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बड़ी खबर – भुवनेश्वर निवासी झारखंड से अगवा पशु आहार का व्यवसायी भोजपुर से बरामद, मांगी गई थी 5 करोड़ की फिरौती,सीसीटीवी से बिहार लिंक का हुआ था खुलासा 

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पटना Live डेस्क। विगत 23 अगस्त को अपहृत हुए एक व्यवसायी को मंगलवार की शाम कोईलवर से बरामद कर लिया गया। बरामद व्यवसायी डा. मानस दास पेशे से पशु चिकित्सक होने के साथ-साथ मुर्गी दाने का कारोबार भी करते हैं,जो उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर के निवासी बताए जाते हैं।


अपहृत मानस रंजन की रिहाई के बदले अपहर्ताओं ने पांच करोड़ की फिरौती मांगी थी। इस मामले के उदभेदन के लिए झारखंड के गिरिडीह की पुलिस पिछले कई दिनों से बिहार पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन चला रही थी। इससे पहले गया में भी छापेमारी हुई थी। हालांकि बताया जा रहा है कि अपहर्ताओं ने खुद मानस रंजन दास को रिहा किया है।जानकारी के मुताबिक,मानस का अपहरण उस वक्त कर लिया गया था जब वह बीते 23 अगस्त को बिहार के वैशाली जिला मंख्यालय हाजीपुर से अपने धर भुनेश्वर के लिए अपनी मर्सिडीज कार (ओ आर 09पी-9999) से चले थे।

जिसकी सूचना मिलने के बाद हरकत में आई गिरीडीह पुलिस उनकी बरामदगी हेतु संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। टावर लोकेशन के आधार पर गिरीडीह  पुलिस ने झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल तथा बिहार में उनका लोकेशन लोकेट किया था। उनका मोबाइल स्वीच ऑफ होने तक आखिरी लोकेशन झारखंड के बरही तक मिला था। बावजूद इसके गिरीडीह पुलिस उनकी बरामदगी हेतु कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी करती रही।

अंतत: बीते 23 अगस्त को झारखंड के गिरिडीह से अगवा व्यवसाई मानस रंजन दास को बिहार के भोजपुर के कोइलवर थाना क्षेत्र में एक गांव से बरामद किया गया है। झारखंड के गिरिडीह की पुलिस पिछले कई दिनों से बिहार पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन चला रही थी।इससे पहले गया में भी छापेमारी हुई थी। हालांकि बताया जा रहा है कि अपहर्ताओं ने खुद मानस रंजन दास को रिहा किया है।संभव है रिहाई के बदले फिरौती की रकम चुकाने के बाद ही रिहाई हुई है।बरामद व्यवसाई को भोजपुर पुलिस के साथ गिरिडीह भेज दिया है।उससे पहले पटना आईजी के निर्देश पर भोजपुर एसपी ने बरामद व्यवसाई का बयान दर्ज किया है।

उल्लेखनीय है कि बीते 23 अगस्त को झारखंड के गिरिडीह के डुमरी के पास से अपृह्त उड़ीसा के पशु चिकित्सक सह पशु दाना बनाने के ऐ बड़े व्यवसायी मानस रंजन दास का अपहरण कर लिया गया था।शुरुआती जांच में गिरिडीह पुलिस उनके अपहरण में बिहार के ही किसी बड़े अपहर्ता गिरोह का हाथ होने का दावाकर बिहार पुलिस से मदद मांगी थी । अपहर्ताओं ने उनके परिजनों से पांच करोड़ रुपये फिरौती की मांग की थी।

मानस रंजन का हाजीपुर औद्योगिक प्रांगन में पशु आहार बनाने का एक प्लांट लगा है। उन्हें धनबाद-कोलकाता के रास्ते भुनेश्वर जाना था पर 23 को देर रात्री उनकी कार डुमरी के पास लावारिश हालत में पाई गई। बताया जाता है कि एक स्कार्पियो पर सवार अपहर्ताओं जिनमें दो पुलिस की वर्दी में थे ने उनका अपहरण कर लिया। तब सड़क के किनारे मानस के लावारिश खड़ी कार से पुलिस को एक टेलीविजन सेट, डीश इक्यूपमेंट, गैस के दो सिलेन्डर व एक चुल्हा भी मिला था।

 

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