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BiG news – 80 लाख के फर्जीवाड़े के आरोपी बिहार युवा कॉंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन की बढ़ी मुश्किलें पटना पुलिस ने आवास पर चिपकाया नोटीस

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पटना Live डेस्क। 80 लाख के फर्जीवाड़े के आरोपी युवा कांग्रेस के पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस मामले को लेकर कारोबारी ने ललन कुमार पर मुकदमा दर्ज कराया है। रविवार को ललन कुमार के आवास पर नोटिस चस्पा किया गया। एसकेपुरी थाने की पुलिस नोटिस लेकर उनके घर गयी थी पर ललन कुमार आवास पर मौजूद नही थे तो दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दिया गया। बताते चले की पटना के मशहूर आभूषण व्यापारी ने ललन कुमार पर गहने लेकर पैसे नहीं देने का आरोप लगाया था।

क्या है पूरा मामला 

विगत वर्ष 2018 में बिहार यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार के फर्जीवाड़ा का मामला के खुलासा हुआ तो एक बार को सियासी हल्के में सनसनी मच गई। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि ललन के फर्जीवाड़े में पुलिस ने भी उसका साथ दे रही थी। पटना के नवरत्न ज्वेलर्स एंड ब्रदर्स के मालिक धीरज कुमार ने आरोप लगाया था कि युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने 7 मार्च 2018 को 80 लाख रुपये का गहना लिया था। इसके एवज में उन्होंने एसबीआइ, बोरिंग रोड शाखा का चेक दिया था। जो दुकानदार द्वारा 30 मार्च को SBI बैंक में चेक जमा करने पर चेक बाउंस कर गया। बैंक से एकाउंट क्लोज्ड बताया गया।

इस मामले को लेकर धीरज ने 10 मई को ललन को लीगल नोटिस भेजा। 14 मई को अपने बचाव में ललन ने गांधी मैदान थाने में सादे चेकबुक के गुम हो जाने का मामला दर्ज करा दिया, फिर बाद में अपने बचाव में कोतवाली थाने में 3 साल पुराने सिम गुम होने से संबंधित एक मामले की स्टेशन डायरी के बचे हिस्से में ललन ने पुलिस की मिलीभगत से उसी चेक के गुम होने की बात जोड़ दी जिस चेक से ज्वेलर को पेमेंट किया था। लेकिन अन्य वरीय अधिकारियों को भेजी जाने वाली केस डायरी की कार्बन कॉपी में भी चूंकि हेरफेर संभव नहीं हुआ इसलिए पुलिस की मिलीभगत से की गई उसकी ये प्लानिंग सामने आ गयी।

फर्जीएसटी/एसी एक्ट में दुकानदार को फसाया

जब पैसा मांगा गया तो ज्वेलर पर उसने एससी/एसटी एक्ट में झूठे आरोप लगाकर FIR करवा दिया। इतना ही नहीं ज्वेलर धीरज को धमकी दी साथ ही अपनी ऊंचे संपर्कों का धौंस भी दिखाया। धीरज ने इस मामले पर पटना के एसके पुरी थाने में ललन के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। जिसपर DIG ने संज्ञान लेते हुए  ललन को गिरफ्तार करने का आदेश जारी कर दिया।

फरार हो गए ललन कुमार 

मामले की गंभीरता को देखते हुए तब पटना सेंट्रेल रेंज के डीआईजी राजेश कुमार ने युवा कांग्रेस के नेता ललन कुमार को अविलंब गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया था। साथ ही कहा था कि अगर ललन कुमार फरार पाये जाते हैं तो उनके घर की कुर्की-जब्ती की जाए। ललन कुमार को मदद करने के आरोप में कोतवाली थाना के दारोगा विक्रमादित्य झा और मुंशी मनोज कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। डीआईजी ने बताया था कि ललन कुमार ने गांधी मैदान थाना में जो FIR दर्ज कराया था वह गलत है।

गिरफ्तारी का आदेश जारी होने के बाद भी कांग्रेस नेता ललन कुमार को पटना पुलिस की गिरफ्त में नहींकर पाई हालांकि पुलिस लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश देटी रही। लेकिन हर बार वो पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो जा रहा है। सुराग नहीं मिलने के कारण तब पटना पुलिस कुर्की जब्ती के लिए कोर्ट गई।

वही, फर्जीवाड़े में जिन पुलिसकर्मियों ने ललन की मदद की थी उन्हें निलंबित कर दिया गया। कांग्रेसी नेता ललन कुमार को ठगी के मामले में बचाने की कोशिश करने वाले दारोगा विक्रमादित्य झा और एक मुंशी मनोज सिन्हा को वरीय अधिकारियों को निलंबित कर दिया।

 राहुल गांधी के साथ मंच पर दिखाई दिया

बता दें कि ललन राहुल गांधी के साथ पटना में स्टेज शेयर कर चुका है। 2015 में निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुका है।फर्जीवाड़ा का जब यह मामला सामने आया तबसे वह अपने घर से फरार हो गए। गौरतलब है कि ललन के खिलाफ अब तक अलग-अलग थानों में ठगी और बेईमानी के कुल 8 मामले दर्ज मिले है। यह वही ठगी कांग्रेसी नेता है जिसके कांग्रेस के दिग्गज नेताओं और बड़े-बड़े अफसरों के साथ संपर्क हैं।

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