बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

बड़ा खुलासा – जदयू विधायक के बेटे दीपक की मौत एक हादसा तो नही? सुबुत तो यही कह रहे है, देर रात सिगरेट पीने निकले और फिर ……

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में शुक्रवार की सुबह सबेरे जदयू  बीमा भारती के बेटे का शव नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के सामने रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला।घटना की जानकारी मिलते ही रेल पुलिस और पटना पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंची रेल पुलिस ने शव को कब्‍जे में ले लिया।परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए PMCH भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव को बीमा भारती के पटना आवास पर लाया गया। जहां शव को देखते ही पिता अवधेश मंडल चीत्कार कर उठे, वही अन्य परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया।                      एसएसपी मनु महाराज ने कहा                         एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल से एफएसएल की टीम ने रक्त के नमूने लिए हैं।खोजी कुत्ते से भी घटनास्थल का मुआयना कराया गया पर कुछ खास हासिल नही हो पाया।इधर, प्रथम दृष्टया रेल पुलिस का कहना है कि किसी ट्रेन के चपेट में आने से गंभीर रूप से जख्मी होने से मृत्यु प्रतीत हो रही है।रेल पुलिस इसे दुर्घटना मान रही है। जांच में सभी पहलुओं का ध्यान रखा जा रहा है।        मोबाइल और मौत का सच                         रेलवे ट्रैक पर मृत पाए गए रुपौली विधायक बीमा भारती के बेटे दीपक राज के शव से मिले मोबाइल से ही उसकी पहचान हुई। खैर, पुलिस की जांच पड़ताल के अपने तरीके है।लेकिन पटना Live ने जब इस मामले के बाबत पड़ताल शुरू की तो कई बेहद चौकाने वाली जानकारियां मिली है। जिनकी पुष्टी भी तकनीकी आधार पर किया जा सकता है। साथ ही दीपक के मोबाइल से की इन तथ्यों की पुष्टी हो सकती है।                       दीपक राज़ की मौत एक हादसा ये हम नही कह रहे बल्कि पटना पुलिस की हिरासत में मौजूद दीपक के ही 3 दोस्तो के जानने वाले बता रहे है। आखिर उनके ये कहने की वजह क्या है? इस बाबत जब हमने उनसे जानना चाहा तो जो कहानी उन्होंने से तर्क के साथ बताई वो इस प्रकार है..                             दीपक राज़ की मौत एक हादसा ये हम नही कह रहे बल्कि पटना पुलिस की हिरासत में मौजूद दीपक के ही 3 दोस्तो के जानने वाले बता रहे है। आखिर उनके ये कहने की वजह क्या है? इस बाबत जब हमने उनसे जानना चाहा तो जो कहानी उन्होंने से तर्क के साथ बताई वो इस प्रकार है ..
दरअसल,गुरुवार की रात दीपक राज़ पटना स्थित हार्डिंग रोड स्थित विधायक आवास सख्या 32 पर था। देर शाम यानी साढ़े 8 बजे दीपक ने मोबाइल से बाजार समिति के केला मंडी के समीप स्थित महावीर कॉलोनी के रोड नंबर 3 पुष्प विला लॉज के कमरा नंबर 5B में रहने वाले दोस्त मृत्युंजय से हुई। बातचीत के बाद प्लान बना की पार्टी की जाय तो दीपक भी तैयार हो गया। फिर रात्रि 9 बजे वो तय कार्यक्रम के तहत बाइक पर सवार होकर दोस्तो के कमरे पर पहुचा। कमरे पर मौजूद पुराने दोस्तों मृत्युंजय, विकास और रितिक रौशन ने गर्मजोशी से दीपक का स्वागत किया। इधर उधर की बातों के बाद सभी कम्फर्टेबल हुए और फिर तय पार्टी के कार्यक्रम के अनुसार दीपक,विकास, मृयुंजय और रौशन के संग शराब पार्टी का दौर शुरू हो गया।
चुकी लड़को की पार्टी थी जमकर पीने पिलाने के दौरान सिगरेट के छल्ले भी जमकर उड़ाए गए। दीपक सिगरेट पीने का आदी है तो उसके पास सिगरेट और लाइटर मौजूद रहता था। पीने पिलाने का यह कार्यक्रम हँसी मज़ाक पुरानी बातों को याद करते करते उस वक्त जाकर रुका जब घड़ी ने रात्रि के तकरीबन 3 बजा दिए। पार्टी के दौरान बीच बीच मे  दीपक फ़ोन पर किसी से बाते भी करता रहा था।शराब पार्टी  खत्म हो चुकी थी। पर दीपक को सिगरेट की तलब लगी रही। फिर क्या था ..

सिगरेट पीने निकले और फिर ……

सिगरेट पीने खातिर रौशन,विकास,मृत्युंजय और दीपक हाफ पैंट में ही फ्लैट से बाहर निकलने और NMCH के गेट की तरफ बढ़े,नशे में लडख़ड़ाते कदमो से रात्रि में कुल 4 लोग बाजार समिति के केला मंडी के रास्ते से बहादुर बगान के रास्ते होते हुए चल पड़े। चुकी बहादुरपुर इलाके और नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने कंकड़बाग पुरानी बाईपास सड़क पर पहुचने खातिर रेलवे ट्रैक है। उसे पार करने के बाद सभी सड़क पर आये। आपस मे हँसी ढिढोली करते चारो चले जा रहे थे। तभी उनकी नज़र रात्रि गश्त कर रहे पटना पुलिस की क्विक मोबाइल दस्ते पर पड़ गई। उधर, क्विक मोबाइल दस्ते की इनपर नज़र पड़ गई।
और फिर .. 


घुप्प अंधेरा और लड़को को सड़क पर टहलता देख क्लिक मोबाइल दस्ता इनकी ओर मुडा ही था, कि सभी लड़के पकड़े जाने की डर से भागने लगे। युवको को भागता देख क्विक मोबाइल के जवान भी इनके पीछे लपके चुकी अंधेरा था सभी युवक भागने के चक्कर बिछड़ गए। दरअसल सूबे में पूर्ण शराबबंदी की वजह से अब शराब पीना जुर्म बन चुका है। बाकी अन्य तो कमरे पर पहुच गए पर दीपक जो रेलवे ट्रैक की तरह दौड़ पड़ा था, कमरे पर नही लौटा तो थोड़ा इंतजार करने के बाद मृत्युंजय ने जब उसके मोबाइल पर फोन किया तो फोन उठाने वाले ने बताया कि जिसका फ़ोन है वो रेलवे ट्रैक के किनारे मरा पड़ा है।

पोस्टमार्टम – स्कल फटने हुई मौत का इशारा           वही PMCH में पोस्टमार्टम करने वाली टीम के अहम सदस्य ने भी दीपक की मौत का कारण खोपड़ी फटना
बताया है। यानी लगभग स्पष्ट है प्रतीत हो रहा है कि पुलिस दस्ते से बचने खातिर दीपक गलती से रेलवे ट्रैक की ओर भागा और पैर फिसलने से सीधे पटरियों पर गिर पड़ा और फ़िर ….

मृत दीपक की जेब से लाइटर भी मिला

घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह सात बजे GRP को मिली। इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया। मकतूल दीपक की जामा तलाशी के बाद पुलिस को उसका लेटेस्ट आईफोन,एक अन्य सिम व लाइटर मिला। लाइटर उसके सिगरेट पीने की आदत को पुख्ता करता है। तो दूसरी तरफ जेब से मिले दूसरे सिम कार्ड की भी तहकीकात के साथ ही मोबाइल लोकेशन और सीडीआर भी उपरोक्त बताओं की पुष्टी करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।

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