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BiG News – निगरानी के ASI की बेटी ने लगाई फ्लाईओवर से मौत की छलांग,चोरी की वारदात बनी वजह

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना के चर्चित होटल चाणक्य के समीप स्थित व्यस्तम चौराहो में शुमार आर ब्लॉक पर उस वक्त अफ़रातफ़री मच गई जब अचानक पुल से मौत की छलांग लगाने वाली युवती का शरीर पुलिस चेक पोस्ट ठीक सामने सड़क पर आ गिरा।नीचे सड़क पर गिरते ही उसकी मौत मौके पर ही हो गई। सड़क पर खून फैल गया। लोगों की भीड़ शव के चारोओर जमा हो गए। सुसाइड के इस मामले की शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए आईजीआईएमएस भेज दिया है।

अचानक गिरा एक लड़की का शरीर

आर ब्लॉक में जिस जगह पर श्वेतांगी ने कूद कर अपनी जान दी, उसके ठीक सामने में पुलिस चेक पोस्ट है। सिपाही अरूण कुमार संतरी ड्यूटी में थे। घटना दोपहर करीब 12:20 बजे की है। सिपाही अरूण के अनुसार उनकी नजर नीचे में चेकपोस्ट के चारों तरफ घूम रही थी। उसी बीच अचानक ‘धप’ की आवाज कानों तक पहुंची। जब उन्होंने देखा तो एक लड़की गिरी हुई दिखी। सबसे पहले वो उसके पास पहुंचे। जब उसके नब्ज को चेक किया तो उसकी सांसे थम चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही सचिवालय और कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। घटना वाली जगह सचिवालय थाना के तहत है। थानेदार सीपी गुप्ता के हाथ लड़की का मोबाइल फोन लगा। उसके मोबाइल से पुलिस वालों ने ही परिवार को कॉल किया। इसके बाद ही श्वेतांगी की पहचान हुई।

 

बाइक वालों ने की थी बचाने की कोशिश

 

आर ब्लॉक में बने नए फ्लाई ओवर पर गोलंबर बना है। गोलंबर के पश्चिम साइड से श्वेतांगी ने नीचे छलांग लगा दी। जिस वक्त सिपाही अरूण कुमार मौके पर पहुंचे, ठीक 5 मिनट बाद 5-7 बाइक सवार लोग भी आए। सिपाही की मानें तो बाइक सवार लोग फ्लाईओवर पर ही थे। उनके सामने श्वेतांगी पुल से कूदने जा रही थी। यह देख उन लोगों ने उसे पकड़ने व बचाने की कोशिश की थी, लेकिन वो इसमें असफल रहे।

मृतका के पिता निगरानी में हैं एएसआई

बताया जाता है कि श्वेतांगी का परिवार मूल रूप से सीवान जिले के महाराजगंज का रहने वाला है। जो करीब 15 सालों से पटना के यारपुर राजपूताना मुहल्ले के शिवाजी पथ स्थित रत्नेश्वर तिवारी के मकान में किराए पर रह रहा है। श्वेतांगी के पिता संजय कुमार मिश्रा निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में एएसआई पद पर पोस्टेड हैं। घर में हुए चोरी से परेशान छात्रा श्वेतांगी दोपहर 12 बजे से पहले अपने घर से निकली थी। मां और पिता को उसने कहा था कि बुआ के घर जा रही है। परिवार वालों ने उसे जाने भी दे दिया, लेकिन वो वहां गई नहीं। दरअसल, उसके निकलने से कुछ देर बाद ही छोटा भाई श्वेतांगी को खोजने बुआ के घर गया था, पर वो वहां पहुंची नहीं थी। यह जानकर परिवार वाले भी हैरान और परेशान थे। इसके कुछ देर बाद ही सचिवालय थाना से उन्हें फोन पर जानकारी मिली।

एक दिसंबर की रात हुई थी चोरी

श्वेतांगी ग्रेजुएशन की छात्रा थी और खगौल महिला कॉलेज से पढ़ाई कर रही थी। एक दिसंबर को छपरा के मशरख में एक रिश्तेदार के घर शादी थी। पिता संजय कुमार मिश्रा, मां रेणु देवी और छोटा भाई शादी में शामिल होने के लिए उसी दिन शाम को मशरख चले गए थे। अकेले रहने की वजह से श्वेतांगी अपने घर को लॉक कर करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित बुआ के घर रहने चली गई थी। जब दो दिसंबर की सुबह वो वापस अपने घर आई तो उसे लॉक टूटा हुआ मिला, घर के सामान बिखरे मिले। ज्वेलरी और कैश की चोरी हो चुकी थी। इस वजह से वो तनाव में थी। कॉल कर पिता को जानकारी दी। मशरख से ही पिता ने गर्दनीबाग थाना और पुलिस के अपने कुछ साथियों को कॉल किया था। गर्दनीबाग थानेदार अरूण कुमार के अनुसार, कॉल से मिली जानकारी पर ही उन्होंने अपनी टीम भेजकर जांच शुरू करवा दी थी। शाम में पिता के आने के बाद एफआईआर दर्ज की गई थी।

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