BiG News – मुंगेर के महाराज की नक्सलियों के खिलाफ महासंग्राम जारी, एसटीएफ और पुलिस दस्ते ने 3 नक्सलियों को दबोचा
पटना Live डेस्क। बतौर डीआईजी मुंगेर की कमान संभालने के बाद आईपीएस मनु महाराज ने इलाके में सक्रीय नक्सलियों के खिलाफ जो महासंग्राम शुरू किया है उसको लगातार सफ़लता मिल रही है। मुंगेर पदभार संभालते ही महाराज ने नक्सलियों के कथित सेफ ज़ोन यानी उनके डेन में घुसकर जो सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई उसका फलाफ़ल लगातार दिखाई देने लगा है। लगातार जारी महाराज का नक्सलियों के ख़िलाफ़ जारी महासंग्राम के तहत कुशल और सटीक व्यूह रचना में फसकर नक्सल कैडर तो गिरफ्तार हो ही रहे है साथ ही विख्यात व कुख्यात नक्सल संगठन के ओहदेदारों की भी गिरफ्तारी हो रही है। जारी नक्सल उन्मूलन अभियान का असर है कि मुंगेर व लखीसराय के जंगलों को अपना सुरक्षित ज़ोन कहने वाले नक्सलियों के एरिया और जोनल कमांडर भी अब इलाके से पलायन करने को मजबूर हो रहे है।
महाराज ने एक बार फिर लाल आतंक का गलियारा कहे जाने वाले लखीसराय के जंगलों में दमदार उपस्थित दर्ज कराते हुए एसटीएफ और जिला बल के संयुक्त दस्ते के अभियान के तहत एक कुख्यात नक्सली ओहदेदार गौतम कोड़ा समेत कुल 3 नक्सलियों को दबोचा लिया है।
इस अहम कामयाबी के बाबत जानकारी साझा करने हुए डीआईजी मुंगेर ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ के ज्वाइंट अभियान के तहत तीन कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तीनो नक्सलियों किन पहचान पीरी बाजार थाना इलाके के लक्ष्मीपुर बरियारपुर गांव के रहने वाले भुवनेश्वर पासवान और मोहन मण्डल के रूप में की गई है। साथ ही तेघरा थाना इलाके के लड़ैयाटांड़ के रहने वाले वाले गौतम कोड़ा को भी पकड़ा गया है।
महाराज ने बताया कि भुवनेश्वर पासवान और मोहन मण्डल बीते 30 नवंबर को हुए पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में शामिल थे। वहीं,नक्सल ओहदेदार गौतम कोड़ा ने ही विगत 6 दिसंबर के दिन सीपीआई नेता मदन मोहन के अपहरण की न केवल योजना में सक्रिय योगदान दिया बल्कि गौतम ने इस पूरे काण्ड में बेहद अहम भूमिका निभाते हुए वारदात अंज़ाम भी दिया। वही, गिरफ्तार तीनो से पुलिस द्वारा लगातार पूछताछ जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कई अन्य काण्डों का खुलासा इनके द्वारा किया जा सकता है।
Comments are closed.