बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Super Exclusive – परिवार से जुड़े लोगों का दावा बैग में थे लगभग 40 लाख रुपये कैश, मोटी रकम लूटने से बचाने खातिर अपराधियों से भिड़े थे पुरुषोत्तम गुप्ता, किसी करीबी ने ही रची लूट सह हत्या की साज़िश

391

पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में शनिवार की रात तकरीबन 7 बजकर 43 मिनट पर गांधी मैदान थाना क्षेत्र के फ्रेजर रोड में सूर्या अपार्टमेंट के सामने सड़क पर कत्ल कर दिए गए 43 वर्षीय पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता रविवार की शाम पंचतत्व में विलीन हो गए, यानी उनके पार्थिव शरीर का दाह संस्कार कर दिया गया। लेकिन बावजूद इसके पुरूषोत्तम अपने पीछे कई बड़े सवाल छोड़ गए है। जैसे आखिर उनकी हत्या की वजह क्या थी?

कुछ अहम सवाल ? 

कौन वो शख्स है जिसने हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाई ? कौन वो करीबी या जानकार है जिसे इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि “बैग” में मोटा कैश मौजूद है? आखिर कौन है वो ? मक़तूल के परिजनों का दावा है कि पुरुषोत्तम घर से बैग लेकर नही निकले थे? तो फिर वो बैग कहा से उनके पास आया ? आखिर उस बैग में ऐसा क्या था जिसे छिनने या लूटने की खातिर बाइक सवार 3 अपराधियों दुःसाहस का चरम पार करते हुए राजधानी के बेहद सुरक्षित और वीआईपी इलाकों में शुमार फ्रेजर रोड में सैकड़ो लोगो और व्यस्तम सड़क पर बाइक सवार पुरुषोत्तम को बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में बाइक के आगे बाइक खड़ी कर घेर लिया?अमूमन बदमाश इतना बड़ा जोखिम तभी लेते है जब रकम बड़ी हो या फिर उक्त शख्स की सुपारी में मोटी रकम ली हो। यानी इस तरह के दुःसाहसिक वारदातों में एक बड़ी रकम वजह बनती है। खैर सवाल उठे है तो जवाब भी जरूरी है।

सवालों के जवाब खातिर पटना Live की पड़ताल 

पटना में अनाज मंडी के तौर पर पहचान रखने वाले दलदली निवासी पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता के पिता दिलीप गुप्ता की हर्ट अटैक से तकरीबन 4 साल पहले मौत हो गई थी। तीन भाइयों में सबसे बड़े पुरुषोत्तम के 2 छोटे भाई और है जो सरकारी मुलाजमत करते है। बेहद मधुर भाषी पुरुषोत्तम ने बेहद कम समय मे ही अपने मेहनत और लगन के बल पर काफी तरक्की हासिल कर ली थी। महज 43 वर्षीय पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता की ईमानदारी और मेहनत का ही नतीजा था कि शहर के डाकबंगला चौराहे के समीप स्थित बेहद चर्चित पाल्स केक शॉप के मालिक विजय गांधी ने अपनी वर्षो पुरानी और बेहद मशहूर दुकान वर्ष 2016 के सितंबर महीने पुरुषोत्तम को हर महीने एक तय राशि पर सौप दी। तब से पुरुषोत्तम ही पालसंस के कर्ताधर्ता और मालिक बन गए थे।

पालसंस कमान संभालते ही पुरुषोत्तम ने तरक्की की रफ्तार पकड़ ली और फिर देखते ही देखते एक स्वीट्स दुकान को 3 में तब्दील कर दिया। दूसरा मौर्या कॉम्प्लेक्स का यमी बाइट और तीसरा कंकड़बाग में केक और बेकरी आइटम की शॉप।ये बात अलग है कि कालांतर में कंकड़बाग वाली शॉप बन्द हो गई। 

पैसे की आवक बढ़ी तो शहर की अनाज मंडी यानी दलदली में पले बढ़े पुरुषोत्तम कम लागत में मोटी कमाई की कला से वाकिफ तो थे ही व्यापारियों पैठ तो थी ही जरूरत पर कारोबारियों को पैसे ब्याज पर देने लगे। अमूमन ये धन्धा भरोसे चलता है यहाँ भी पुरुषोत्तम कामयाबी के झंडे गाड़ने लगे। पुरुषोत्तम अपने व्यवहार और खुदमिजाजी से पैसे भी तो कमा ही रहे थे, साथ ही मार्केट में भरोसेमंद और रुतबेदार भी बन रहे थे।फिर वो वक्त भी आया जब पुरुषोत्तम ने कमिटी या बीसी भी शुरू कर दिया। इस के ऐलान मात्र से कई कारोबारी इनकी कमिटी में शामिल हों गये। वक्त का पहिया अपनी रवानी पर था। सब कुछ सही चल रहा था। पुरुषोत्तम की मोटी रकम मार्केट ब्याज पर चढ़ी हुई थी और कई कमिटियां भी चल रही थी। लेकिन तभी अचानक फरवरी महीने की 23 तारीख को शाम 7 बजकर 43 मिनट पर पुरुषोत्तम को कत्ल कर दिया गया और उनके पास मौजूद एक बैग लूट लिया गया।

आखिर बैग में था क्या ? 

सिटी एसपी सेंट्रल प्राणतोष कुमार दास  के अनुसार अब तक कैश लूट की वजह ही सामने आई है। हत्या के पीछे का कोई दूसरा बड़ा कारण अभीतक सामने नहीं आया है। यानी फिर कहानी BAG पर आकर रुक रही है। वही मामले की जांच कर रहे डीएसपी सुरेश प्रसाद ने बताया कि स्थानीय लोगों ने इस बात की सूचना दी है कि उनके पास बैग था। बैग उनके पास कहां से आया और उसमें कैश कितना था इस बिन्दु पर जांच की जा रही है। जांच में कोई पुरानी रंजिश या रंगदारी की बात सामने नहीं आ रही है।

CCTV भी करता है ताक़ीद – बैग में था कुछ खास 

घटना के बाद पुलिस ने सबसे पहले इलाक़े के मकानों दुकानों और सड़क पर लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू किए ताकि अपराधियों के खिलाफ सुराग मिल सके। पटना पुलिस के दस्ते ने जब घटना स्थल के आजु बाजू के कैमरे को टटोला तो सबसे बड़ी बात जो दिखी वो ये थी बाइक सवार अपराधियों ने पुरुषोत्तम की हौंडा शाइन के आगे अपनी बाइक लगा दी और बाइक लगते ही फौरन 2 युवक बाइक से उतर कर उनकी ओर बढ़ते है और बैग छिनने की कोशिश करते है जिसके विरोध में अपराधियों और पुरुषोत्तम के बीच हाथापाई होती है पुरुषोत्तम को भिड़ता देख एक अपराधी कमर से हथियार निकाल कर फायर करता है। लेकिन मिस फायर हों जाता है।फिर दूसरी गोली उनके पज़रा में सटा कर मार देता है। वारदात स्थल से गांधी मैदान थाना की पुलिस टीम ने एक गोली और एक खोखा बरामद किया था।

Comments are closed.