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BiG News – RJD प्रवक्ता का खुल्ला ऐलान “बचा सकता है तो बचा कर दिखाए NDA अपनी सरकार”

तेजप्रताप यादव की माझी से मुलाकात के बाद बिहार में मांझी को लेकर पक गई खिचड़ी, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने समझाया गणित

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पटना Live डेस्क। बिहार का सियासी तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पल पल बदलते  सियासी समीकरणों के बीच जोशो खरोश से लबरेज राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बड़े दावे कर दिए है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है। ऐसा होता रहा है और शायद आगे भी होता रहेगा। बिहार में सियासत की तपिश की गर्मी हर वक्त हर पल बढ़ती रहती है।

दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन (Lalu Prasad yadav Birthday) पर बिहार में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया। आरजेडी सुप्रीमो के बड़े लाल पार्टी के विधायक तेजप्रताप यादव ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। बताया जा रहा कि उनकी ये मुलाकात एक बंद कमरे में हुई है। जिसके बाद कयासों का बाज़ार सरगर्म हो गया। सियासी गलियारों में इस मुलाकात की वजह क्या हो सकती है?इसको लेकर दावे भी किए जाने लगे। पूर्व सीएम मांझी से मुलाकात करने के बाद बाहर आए तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “ये कोई नई बात नहीं है कि अंकल जी से हम मिले हैं। हम लगातार इनसे मिलते रहते हैं और मार्गदर्शन लेते रहते हैं। इधर कोरोना की वजह से काफी दिनों से मुलाकात नहीं हुई थी तो हमने सोचा कि मुलाकात करें। हमारे बीच पारिवारिक सम्‍बन्‍ध हैं। लॉकडाउन खुला तो यूं ही मिलने चले आए। इसमें कोई राजनीतिक बात नहीं है।”

दोनों के बीच बंद कमरे हुई मुलाकात ने कई कयासों को हवा दे दी। उधर मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू के जन्मदिन के मौके पर तेजप्रताप उनसे मिले आए थे। बकौल मांझी तेजप्रताप एक गैर राजनीतिक संगठन बनाना चाहते है जिसमें सभी दलों में वरिष्ठ नेताओं को जोड़ने की कोशिश है। इस मुलाकात के बाद राजद ने एनडीए को अपनी सरकार बचाने की खुली चुनौती दे डाली है।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि समझने वाले समझ गये, जो न समझे वह अनाड़ी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कई बार यह कह चुके हैं कि जीतन राम मांझी हमारे अभिभावक हैं। दरअसल सूबे के सियासी गलियारे में इस मुलाकात के बाद बवाल मचा हुआ है।

 

राजद प्रवक्ता ने तो यहां तक कह दिया कि जीतनराम मांझी भले ही सशरीर एनडीए में हैं, लेकिन उनका दिल लालू प्रसाद की विचारधारा के साथ हैं।लालू प्रसाद के विचारधारा की लड़ाई, जीतनराम मांझी ने साथ रहकर लड़ी है। उनका एनडीए में दम घुट रहा है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि एनडीए अगर सरकार को बचा सकता है तो बचा कर दिखाये।

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