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Big Breaking- राजद के पूर्व प्रवक्ता का बड़ा खुलासा – रघुवंश प्रसाद, सिद्दकी और जगदानंद सिंह सरीखे बड़े नेता भी घुटन में,जल्द मचेगी भगदड़

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साभार -शशि भूषण, वरीय पत्रकार

पटना Live डेस्क। राजद के पूर्व प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने आरजेडी को अलविदा कह दिया है। पार्टी से नाता तोड़ने के बाद अशोक सिन्हा ने खुल कर अपनी बात कहते हुए राजद नेतृत्व और पार्टी पर जमकर हमला बोलते हुए कई बड़े खुलासे किये हैं। साथ ही तेजस्वी पर जमकर अपनी भड़ास निकलते हुए तेजस्वी को राजा से पैदा हुए राजकुमार बताया है।
बकौल अशोक सिन्हा के आरजेडी में रहते घुटन हो रही थी। सात महीने के लंबे इंतज़ार के बाद मैंने चुप्पी तोड़ी है। आरजेडी केवल एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई है।लालू परिवार के ग़लत कामों का राजद  के दूसरे बचाव कर रहे हैं। साथ ही उनका कहना रहा कि प्रदेश प्रवक्ता पद से हटाने का कारण आज तक मुझे नहीं बताया गया।
साथ ही सिन्हा ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बाबत में भी बड़े दावे किए है। बकौल उनके
रघुवंश प्रसाद, सिद्दकी और जगदानंद सिंह सरीखे बड़े नेता भी घुटन में हैं। साथ ही अशोक ने दावा किया कि राजद के बड़े नेताओं को राज्यसभा और परिषद चुनाव का इंतज़ार है।उसके बाद आरजेडी में भगदड़ मच जाएगी।
वही, अशोक सिन्हा ने पूर्व उप मुख्यमंत्री राजद के पोस्टर बॉय तेजस्वी यादव के बाबत कहा कि दल के बड़े नेताओं को तेजस्वी जैसे नौसिखिए का नेतृत्व कबूल नहीं है। लालू परिवार ने पार्टी को टूट से बचाने के लिए संघर्ष का नारा दिया है।विधायक टूटें न इसलिए जल्द चुनाव की अफवाह उड़ाई है। आरजेडी के 80 में से केवल 30 से 35 विधायक ही लालू परिवार के साथ हैं। बाक़ी सभी अन्य एमएलए बेचैनी में हैं। लालू परिवार केवल उकसावे की राजनीति जानता है।एक जाति विशेष के खिलाफ़ यादवों को प्रवोक किया जाता है।
लालू परिवार को अपनी संपत्ति पर सफ़ाई देनी चाहिए। पब्लिक डोमेन में सारी बात आनी चाहिए। शिवानंद तिवारी ने लालू परिवार की नाशलीला लिखी है।लालू आवास में बैठ उन्हें अराजक बताते हैं शिवानंद

शिवानंद जी कहते हैं अराजक होने के बावजूद लालू के साथ चलना मजबूरी है। वही न्याय यात्रा पर निकलने से पहले अशोक सिन्हा ने तेजस्वी यादव को अपनी संपत्ति का पूरा हिसाब लेकर निकले की सलाह भी दी।

लालू प्रसाद ने संघर्ष से सफ़लता पायीवही राजद सुप्रीमो लालू यादव के बाबत अशोक सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद ने संघर्ष से सफ़लता पायी। लालू जी को हमने पोस्टर लगाते और लाठी खाते देखा है। लालू वक्त आने पर गाड़ी को धक्का भी देते थे।लेकिन तेजस्वी ने एसी गाड़ी में बैठक राजनीति की है। तेजस्वी राजा से पैदा हुए राजकुमार की तरह। तेजस्वी बताएं उन्होंने क्या संघर्ष किया है? तेजस्वी के साथ लालू के कैडर का जाना नामुमकिन है। राजनीति गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीं है।
राजद को अलविदा कहते हुए अशोक सिन्हा ने कहा कि मुझे तेजस्वी यादव का नेतृत्व कबूल नहीं है। मैं बिहार की जनता से खेद जताता हूँ। ग़लत होने के बावजूद लालू प्रसाद को डिफेंड करता रहा आज आरजेडी के सभी दायित्वों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ।

 

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