पटना Live डेस्क। बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासत तेज है। पिछले एक सप्ताह में जहरीली शराब से चार दर्जन से अधिक हुई मौतों को लेकर सूबे में सियासत तेज है। इस पर विपक्ष ही नहीं, एनडीए में शामिल घटक दल भी तंज कस रहे हैं। इसे लेकर एक बार फिर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपनी ही सरकार को घेरा है।
संजय जयसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो भी समीक्षा करेंगे, वह बेहतर होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन इस पर भी ध्यान देना होगा कि सूबे के हर जिले में ऊपर से लेकर नीचे तक शराब के धंधे में माफियाओं का राज चल रहा है। शराब माफिया की पहुंच ऊपर से लेकर नीचे तक है। शराब का धंधा चल रहा है। इन माफियाओं पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। तभी सूबे में शराबबंदी सफल हो सकेगी।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर बड़ी बैठक बुलाई है। इसके पहले भी उन्होंने एक बैठक कर चुके हैं। 16 नवंबर को होने वाली समीक्षा बैठक में एक-एक चीज पर गौर किया जाएगा। उन्होंने पहले ही इसके संकेत दे दिए हैं। उन्होंने साफ कह दिया है कि दोषी अधिकारी बच नहीं पाएंगे। माफिया के साथ उनसे संबंध रखने वाले लोग भी नपेंगे।
बहरहाल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इसे लेकर पिछले सप्ताह पटना में सरकार को घेरा था। इसके दो दिन बाद जब वह अपने संसदीय क्षेत्र बेतिया गए, तो वहां पत्रकारों के सवालों को झेल नहीं पाए।
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