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सृजन घोटाले को लेकर कांग्रेस ने नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा,पीएम नरेंद्र मोदी से भी पूछे सवाल

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पटना Live डेस्क. भागलपुर के सृजन घोटाले को लेकर कांग्रेस भी राजद की तरह खुलकर मैदान में आ गई है. अब कांग्रेस ने भी सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का इस मामले में इस्तीफा मांगा है. इसके साथ ही कांग्रेस ने घोटाले की जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की है.कांग्रेस ने इस मसले पर पीए नरेंद्र मोदी से भी जवाब मांगा है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को इस्तीफा देना चाहिए. साथ ही कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा कि क्या यह सच है कि आरएसएस के संबद्ध मंत्री भी इस घोटाले में शामिल हैं?

उल्लेखनीय है कि सृजन घोटाले में बिहार के भागलपुर जिले में सरकारी धन का हस्तांतरण गैर-सरकारी संगठन सृजन महिला सहयोग समिति को किया गया था. इस एनजीओ ने मूल निधि को बरकरार रखते हुए सरकारी निधियों का ब्याज की उच्च दर अर्जित करने के लिए इस्तेमाल किया. कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि अनुमान है कि यह घोटाला 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का है.

कांग्रेस के एक अन्य प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि सुशील कुमार मोदी के बिहार के वित्तमंत्री के रूप में पिछले कार्यकाल के दौरान यह घोटाला हुआ. उन्होंने कहा, ‘यह कैसे संभव है कि इतनी बड़ी रकम सुशील मोदी के बिना जानकारी के प्रणाली से बाहर गई?’कुमार ने कहा कि सृजन संस्था की अध्यक्ष मनोरमा देवी थीं और संदेह है कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नीतीश कुमार के करीबी लोगों के साथ अच्छी तरह से जुड़ी हुई हैं.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘पार्टी इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करती है. जिस तरह से भाजपा की केंद्र सरकार की ओर से सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है, यह देखते हुए केवल उच्च न्यायालय की निगरानी में की जाने वाली जांच ही इस मामले में सच्चाई को सामने ला सकती है.’

उन्होंने कहा, ‘सृजन घोटाला का मास्टरमाइंड बिपिन शर्मा है जो भाजपा के किसान मोर्चा का उपाध्यक्ष है. एक दूसरा मास्टरमाइंड महेश मंडल नीतीश कुमार का करीबी सहयोगी है. इस घोटाले से जिन्होंने पैसे बनाए हैं, वे गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की जमीन पर भागलपुर में शॉपिंग मॉल बना रहे हैं.’

यह पूछे जाने पर कि क्या सृजन घोटाले को देखते हुए ही नीतीश कुमार ने भाजपा से हाथ मिलाया है, मनीष तिवारी ने कहा, ‘यह एक वैध प्रश्न है, जिसका जवाब नीतीश कुमार को देने की जरुरत है.’

 

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