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BiG News (वीडियो)बाढ़ के बाहुबली विधायक का सबसे विश्वस्त सिपहसालार लल्लू मुखिया गिरफ्तार, अनंत का NTPC से खुटा उखाड़ने की कवायद और हुई तेज

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#कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया सहित चार गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजे ग

#बाढ़ थाना अंतर्गत गुलाबबाग निवासी कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को उनके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

#कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया के साथ श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर, देवानंद कुमार साकिन डुमरिया, विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग को भी गिरफ्तार किया गया है।

पटना Live डेस्क। मुंगेर की महाभारत ने कभी जो अपने थे उनको आमने सामने ला खड़ा किया है। कल तक जो साथ साथ थे आज वही एक दूसरे के खिलाफ लोकसभा चुनाव में ताल ठोक रहे है। बिसात बिछाई जा रही है। इस क्रम सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के नेतृत्व में बाढ़ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने एनटीपीसी थाना के सहनौरा गांव निवासी कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है।कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया पर माघी पूर्णिमा के मौके पर वाहनों से रंगदारी वसूलने का आरोप है। माघी पूर्णिमा की बंदोबस्ती बाढ़ नगर परिषद द्वारा बाढ़ शहरी इलाके के लिए की गई थी। वसूली नगर परिषद क्षेत्र से बाहर ग्रामीण इलाके में हो रही थी। इसके अलावा बंदोबस्ती माधो यादव के नाम पर की गई थी लेकिन वसूली लल्लू मुखिया अपने लोगों करवा रहे थे।सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को अवैध वसूली की सूचना मिली थी और बाढ़ थाना को कार्रवाई का आदेश दिया गया था।लल्लू मुखिया के घर के पास दो लोग राइफल के साथ मिले और दोनों शराब के नशे में थे। दोनों की पहचान श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर, और  देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के तौर पर हुई।श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर के कंधे पर मेड इन चेकोस्लोवाकिया विदेशी राइफल मिला और कमर में 25 गोलियां थीं। लाइसेन्स विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग के नाम का बताया गया। लाइसेन्स 2018 तक ही था। मेड इन चेकोस्लोवाकिया विदेशी राइफल के लाइसेन्स धारक विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग द्वारा श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर को राइफल इस्तेमाल करने का कोई अधिकार पत्र भी नहीं दिया गया था। लाइसेन्स हथियार के दुरुपयोग और बेजा इस्तेमाल का यह मामला है।

देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के कंधे पर थ्री फिफ़्टीन की राइफल थी। कमर में 25 गोलियां भी थीं। इस हथियार का लाइसेन्स इनके नाम पर है। पूछताछ में इन्होने बताया कि वे लल्लू मुखिया के लिए काम करते हैं। पूर्व में ये सीआरपीएफ़ के जवान थे और इनको बर्खास्त कर दिया गया था। देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के पास से वसूली का 2320 रूपया भी बरामद हुआ। इनके पास से नगर परिषद का एकरारनामा बरामद हुआ जो किसी माधो यादव के नाम से था।कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने स्वीकार किया है कि बाढ़ नगर परिषद का एकरारनामा सहनौरा निवासी माधो यादव के नाम से है लेकिन वसूली इनके द्वारा की जाती है। माधो यादव वहाँ मौजूद नहीं थे। दूसरे व्यक्ति के स्थान पर वसूली पूरी तरह अवैध है और कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया इस अवैध वसूली का कोई जवाब दे नहीं पाए लिहाजा उनको गिरफ्तार किया गया।इस बाबत उत्पाद अधिनियम, आर्म्स एक्ट, लाइसेंसी हथियार का बेजा इस्तेमाल, रंगदारी, धोखाधड़ी, लोक शांति में बाधा, जैसे आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया का लंबा आपराधिक इतिहास है। इनके खिलाफ काफी मामले दर्ज हैं। सभी मामलों में जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया की जा रही है। आम लोगों के मन में कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया का खासा आतंक रहा है।

सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि कानून का राज कायम करना ही एकमात्र मकसद है.उन्होंने कहा कि बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र में हथियारों का प्रदर्शन कर आम लोगों को डराने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जिनके पास भी लाइसेंसी राइफल है, वह राइफल सुरक्षा के लिए दिया गया है ना कि आम लोगों पर उसका रोब दिखाने के लिए. उन्होंने यह भी कहा कि आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोग अभी ही सचेत हो जाएं वरना कार्रवाई इतनी कठोर होगी जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।

सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह की माने तो यह कार्रवाई एक संकेत है कि पैसे और रुपए के बल पर आम लोगों को डराने वाले लोगों की खैर नहीं है और बिना किसी भेदभाव के अब तक कार्रवाई हुई है और बिना किसी भेदभाव के आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।

दरअसल, सोमवार की रात गुलाब बाग के पास माघी पूर्णिमा में बाहर से आये वाहन संचालकों से राइफल दिखा कर अवैध वसूली कर रहे नशे में धुत दो रंगदारों को पकड़ा है। छापेमारी के दौरान इनके पास से दो राइफल और 50 गोलियां बरामद की गयी है।हथियार के लाइसेंस का दुरुपयोग करने और रंगदारी वसूलने के आरोप में पुलिस ने दबंग लल्लू मुखिया और लाइसेंस धारी विजय कुमार सिंह को हिरासत में लिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार एएसपी ने माघी पूर्णिमा के अवसर पर दूर दराज के इलाकों से बाढ़ में पहुंचे वाहनों से रंगदारी वसूले जाने को लेकर सूचना मिलने के बाद छापेमारी की थी। छापेमारी रात 11 बजे की गयी थी। छानबीन के दौरान मौके पर दो लोगों को पकड़ा गया।इनकी पहचान देवानंद कुमार व श्याम नाथ राय के रूप में हुई है।इनके पास से दो राइफल व 50 गोलियां मिली हैं।राइफलचेकोस्लोवाकिया की बनी हुई है।
पुलिस ने हथियार दिखाकर लोगों को भयभीत कर रुपये वसूलने को लेकर लल्लू मुखिया को थाने बुलाकर पूछताछ की. इस दौरान हथियार को लाइसेंसी बताया गया, लेकिन पुलिस ने हथियार का दुरुपयोग करने के आरोप में जब्त करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपित की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गयी, जिसमें स्थानीय डुमरिया गांव निवासी देवआनंद कुमार व सलेमपुर गांव निवासी श्याम नाथ राय द्वारा शराब पीने की पुष्टि हुई है। देव आनंद कुमार सीआरपीएफ से बर्खास्त है।

                    दोनों गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह  लल्लू मुखिया द्वारा दिये गये निर्देश के आधार पर वाहनों से पड़ाव शुल्क वसूल रहा था। इसके बाद पुलिस ने लल्लू मुखिया को बुलाकर पूछताछ की, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद लल्लू मुखिया और आर्म्स लाइसेंस धारी विजय कुमार सिंह को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद दिन भर लल्लू मुखिया के सैकड़ों समर्थक थाने में जमे रहे। मंगलवार को देर रात तक इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी थी।
बाढ़ के थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि घटना को लेकर रंगदारी,आर्म्स एक्ट एवं एक्साइज एक्ट के तहत केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। चारों को नामजद आरोपित बनाया जा रहा है।फिलहाल जांच चल रही है। देर रात तक प्राथमिकी दर्ज करा दी जायेगी। पड़ाव के नाम पर कई वर्षों से हो रही है अवैध वसूली  बाढ़ के उमानाथ मंदिर में लगने वाले माघी पूर्णिमा मेले में पिछले कई वर्षों से वाहन पड़ाव के नाम पर जबरन वसूली की जाती रही है।कुछ वर्ष पूर्व भी वसूली को लेकर अनुमंडल प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गयी थी, लेकिन बाद में धंधा बदस्तूर जारी रहा। माघी पूर्णिमा में हजारों वाहन आसपास के जिलों से बाढ़ पहुंचते हैं जिनसे हथियार दिखाकर रंगदार द्वारा लाखों रुपये की वसूली करते हैं। नगर परिषद के नाम पर की गयी वसूली को लेकर नगर पर्षद प्रशासन भी दबंगों के रसूख के कारण चुप्पी साध रखे था।

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