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इंसानियत की मिसाल : सोशल मीडिया पर मैसेज देख DySP अरुण कुमार सिंह ने दुर्लभ ग्रुप का खून देकर बचाई जान माँ व अजन्मे बच्चे की जान

नालन्दा के ट्रैफिक DySP अरुण कुमार सिंह ने पेश की इंसानियत की मिसाल, रक्तदान महादान है। इस महादान की अहमियत उस समय और बढ़ जाती है, जब जरूरतमंद को दुर्लभ ब्लड ग्रुप O निगेटिव मिल जाए। O निगेटिव ब्लड ग्रुप वाले वाले लोगों की तादाद महज 0.5 पर्सेंट के करीब है।

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पटना Live डेस्क। ख़ाकीवालो को लेकर आम लोग में तरह-तरह की भ्रांतियां है। पुलिस का नाम सुनते ही आम आदमी खौफ में आ जाते हैं। लेकिन जैसे हाथ की पांचों उंगलिया एक सामना नही होती ठीक उसी प्रकार हर पुलिसवाला खौफ़ की अलामत नही होता। ठीक ऐसे ही एक डीएसपी ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए स्वयं आगे आकर एक अजन्मे और उसकी माँ की न केवल जीवन रक्षा की है बल्कि बिहार पुलिस की छवि को नया आयाम देने की सशक्त पहल की है।

दरअसल, बिहार शरीफ के एक गर्भवती महिला को कई दिन से ओ-निगेटिव ग्रुप के रक्त की जरूरत थी। काफी तलाश के बाद भी महिला के परिजनों को कामयाबी नही मिली तो उन्होंने लोगों के कहने पर सोशल मीडिया पर मदद मांगी।

तदुपरांत, शनिवार की सुबह सोशल मीडिया के जरिए डीएसपी अरुण कुमार सिंह तक यह खबर पहुंची की एक गर्भवती महिला व उसके अजन्मे बच्चे को तुरंत ओ निगेटिव (o-ve) ब्लड की जरूरत है। अगर यथाशीघ्र खून नहीं दिया गया तो महिला और उसके होने वाले बच्चे की जान पर आसन्न खतरा बढ़ सकता है। सनद रहे कि ओ निगेटिव (o-ve) ब्लड ग्रुप रेयर ऑफ दी रेयरेस्ट की श्रेणी में आता है। दुनिया भर में इस ब्लड ग्रुप के इंसानों की तादाद बेहद सीमित है।

DSP साहब ने किया रक्तदान

रक्तदान महादान है। इस महादान की अहमियत उस समय और बढ़ जाती है, जब जरूरतमंद को दुर्लभ ब्लड ग्रुप O निगेटिव मिल जाए। O निगेटिव ब्लड ग्रुप वाले वाले लोगों की तादाद महज 0.5 पर्सेंट के करीब है।मैसेज पढ़ने के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए ट्रैफिक डीएसपी अरुण कुमार सिंह स्वयं पहल करते हुए बिना वक्त गवाएं स्वयं अस्पताल पहुंचे और उन्होंने रक्तदान किया।

रेयर है O निगेटिव

सनद रहे कि 100 में से करीब 95 प्रतिशत लोगों का ब्लड पॉजिटिव होता है। 5 प्रतिशत लोग होते हैं, जिनका ब्लड ग्रुप नेगेटिव होता है। इन 5 प्रतिशत निगेटिव ब्लड ग्रुप के लोगों में भी O निगेटिव रेयर होता है। यह ब्लड ग्रुप किसी को भी चढ़ाया जा सकता है, इसलिए इनको यूनिवर्सल डोनर ब्लड ग्रुप कहते हैं। यह ब्लड लाइफ सेविंग की कंडिशन पर ही दिया जाता है।

 विश्व पर्यावरण दिवस पर रक्तदान 

इंसानियत की मिसाल कायम करने वाले डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रक्तदान करने को लेकर उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे मानव के सबसे अच्छे साथी हैं। पेड़ पौधे के साथ-साथ हमें समय-समय पर अपना रक्तदान भी करना चाहिए, ताकि किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि संयोग से उनका ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है ऐसे में उन्होंने रक्तदान करने का मन बनाया और ब्लड संग्रह केंद्र पहुंचकर गर्भवती महिला की ब्लड की जरूरत पूरी की।

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