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मुल्क ने युवा आईपीएस और बिहार ने अपना लाल खोया,10 महीने के लंबे संघर्ष के बाद टूट गई देव की सांसों की डोर

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पटना Live डेस्क। ड्यूटी के दौरान कुर्सी टूटने से महज छह फीट की उंचाई से नीचे गिरकर गंभीर घायल हुए एक युवा आईपीएस की जयपुर में मौत हो गई। उनके साथ ये हादसा करीब 10 महीने पहले हुआ था। तब से वे एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। देवाशीष देव वर्ष 2013 बैच के आईपीएस थे।सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद उन्हें राजस्थान कैडर मिला था। 39 वर्षीय देवाशीष मूल रुप से बिहार की राजधानी पटना के मूल निवासी थे। अपने पीछे देवाशीष अपनी पत्नी कनक देव और इकलौते बेटे आदित्य देव को छोड़ गए है।

देवाशीष देव राजस्थान में प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे थे।अगस्त, 2016 में उन्हें वह राजस्थान के अजमेर जिले में सीओ ब्यावर सिटी के पद पर तैनात किया गया।अपनी तैनाती के दौरान जनवरी 2017 में प्रसिद्ध ​तीर्थंनगरी पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर के महंत सोमपुरी के देहांत के बाद उत्तराधिकारी को लेकर विवाद हो गया था।तब आईपीएस देवाशीष को महंत सोमपुरी की अंतिम यात्रा की सुरक्षा में ड्यूटी पर तैनात किया गया था।अपनी ड्यूटी पर 13 जनवरी को आईपीएस देवाशीष सुबह के समय ब्रह्मा मंदिर के बाहर सीड़ियों के पास चबूतरे पर अन्य अफसरों के साथ कुर्सी पर बैठे थे। तभी देवाशीष की कुर्सी टूट गई और वह चबूतरे से करीब छह फीट नीचे सिर के बल गिर गए। इससे वहां  हड़कंप मच गया। इसके बाद उन्हें पुष्कर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां राहत न मिलने पर उन्हें जयपुर के निजी बड़े अस्पताल फोर्टिस में रैफर कर दिया गया। जहां पर डॉक्टर्स ने बताया था कि देवाशीष के सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई। इससे देवाशीष के सरवाइकल डिस्क 6 व 7 के बीच खिसकने से स्पाइनल कोड पर दबाव पड़ गया और उनके शरीर के निचले हिस्से ने काम करना बंद कर दिया।

    आपको बता दें कि देवाशीष का नाम दबंग अफसरों में शुमार है।उनकी दबंगई के किस्से राजनीतिज्ञों के बीच भी शुमार है। देवाशीष का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया जब उन्होंने कोटा में एक बीजेपी कार्यकर्ता को सरेआम थप्पड़ जड़ दिया था।यह थप्पड़ उस वक्त मारा जब एक बीजेपी कार्यकर्ता एक पुलिस कर्मी से राजनीति की आड़ लगातार बदसलूकी कर रहा था। जब आईपीएस देवाशीष ने यह देखा तो उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं के बीच में उस बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया और शांतिभंग के आरोप में अरेस्ट कर लिया। हालांकि इस घटना के बाद तमाम बीजेपी कार्यकर्ता विरोध पर उतर आए थे। इस घटना के बाद काफी विवाद हुआ था।

देवाशीष का जीवन चक्र

दिवंगत आईपीएस देवाशीष मूल रूप से बिहार के नालंदा के पैतृक गांव दीपनगर के राणा विगहा गांव के निवासी थे। लेकिन, राजधानी पटना के काजीपुर मुहल्ले के रहने वाले थे। वर्ष 1978 में इनका जन्म हुआ और शुरुआती शिक्षा दीक्षा यही एक निजी स्कूल से करने के बाद 6ठी क़क्षा से आगे की पढ़ाई हजारीबाग स्थित नेतरहाट आवासीय विद्यालय के की। बोर्ड परीक्षा पास कर इन्होंने पुनः एक बार पटना के रुख किया और आईआईटी की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुट गये पर सफलता नही मिली और फरीदाबाद के नेशनल इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट से डिप्लोमा हासिल कर सिविल सेवा की तैयारी में जुट गए।

 

 

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