बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG News – 19 साल बाद इंस्पेक्टर रमाकान्त प्रसाद,सब इंस्पेक्टर ज्योति प्रकाश, हवलदार जफर इमाम खान और शहीद चौकीदार को मिला गैलेंट्री अवार्ड

662

पटना Live डेस्क।बिहार पुलिस के 2 डीएसपी अरेराज में तैनात एसडीपीओ ज्योति प्रकाश और स्पेशल टास्क फोर्स में तैनात डीएसपी रमाकांत प्रसाद को मिलेगा पुलिस मैडल फ़ॉर गैलेंट्री। लेकिन टेक्निकली 19 साल बाद मिल रहे इस अवार्ड के अनुसार यह सम्मान बरही इंस्पेक्टर रमाकान्त प्रसाद, सब इंस्पेक्टर ज्योति प्रकाश को दिया जा रहा है। इस बात का उल्लेख अवार्ड लिस्ट में भी किया गया है।

वर्त्तमान में सीनियर डीएसपी बन चुके रमाकान्त प्रसाद और अरेराज के एसडीपीओ ज्योति प्रकाश ने संयुक्त बिहार के हजारीबाग जिले में नक्सल एरिया कमाण्डर को मार गिराने में जो अदम्य साहस और वीरता दिखाई थी उसका अब जाकर गैलेंट्री अवार्ड झारखंड़ राज्य कोटे से मिला है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वर्ष 2019 के राष्ट्रपति पुरस्कारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में वर्त्तमान दौर में बिहार पुलिस के वरीय डीएसपी रमाकांत प्रसाद और डीएसपी ज्योति प्रकाश का नाम भी शामिल हैं। लेकिन तकनीकी तौर पर यह अवार्ड बरही इंस्पेक्टर रमाकान्त प्रसाद, चौपारण थानेदार सब इंस्पेक्टर ज्योति प्रकाश को दिया जा रहा है। जबकि इन सालों में दोनो प्रगति करते हुए डीएसपी बन चूके है।

दरअसल डीएसपी रमाकांत प्रसाद और ज्योति प्रकाश को यह अवार्ड वर्ष 2000 में संयुक्त बिहार (अब अलग राज्य बन चुके झारखंड) में तैनाती के दौरान नक्सलियों के खिलाफ एक भीषण मुठभेड़ में अदम्य साहस और जाबांजी दिखाते हुए नक्सली एरिया कमांडर को मार गिराने ख़ातिर प्रदान किया जा रहा है।

कहा और कब हुआ था मुठभेड़

दरअसल, संयुक्त बिहार (बिहार झारखंड जब एक राज्य था) में वर्ष 2000 में रमाकांत प्रसाद झारखंड के बरही थाना में बतौर इंस्पेक्टर तैनात थे तो दूसरी ओर चौपारण में बतौर सब इंस्पेक्टर ज्योति प्रकाश (वर्त्तमान में अरेराज SDPO) बतौर थानेदार तैनात थे। अपने विश्वस्त मुखबिर के माध्यम से रमाकान्त प्रसाद को जानकारी मिली कि चौपारण में उस वक्त का कुख्यात नक्सल एरिया कमाण्डर मनोज भुइयां के अपने मारक दस्ते के साथ मौजूदगी की खबर मिली। मिली सूचना पर त्वरित एक्शन लेते हुए रमाकांत प्रसाद और चौपारण के थाना प्रभारी रहे ज्योति प्रकाश ने महज कुछ साथियों संग नक्सल एरिया कमाण्डर और उसके दस्ते के खिलाफ मोर्चाबंदी करते हुए उन्हें घेर लिया।

फिर क्या था नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग करते हुए मोर्चा खोल दिया। घंटो चले इस इनकाउंटर में एक चौकीदार छोटेलाल पासवान शहीद हों गए। फिर भी अदम्य साहस और वीरता दिखाते हुए रमाकान्त प्रसाद और ज्योति प्रकाश ने मुठभेड़ जारी रखा और इस भीषण इंकॉउंटर में एरिया कमांडर मनोज भुईया मारा गया और उसके कब्जे से हथियारों का जखीरा बरामद किया गया था।

इस वीरता ख़ातिर वर्ष 2019 में जारी गृह मंत्रालय की सूची के अनुसार उक्त भीषण मुठभेड़ में शामिल रहे रमाकांत प्रसाद,तत्कालीन चौपारण थानेदार ज्योति प्रकाश,सिपाही जफर इमाम खान और मरणोपरांत चौकीदार छोटेलाल पासवान को गैलेंट्री अवार्ड देने की घोषणा की गई है।

Comments are closed.