बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Super Exclusive – मिलिए पटना पुलिस के बुलेटराजा से, न लिखा न पढ़ी 5 साल से जमल बाड़े जे कहिए उहे सही

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  • वो है तो महज एक सिपाही पर हनक ऐसी की थानेदार भी मिलाकर रखने में समझते है भलाई
  • मुँह में पर गाली, गले मे गमझा, बुलेट की सवारी, भोकाल ऐसा की पब्लिक समझती है थानेदार जैसा
  • कमाई ऐसी की बिना कूलर आती नही है नींद, कुछ ही सालों में खरीद लिया है 2-2 एलपी वाहन
  • पहुच ऐसी की एक ही थाने में वर्षों वर्ष से अंगद के पाव माफिक जमे रहा, एक महीने ख़ातिर हुआ तबादला फिर वापिस लौटा

 

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