पटना Live डेस्क। नेपाल में हो रही लगातार बारिश की वजह से दरभंगा से होकर बहने वाली नदियां उफान पर हैं। इसकी वजह से एक बार फिर बाढ़ ने कई प्रखंडों को अपनी चपेट में ले लिया है। जिससे रेल परिचालन भी प्रभावित हुआ है। समस्तीपुर दरभंगा रेलखंड पर हायाघाट के पास करेह नदी स्थित पुल संख्या 16 पर लगातार पानी का दवाब बढ़ता जा रहा है। दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर बागमती नदी का पानी हायाघाट और थलवारा स्टेशनों के बीच बने पुराने पुल पर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। यह पानी लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
पुल पर पानी बढ़ने के कारण पूर्व मध्य रेल ने 31 अगस्त से ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया है। अब लगातार तीसरे दिन इस रेलखंड पर ट्रेनें नहीं चल रही हैं। इस इलाके की बड़ी आबादी के लिए ट्रेन ही आवागमन का एकमात्र सहारा है। अब इसके भी बंद हो जाने की वजह से लोगों को जिला मुख्यालय दरभंगा की 7 किलोमीटर की दूरी 30 किलोमीटर पैदल तय करनी पड़ रही है। यदि कोई बीमार जाता है, तो पैदल चलकर सड़क तक पहुंचना पड़ता है।
बता दें कि इस वर्ष 2021 में अब तक के आंकड़ों के अनुसार बिहार में बाढ़ से लगभग 16 जिले प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही करोड़ों की आबादी समस्याओं का दंश झेल रही हैं। उत्तर बिहार में 76% आबादी बाढ़ के खतरे में रहती है। देश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का 16।5% बिहार में है। उत्तर बिहार के जिले में मॉनसून के दौरान कम से कम पांच प्रमुख नदियों महानंदा, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और गंडक लगभग हर साल बाढ़ लाती हैं। इसके अलावा दक्षिण बिहार भी पुनपुन और फल्गु नदी से बाढ़ की चपेट में आ जाता है।
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