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BiG News (वीडियो) एक तस्वीर का बड़ा संदेश -जनसंवाद के जरिये “Mob Lynching” के विरुद्ध SSP गरिमा मलिक ने शुरू की भगीरथ मुहिम

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पटना Live डेस्क। मुल्क में भीड़ का तांडव जारी है। MOB LYNCHING एक महामारी की शक्ल अख़्तियार कर चुका है। देश के विभिन्न राज्यों से लगातार पगलाई भीड़ का विभत्स चेहरा मीडिया की सुर्खियां बन रहा है। इसी क्रम में यह महामारी ने अब बिहार की राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में भी बेहद खौफ़नाक ढंग से पाव पसार दिया है। जिसकी बानगी बेहद विभत्स और भयावह ढंग से दिखी है। भीड़ का बेकाबू हो जाना वो भी महज एक अफावह पर अबतक जिला प्रशासन और पुलिस के लिए अबूझ पहेली बना हुआ था। हद तो ये की हालात को कंट्रोल करने के दौरान भीड़ पुलिस पर भी हमला करने से बाज नही आ रही है।बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफवाह ने ग्रमीण इलाकों में हालात बेहद खौफजदा बना दिया है। सब की जुबान पर अजीब अफवाह की चर्चा फैली हुई है कि बच्चा चोर  गैंग बाहर से आया हुआ है। इसी का नतीजा है कि किसी भी अनजान को देखते ही लोग उग्र हो जा रहे है। दरअसल शातिरों ने सोशल मीडिया के जरिये आम आदमी के सबसे वीक पॉइंट यानी संतान/औलाद/बेटे-बेटी को टारगेट करते हुए अफ़वाह फैलाया ताकि लोग बाग अपने जिगर के टुकड़े की सुरक्षा ख़ातिर भयभीत होकर बेकाबू हो जाये।

भीड़ के हिंसक रवैये की खबरों के बीच एसएसपी पटना गरिमा मालिक ने जब तमाम घटनाओ का विश्लेषण किया तो उन्हें समझ मे आ गया कि समस्या की जड़ में भोले भाले आम लोगो के दिलो में बैठा खौफ़ है। जो बेहद गहरे तक जड़ जमा चुका है। हालात की भयावहता और हमलावर भीड़ की साइकोलॉजी को बेहद करीने से समझने और उसके हल ख़ातिर घनघोर मंथन के बाद एक भगीरथ पर कारगर मुहिम की शुरुआत की गई। दरअसल, जनसंवाद ही वो हथियार है जिससे आम लोगो को सुरक्षित माहौल का भरोसा दिलाया जा सकता है और सबसे बड़ा संदेश की आपके बच्चे हमारे बच्चे है उनकी सुरक्षा के प्रति हमभी उतने ही तत्पर है जितने आप है। यानी मुहिम की नींव तय हो चुकी थी। अब बारी थी इस के आगज की।

भगीरथ मुहिम का आगाज

जनसंवाद ख़ातिर प्रथम आगाज का गवाह बना कदमकुआं थाना क्षेत्र में स्थित पटना के सबसे पुराने पॉश इलाके राजेन्द्र नगर के साये में बसे बेहद घनी और बड़ी आबादी वाला क्षेत्र जिसे आम बोलचाल की भाषा मे खद्दापर कहा जाता है।आमने सामने की बात ख़ातिर राजेन्द्र नगर ओवर ब्रिज के नीचे स्थान मुक़र्रर किया गया।तय समय पर राजेंद्र नगर पुल के नीचे पुलिस के आला अधिकारियों की उपस्थिति हुई। इंतजार अब एसएसपी पटना गरिमा मलिक का होने लगा। इसी बीच पटना सेंट्रल के एसपी विनय कुमार तिवारी भी आ पहुचे। संवाद शुरू हुया। एसएसपी पटना और एसपी सिटी की मौजूदगी में भीड़ के उग्र होने के बाबत जानकारिय साझा की जाने लगी।

और फिर एक तस्वीर

जनसंवाद स्थल पर महिलाओं की महती भीड़ मौजूद थी। पुरुष भी अच्छी खासी संख्या में मौजूद रहे। और जब एसएसपी पटना गरिमा मलिक ने माइक पर बेहद सरल शब्दों में मॉब लीचिंग के बाबत बताना शुरू किया और कहा कि मॉब लिंचिंग एक अपराध है और अगर कोई व्यक्ति किसी के बारे में बच्चा चोर होने के बाबत कहता है और उसे पकड़ता है तो सबसे पहले इसकी जानकारी आप स्थानीय थाने को दें। बेहद सटीक और आम बोलचाल की भाषा का इस्तेमाल करते हुए एसएसपी ने महिलाओं से बातचीत करते हुए समय के मूल को समझाया।

लेकिन जो सबसे बड़ा और सीधा संवाद आईपीएस गरिमा मलिक द्वारा किया जब अचानक उन्होंने भीड़ से बातचीत के दौरान एक मासूम बच्चे को गोद मे उठा लिया और उसे पुचकार ने लगी। इस तस्वीर ने जो विश्वास बनाने का संदेश दिया वो बेहद सकारात्मक और दूरगामी है।

जनसंवाद का उद्देश्य स्पष्ट है। मिलजुल कर आमलोगों से चर्चा कर उन्हें सच बताना और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं को रोकने का प्रयास। लेकिन जो विश्वास बिल्डिंग का संदेश एसएसपी ने अपने व्यवहार से दिया है वो इस भगीरथ मुहिम की सफलता के बीज बो गया है। बिना कुछ कहे हो गरिमा मलिक ने महिलाओं और आम शहरी को बताया दिया है कि हम आपके साथ है और आपके बच्चे हमारे बच्चे है। जिनकी सुरक्षा हम करने को कटिबद्ध है और हम हमारा काम बेहद ईमानदारी और लगन से करते है।

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