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BiG News-नीतीश कुमार का IAS चंचल कुमार से 23 साल पुराना छूटा साथ सियासी गलियारे में कयास कौन लेगा चंचल कुमार का स्थान?

रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार के साथ पहली बार जुड़े  बिहार कैडर के 1992 बैच के IAS Chanchal Kumar केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। 23 वर्षों तक नीतीश कुमार के साथ साए की तरह जुड़े रहे चंचल कुमार अबतक बिहार के सर्वाधिक ताकतवर आईएएस अधिकारी में रहे शुमार 

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पटना Live डेस्क। ये हकीकत है कि नीतीश कुमार को अपने अफसरों पर ज्यादा भरोसा रहता है। सूबे में 2005 से नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार चल रही है। जब से नीतीश कुमार ने बिहार की कमान संभाली तब से ही उनके ‘किचन कैबिनेट’ में पसंदीदा अफसरों की फेहरिस्त छोटी रही। मगर बहुत पावरफुल रही। पूरा देश जानता है कि नीतीश कुमार ब्यूरोक्रेसी के खासे पसंदीदा नेताओं में से एक हैं। उनको इससे उनको कोई गुरेज भी नहीं है। इसी किचन कैबिनेट के विगत 23 वर्षों से बेहद भरोसेमंद आईएएस अधिकारी चंचल कुमार का अब मुख्यमंत्री से साथ छूट गए है। दरअसल सूबे के सबसे शक्तिशाली आईएएस अधिकारी चंचल कुमार अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। चंचल कुमार को सड़क मंत्रालय से जुड़े नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तबसे जुड़े रहे हैं,जब नीतीश कुमार रेल मंत्री (1998-99) थे, तब से ही उनके साथ हैं।

आईएएस चंचल कुमार पिछले 23 वर्षों से नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं। एक साथ कई विभाग संचालित करते रहे हैं। कई बार वे नीतीश कुमार सरकार में संकटमोचक की भूमिका भी निभा चुके हैं।उनके शक्तिशाली होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई बार कई मंत्रियों के साथ उनका मतभेद हुआ। मंत्रियों ने सार्वजनिक तौर पर उनके खिलाफ बयान दिए, पर चंचल कुमार का कुछ नहीं बिगड़ा। मंत्रियों को ही पीछे हटना पड़ा।

कौन हैं सीएम के अतिविश्वस्त चंचल कुमार

IIT कानपुर से एमटेक चंचल कुमार 1992 बैच के आईएएस अधिकारी है। बिहार की ब्यूरोक्रेसी में सबसे पावरफुल माने जाते हैं। नीतीश कुमार जब रेल मंत्री तब से ही उनके साथ हैं। अक्सर 2-3 विभागों को संभालते हैं। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद पर इनकी तैनाती सबसे बड़ी जिम्मेदारी रही। बिहार में कई और विशेष योजनाओं को लागू करने के पीछे इनका दिमाग माना जाता है। इनके बारे में कहा जाता है कि ये ब्यूरोक्रेट के साथ साथ बहुत अच्छे टेक्नोक्रेट भी हैं। मंत्री भी इनसे संभलकर ही रहना चाहते हैं।

              तमाम ऐसे उदारहण है जब चंचल कुमार बिहार सरकार के मंत्रियों भारी पड़े।उदाहरण स्वरूप पिछले वर्ष नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले बिहार के समाज कल्याण मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इस्तीफे का ऐलान कर दिया तथा उन्होंने अपने विभाग के अफसर अतुल प्रसाद पर उनकी बात नहीं मानने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार तो उनकी फोन तक नहीं उठाते हैं और ना ही कॉलबैक करते हैं।

             वही, चंचल कुमार की हनक का दूसरा सबसे बड़ा उदाहरण दिया जाता है सितबंर 2019 में मंत्री (तत्कालीन) महेश्वर हजारी के पास आवास मंत्रालय भी था। इस विभाग के सचिव चंचल कुमार थे। हजारी और चंचल के बीच किसी बात को लेकर मतभेद हो गया तो मंत्री हजारी को ही शिफ्ट कर दिया गया। चंचल कुमार का बाल बांका तक नहीं हुआ।

                  लेकिन नीतीश कुमार ने जब CM पद इस्तीफा देकर मांझी को बतौर CM बिहार की कमान सौंपी तो तत्कालीन सीएम जीतनराम मांझी ने चुन-चुनकर नीतीश कुमार के खास म खास अधिकारियों का तबादला कर दिया था। इनमें चंचल कुमार भी थे। लेकिन जैसे ही नीतीश कुमार फिर से राज्य की सत्ता संभाली फौरन अपने विश्वस्त चंचल कुमार को मुख्यमंत्री सचिवालय में सचिव बनाया। बाद में वे प्रधान सचिव बनाए गए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब अपनी छवि को राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार दे रहे थे, तब भी इसके पीछे चंचल कुमार की विशेष भूमिका रही है। चंचल कुमार नीतीश के साथ न सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी के बतौर जुड़े रहे, बल्कि विधायकों, मंत्रियों से संतुलन बिठाने और नीतीश की राष्ट्रीय स्तर पर छवि बनाने के पीछे भी रहे हैं।

अब राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों क्षेत्र में पूछा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चंचल के बिना अपना बहुआयामी कार्य कैसे और किसके भरोसे करेंगे।यहां गौर करनेवाली बात है कि नीतीश कुमार नेताओं से अधिक प्रशासनिक अधिकारियों को अपने इन कार्यों के उपयुक्त और भरोसेमंद मानते हैं। अब देखना है कि चंचल कुमार की भूमिका को कौन दूसरे आईएएस निभाते हैं।

सीएम ने अभी नहीं किया है रिलीव

एक ओर जहां कार्मिक मंत्रालय की अधिकारियों की जारी सूची में चंचल कुमार का नाम सामने आ गया है। वही बिहार सरकार ने उन्हें अभी रिलीव नहीं किया है।लेकिन चर्चा है कि लेकिन प्रशासनिक गलियारे में हो रही चर्चा के मुताबिक मुख्यमंत्री की सहमति मिलने के बाद ही चंचल कुमार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। लिहाजा उन्हें जल्द ही रिलीव कर दिया जायेगा।

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