वो दर्द की सुनी रातें,खामोशी का शोर और बेउर जेल के खुरदरे फर्श पर एक रिटायर्ड आईएएस का काव्य संग्रह
# निखिल प्रियदर्शी के पिता और भाई को मिलीं जमानत
#आदर्श केन्द्रीय कारा बेऊर में रहते सांसद पप्पू यादव एवं अमरनाथ झा ने भी लिखी है किताब
पटना Live डेस्क। आखिर कार लंबे इंतजार और स्याह रातों के महिनो में तब्दील होने के बाद ही सही पर…