BiG News – अब अशोक चौधरी को मिला शिक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार, तीन विभागों की मिली जिम्मेदारी
अशोक चौधरी को मिला शिक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार तो उनके पास कुल तीन विभागों की जिम्मेदारी मिल गई है।
पटना Live डेस्क। बिहार के 37वें मुख्यमंत्री तौर पर शपथ लेने और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनते ही विवादों का दौर शुरू हो गया है। जदयू विधायक मेवालाल चौरसिया द्वारा बतौर शिक्षा मंत्री पदभार ग्रहण करने के लगभग एक घंटे 13 मिनट के भीतर ही इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा राजभवन पहुंचा और राज्यपाल फागु चौहान ने इसे मंजूर भी कर लिया है। इस पूरी प्रक्रिया में 3 घण्टे का वक्त लगा।
नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। चौधरी ने आज ही अपना कार्यभार संभाला था। मेवालाल 72 घंटे भी मंत्री नहीं रह पाए और इस्तीफा दे दिया। उनपर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर का वीसी रहते नियुक्ति में घोटाले का आरोप है।इसके अलावा विपक्ष ने उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग भी की थी।
सारे आरोप निराधार कहा था मेवालाल
मेवालाल ने 1980 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचडी की है।चुनावी शपथ पत्र में अपने ख़िलाफ़ लंबित आपराधिक मामलों की जानकारी दी है।जिसके मुताबिक़ उनके ख़िलाफ़ सबौर थाने में एफ़आईआर दर्ज है।
वाइस चांसलर (2010-15) रहते हुए भवन निर्माण और नियुक्ति में अनियमितता को लेकर उन पर आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 120(बी) के तहत मामला (केस नं 35/2017) दर्ज है।2015 में रिटायर होने के बाद मेवालाल चौधरी राजनीति में आए। वो तारापुर से दूसरी बार विधायक चुने गए. लेकिन साल 2017 में नियुक्ति अनियमितता को लेकर सबौर थाने में मामला दर्ज होने पर जेडीयू ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
मेवालाल चौधरी से पहले तारापुर से उनकी पत्नी नीता चौधरी विधायक थीं। नीता चौधरी की मौत मई 2019 में घर में गैस रिसाव से हो गई थी।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने इस मामले की जाँच एसआईटी से कराने की माँग की है। इस पूरे मामले में मेवालाल चौधरी ने मीडिया से कहा, “मुझ पर लगे सारे आरोप निराधार हैं। हम कोई चार्जशीटेड नहीं हैं।बाक़ी मामला कोर्ट में है तो फ़ैसले का इंतज़ार करना चाहिए। आदरणीय लालू जी तो ख़ुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनको और तेजस्वी यादव को हम पर आरोप लगाने से पहले ख़ुद को देखना चाहिए।”
वहीं उन्होंने पूर्व आईपीएस अमिताभ दास की माँग पर टिप्पणी करते हुए कहा, “उनको हम लीगल नोटिस भेज रहे हैं. अगर उनकी पत्नी को लेकर कोई ऐसी भावनात्मक टिप्पणी करता तो उन्हें कैसा महसूस होता?”
वहीं, अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।अशोक चौधरी के पास पहले से बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण मंत्रालय है। आपको बता दें कि अशोक चौधरी जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
वहीं, मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। तेजस्व यादव ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा है, ‘जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी।अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द.’
मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है।
जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया
थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया
घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया।असली गुनाहगार आप है। आपने मंत्री क्यों बनाया??आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 19, 2020
वहीं, एक और ट्वीट में तेजस्वी यादव ने कहा है कि ‘मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है। जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया, थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया और घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया। असली गुनाहगार आप हैं। आपने मंत्री क्यों बनाया?आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?’
आपको बता दें कि मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने के बाद से आरजेडी लगातार हमलावर थी। लालू यादव ने भी एक ट्वीट में नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि ‘तेजस्वी जहां पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख नौकरियां देने को प्रतिबद्ध था।
वहीं नीतीश ने पहली कैबिनेट में नियुक्ति घोटाला करने वाले मेवालाल को मंत्री बना अपनी प्राथमिकता बता दिया।विडंबना देखिए जो भाजपाई कल तक मेवालाल को खोज रहे थे आज मेवा मिलने पर मौन धारण किए हैं।’ वहीं, अब मेवालाल ने आज इस्तीफा दे दिया है।
बहरहाल, डॉ. मेवालाल चौधरी (Dr. Mewalal Chaudhary) के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जबकि उन पर पहले से ही बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी है।।आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल ने अगले आदेश तक अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया है।
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