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नवादा: करोड़पति निकला घूसखोर जूनियर इंजीनियर,जब निगरानी ने की जांच तो उड़ गए होश,करोड़ों के प्लॉट..कैश..न जाने कितने….

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पटना Live डेस्क. 76 प्लॉट..30 बैंक अकाउंट..कई जगह आलीशान बंगले.. एक लॉकर और न जाने कितने निवेश..जी हां..यह सच्चाई है एक घूसखोर इंजीनियर की..जिसने जिंदगी में केवल घूस ही कमाया..और अकूत संपत्ति जमा की..नहीं तो जितनी संपत्ति इस घूसखोर के पास मिली है उतनी संपत्ति कमाने के लिए तो एक वेतनभोगी को दूसरा जन्म लेना पड़ेगा..लेकिन इस घूसखोऱ इंजीनियर ने महज 35 साल की नौकरी में ही करोड़ों की संपत्ति खरी कर दी..निगरानी ने जब इसका काला चिट्ठा खोला तो एक-एक कर इसके काले कारनामे सामने आ गए..पहुंच और रसूख ऐसा कि साल 1982 में जूनियर इंजीनियर की नौकरी ज्वाइन करने वाला यह घूसखोर पैंतीस सालों तक एक ही जगह जमा रहा..उपरवाले अफसरों को पैसे खिलाता रहा और एक ही जगह जमकर करोड़ों की कमाई करता रहा…जांच के दौरान जब इसके कारनामे खुलते गए..तो जांच अधिकारियों के होश भी उड़ गए..इस घूसखोर इंजीनियर के नवादा..पटना..दिल्ली में कई प्लॉटों और मकान की जानकारी मिली..जांच के दौरान यह पता चला की इस शातिर ने पत्नी के नाम पर ढेरों संपत्तियां जमा की हैं…इस घूसखोर के अलग-अलग जगहों पर मकान के अलावे इसकी पत्नी के नाम से बैंक में 10 लाख रुपए जमा हैं..साथ ही इसने करीब तीन लाख की एलआईसी की पॉलिसी ले रखी है…और अपने ऐशो आराम के लिए इसने दो महंगी लग्जरी गाड़ियां भी खरीद रखी हैं…शैलेंद्र कुमार सिंह नाम का यह घूसखोर इंजीनियर नवादा जिला परिषद में बतौर जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात था…निगरानी विभाग को मिली इसकी अकूत संपत्ति की जानकारी के बाद विभाग ने इसके नवादा स्थित घर के अलावा पटना की बहादुरपुर कॉलनी..नवादा की वीआईपी कॉलनी..नवादा जिला परिषद कार्यालय और उसके पैतृक आवास काशीचक के बाली गांव में एक साथ छापेमारी की…जांच के दौरान इसकी अकूत संपत्तियों का पता चला जिसे इसने इतने दिनों से छिपा कर रखा था…

 

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