बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG Question (वीडियो) क्या ट्रैफिक नियम सिर्फ आमआदमी ख़ातिर है ? क्या खाकीवाले तमाम नियम और कानून से परे है? जवाब दीजिएगा जरूर

248

पटना Live डेस्क।  कुछ अरसा पहले एक हिंदी फिल्म रिलीज हुई थी नाम था “गुलाल“। उस फ़िल्म का एक डायलॉग बडा लोकप्रिय हुआ था – “इस मुल्क ने जिस जिस को जो काम था सौंपा उस शख्स ने उस काम की माचिस जलकर रख दी”।आजकल कुछ इसी तरह के हालात पैदा होते जा रहे हैं। जिस व्यक्ति की जो जिम्मेदारी होती है, वही उसे पूरा नहीं करता है।

देश मे मोटर व्हीकल एक्ट-2019 बदलाव के बाद 1 सितंबर से लागू हो गया है। नए नियमों में बदलाव के बाद पटना पुलिस ने अब तक जमकर चालान काटे है और ताबड़तोड़ लागतार काट भी रहे है। 1 सितंबर को आधी रात 12 बजे से नया मोटर व्हीकल कानून लागू हो गया है। मोटर व्हीकल एक्ट में हुए संशोधन के बाद अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर 10 गुना तक अधिक जुर्माना भरना पड़ेगा। राजस्थान और बंगाल को छोड़कर पूरे भारत में मोटर व्हीकल संशोधन कानून लागू हो गया है।

सरकार ने जिन कंधों के भरोसे आम आदमी को नियम पालने न करने पर जुर्माना करने का काम सौंपा है। वो कंधे किस कदर उक्त जिम्मेदारी की माचिस सरेआम फूक रहे है, इसकी बानगी लागतार,बारम्बार,बेधड़क और ताबड़तोड़ राजधानी की सड़कों पर बेलाग दौड़ती नज़र आ रही है। तब मन मे एक प्रश्न कौंधा क्या पुलिस की वर्दी हर नियम कानून को तोड़ने ममोड़ने का लाइसेंस भी है क्या ?

खैर, इसी बीच राजधानी पटना के एक सजग युवा ने फेसबुक पर एक घटना का वीडियो के साथ विवरण पेश किया है। अपनी बात को पुख्ता करने ख़ातिर खुद का चालान किये जाने का भी जिक्र किया है। साथ ही बाकायदा अपने फेसबुक वॉल पर वीडियो भी अपलोड साथ ही लिखा है कि …

मोटर वाहन एक्ट सिर्फ आम जनता के लिए लागू है ???
कोतवाली थाने के समीप मेरा चालान काटा गया है जब मैने सवाल उठाया के दो पुलिस वाले बिना नंबर प्लेट के गाड़ी चला रहे हैं और हेलमेट भी नहीं पहने हैं इन लोगों का भी चालान काटा जाए तब उन्होंने कहा यह मेरा आदमी है।
यह कैसा कानून है सुशासन बाबू से सबसे बड़ा सवाल???

बिना हेलमेट 1000 रुपये का चालान 

नए व्हीकल एक्ट के नए नियम के तहत बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर 500 रुपये की बजाए 1000 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। साथ ही 3 महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित हो सकता है।

दरअसल, सरकार की सोच है कि ज्यादा जुर्माना न होने की वजह से लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करने से कतराते हैं, लेकिन अब फाइन ज्यादा बढ़ जाने से लोग ट्रैफिक नियम तोड़ने से पहले डरेंगे। यह नियम हर भारतीय नागरिक पर समान रूप से लागू है।

अब सवाल है कि क्या बिहार पुलिस के जवान भारतीय नागरिक नही है ? क्या देश का कानून इनपर लागू नही होता है ? या महज शरीर पर वर्दी इन्हें नियम कानून से ऊपर और विशिष्ट बना देती है ? सवाल उठा है तो उम्मीद करते है जवाब भी मिलेगा ?

 

Comments are closed.