़े लाभार्थी एनजीओ “माँ सर्वेश्वरी सेवा सस्थान” का पूरा सच

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में करोड़ों रुपये का शौचालय घोटाला का एक नया मामला सामने आया है। पीएचईडी विभाग में 13 करोड़ रुपए के अधिक का घोटाला उजागर हुआ है। इस घोटाले में शौचालय बनाने का पैसा लाभुकों को सीधे खाते में भेजने के बजाय पीएचईडी ने तीन एनजीओ के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया।घोटाला सामने आने के बाद पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने पीएचईडी के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिन्हा, लेखपाल तीन एनजीओ के खिलाफ गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज करना का आदेश दिया है।बक़ौल डीएम पटना वित्तीय वर्ष 12-13 और 14-15 में शौचालय बनाने की राशि लाभुको के बजाय सीधे एनजीओ के खाते में ट्रांसफर कर दिया। पटना जिले में 10 हजार शौचलाय बनने की बात कही गई है लेकिन शौचालय कहां- कहां बना इसक कोई लेखा लेखा नहीं है। शौचालय निर्माण का पैसा लाभुकों को मिला या नहीं इसकी भी कोई जानकारी नहीं है।
इस फर्ज़ीवाड़े में बख्तियारपुर के एक एनजीओ जिसका नाम – माँ सर्वेश्वरी सेवा संस्थान के पंजाब नेशनल बैंक, खाता – 7586000100044849 में राशि -2 करोड़ 14 लाख 57 हज़ार 400 रुपये ट्रांसफर किये गए है।

माँ सर्वेश्वरी सेवा संस्थान,बख्तियारपुर
मनोज कुमार, सचिव,
प्रमिला सिंह, कोषाध्यक्ष
बॉबी कुमारी,अध्यक्ष

प्रमिला सिंह – (कोषाध्यक्ष) गिरफ्तार

बॉबी कुमारी -(अध्यक्ष) फरार

मनोज कुमार -(सचिव) फरार

अब इस संस्थान के कोषाध्यक्ष, अध्यक्ष और सचिव का रिश्ता भी जान लीजिए। शौचालय घोटाले में गिरफ्तार प्रमिला सिंह के पति का नाम अभिमन्यु सिंह है। इन दोनों की 3 बेटियां है। सोनी श्री, बॉबी कुमारी और सीमा कुमारी। बॉबी की शादी प्रवीण कुमार पिता सियाराम शर्मा गाँव लखीपुर से हुई है।

यानी, बॉबी कुमारी  “माँ सर्वेश्वरी सेवा संस्थान” की अध्यक्ष है। जिनको पटना पुलिस की एसआईटी तलाश कर रही है। यह गिरफ्तार प्रमिला सिंह की सगी बेटी है। वही संस्थान का सचिव मनोज कुमार भी प्रमिला सिंह परिवार का सम्बन्धी। मनोज बॉबी कुमारी का देवर है। यानी यह एनजीओ एक ही परिवार की मिल्कियत है।

इस पूरे मामले का एक और बहुत ही सनसनीखेज पहलू भी है। प्रमिला सिंह की एक बेटी जिनका नाम सोनी श्री है। सोनी के फेसबुक प्रोफ़ाइल पर अगर आप नज़र डालें तो वो लिखती है कि वो PHED में काम करती है। साथ ही उन्होंने जो अपनी तस्वीर पोस्ट की है। वो आप खुद देख लीजिए।
यानी,यह एनजीओ पूरी तरह से प्रमिला सिंह परिवार के कब्जे में है।

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