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Super Exclusive(वीडियो) सासाराम में रणवीर सेना के पूर्व एरिया कमांडर समेत तीन की हत्या से दहला सासाराम, साथियों की गद्दारी का हुआ शिकार

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रंजन सिंह, ब्यूरो प्रमुख, रोहतास 

पटना Live डेस्क। बिहार की सबसे कुख्यात प्रतिबंधित प्राइवेट मिलिशिया के तौर पर चर्चित जमींदारों की सेना के कुख्यात पूर्व एरिया कमांडर रहे धनजी सिंह को सासाराम उसके दो सहयोगियों के साथ गोलियों से बिंध कर मौत के घाट उतार दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में दो अपराधी गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई मुठभेड़ में रणवीर सेना के पूर्व एरिया कमांडर धनजी सिंह सहित तीन लोग मारे गए। घटना मंगलवार देर शाम घटित हुई। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव के बाहर सोन उच्च स्तरीय नहर पर घटी जहां पूर्व में धनजी सिंह व पप्पू सिंह गिरोह के बीच पूर्व में जबरदस्त मुठभेड़ में तकरीबन 100 राउंड से अधिक गोलियां चलीं।

घटना में कई लोगों को घायल होने की भी सूचना है। पुलिस को घायलों का पता नहीं चला है। मरने वालों में नोखा थाने के नारन निवासी धनजी सिंह के अलावा इसी थाना क्षेत्र के कुरी के शशिकांत तिवारी और भोजपुर जिले के सहेजनी गांव के मंटू सिंह शामिल हैं।पुलिस ने घटना स्थल की घेराबंदी कर रखी है।

घटना की सूचना मिलने के बाद डीएसपी आलोक रंजन के नेतृत्व में सासाराम टाउन, मुफस्सिल, नोखा, बघेला व राजपुर थाना की पुलिस घटनास्थल की घेराबंदी किए हुए है। घटना के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई। रणवीर सेना के पूर्व कमांडर पर कई नरसंहार का भी मामला चल रहा है। हाल के दिनों में प्रतिबंधित हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार धनजी सिंह 5 माह पहले जमानत पर जेल से रिहा हुआ था।

“सोन के सोने” की जंग में मारा गया साथियों संग धनजी

बताया जाता है कि रोहतास जिले में सोन के बालूखनन बंद होने के बाद हो रहे अवैध बालू खनन पर वर्चस्व को लेकर रंजीत सिंह व पप्पू सिंह के बीच एक माह पूर्व में घटनास्थल पर ही गोलीबारी हुई थी। घटना के संबंध में डीएसपी ने बताया कि मरने वालों में धनजी सिंह की पहचान हुई है।एक मृतक धनजी सिंह का मामा बताया जा रहा है जो हमेशा उसके साथ रहता था।पुलिस को घटना स्थल के आसपास से कई खोखा मिले हैं। पुलिस गांवों की घेराबंदी कर छापेमारी करने और शवो को उठाने में लगी हुई है।


गैंगवार में मारे गए रणवीर सेना के पूर्व एरिया कमांड़र सहित तीन लोगों की हत्या करने के बाद धनजी के अत्याधुनिक हथियार व स्कार्पियो गाड़ी भी लूट ले गए हत्यारे। इतना ही नही गाड़ी में हत्या करने के बाद शव को नहर के किनारे फेंक दिया। इस कारण शाम साढ़े आठ बजे घटी घटना की जानकारी आम लोगों को साढे़ नौ बजे हुई।


घटना के संबंध में बताया जाता है की हर रोज रात में गाड़ी में अत्याधुनिक हथियार लेकर क्षेत्र का भ्रमण करने वाला धनजी सिह मंगलवार शाम आठ बजे शाहपुर गांव से अपने साथियों के साथ अपनी स्कार्पियो से निकला था। वह जैसे ही दुर्गापुर नहर के पास पहुंचा उसकी गाड़ी में बैठे कुछ साथियों ने ही गद्दारी कर हथियार अपने पास ले लिया। बताया जाता है कि सामने से खड़े बाइक सवार दो युवक उस पर फायरिंग करने लगे। गाड़ी में बैठा धनजी सिंह का अंगरक्षक भी दूसरे गिरोह से मिला हुआ था ।जिसने गाड़ी में बैठे धनजी के अलावे उसके मामा भोजपुर जिला के हसनबाजार थाना क्षेत्र के सहेजनी निवासी मंटू सिंह और नोखा थाना के कुरी गांव निवासी शशि बाबा उर्फ शशिकांत तिवारी पर गालियों का बौछार कर दिया। ताबड़तोड़ कई गोलिया लगने के बाद तीनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।


घटना के बाद अपराधियों के साथ ही धनजी सिंह के बॉडीगार्ड हथियार व स्कोर्पियो लेकर भाग निकले। बताया जाता है कि घटना के समय धनजी सिंह की गाड़ी में एके 47, कारबाईन, थ्री नट थ्री के साथ एक ऑटोसेमी राइफल के अलावे तीन पिस्टल भी था। हालांकि पुलिस हथियारों की जानकारी से इंकार कर रही है। उसके अंगरक्षक क्यों धोखा दिए यह किसी को पता नही चला है। रात्रि में घटना होने के बाद भी सदर अस्पताल में रणवीर सेना के पूर्व कमांडर व उसके साथियों का शव देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई थी। अस्पताल में डीएसपी आलोक रंजन, मुफस्सिल थानाध्यक्ष जगनीवास सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजुद था। रात्रि में ही शवों का पोस्टमार्टम कराने की बात हो रही थी।

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